'पिज्जा के भूखे' लुटेरे गैंग का भंडाफोड़, डिलीवरीमैन को ऐसे बनाते थे शिकार, 3 गिरफ्तार
दिल्ली पुलिस ने अपराध के लिए कुख्यात हो चुके दिल्ली शहर में पिज्जा के शौकीन तीन अपराधियों को गिरफ्तार कर पिज्जा और फूड डिलीवरी ब्वॉय से कीमती सामान लूटने वाले गिरोह का भंडाफोड़ किया है। पुलिस ने...
दिल्ली पुलिस ने अपराध के लिए कुख्यात हो चुके दिल्ली शहर में पिज्जा के शौकीन तीन अपराधियों को गिरफ्तार कर पिज्जा और फूड डिलीवरी ब्वॉय से कीमती सामान लूटने वाले गिरोह का भंडाफोड़ किया है। पुलिस ने बताया कि गिरफ्तार किए गए इस गिरोह के तीनों सदस्यों में से दो ने पहले डिलीवरीमैन के रूप में काम किया था और उसी ज्ञान ने उन्हें इन लूटपाटों को करने में मदद की थी।
इस गिरोह के सदस्य फोन पर पिज्जा का ऑर्डर करने के बाद अलग-अलग स्थानों पर डिलीवरी शेड्यूल करते और फिर डिलीवरी ब्वॉय से पिज्जा, फोन, नकदी और उनके दोपहिया वाहन लूट लेते थे। आरोपियों की पहचान दीपक (23), चिराग शर्मा (23) और करण महाजन (19) के रूप में हुई।
ऐसे पुलिस के रडार पर आ गया था गिरोह
पुलिस ने रविवार को तीन लोगों को गिरफ्तार किया, जिन्होंने एक दर्जन से अधिक वारदातों में अपनी संलिप्तता होने की बात कबूल की है। पुलिस ने आरोपियों से बरामद किए गए सामान फूड डिलीवरी बैग, क्रेडिट कार्ड स्वाइप मशीन, तीन मोबाइल फोन और मोटरसाइकिल के आधार पर लूट के पांच मामलों को सुलझाने का दावा किया है। पुलिस के बताया, शनिवार और रविवार के बीच लगातार तीन लूट करने के बाद से यह गिरोह पुलिस रडार पर आ गया था।
पुलिस उपायुक्त (दक्षिण-पूर्व) चिन्मोय बिस्वाल ने बताया कि जमरूदपुर में एक पिज्जा आउटलेट के डिलीवरीमैन और मालवीय नगर और कालकाजी में दो रेस्तरां के कर्मचारियों को श्रीनिवासपुरी में लूट लिया गया था।
डीसीपी ने बताया, "यह देखा गया था कि सभी तीन घटनाओं में आरोपी दीपक (23), चिराग शर्मा (23) और करण महाजन (19) ने ऑनलाइन फूड डिलीवरी करने वाले पोर्टल के माध्यम से विभिन्न रेस्तरां में खाने के ऑर्डर दिए थे और अधिकतर श्रीनिवासपुरी के आसपास फूड सप्लाई करने के लिए कहा था। लूटे गए डिलीवरी स्टाफ ने पुलिस को बताया कि जब वे ऑर्डर लेकर वहां पहुंचे तो उन युवकों ने चाकू की नोंक पर उनसे खाना, पैसे और सभी कीमती सामान लूट लिए।''
मोबाइल नंबर से पुलिस की पकड़ में आए
बिस्वाल ने कहा, ''जांच के दौरान पुलिस को एक मोबाइल नंबर मिला जिससे पहले तीन ऑर्डर किए गए थे, ये मोबाइल फोन नंबर किसी और के नाम पर रजिस्टर्ड था। "अगले दो ऑर्डरों के लिए, इन लुटेरों ने उस मोबाइल फोन का इस्तेमाल किया था जिसे उन्होंने पहले डिलीवरीमैन से लूटा था। इन पर नजर रखने के बाद पुलिस ने रविवार को एक आरोपी करण महाजन को गिरफ्तार कर लिया। उसने लूट की इन वारदातों में शामिल होने की बात स्वीकार की है।''
करण महाजन की निशानदेही पर पुलिस ने उसके दो साथियों दीपक और चिराग शर्मा को भी उसी दिन गिरफ्तार कर लिया था। आरोपियों के पास से एक मोटरसाइकिल, तीन लूटे गए मोबाइल फोन, दो एटीएम कार्ड स्वैपिंग मशीन, 3,000 रुपये नकदी और पांच डिलीवरी बैग बरामद किए गए हैं।
मां के घर जाने पर अदालत ने लगाई थी रोक
पुलिस ने बताया कि करण महाजन ड्रग्स लेने का आदी था और उसने सिर्फ स्कूल तक ही पढ़ाई की है। उसके पिता कुछ साल पहले उसे और उसकी मां को छोड़कर अमेरिका चले गए थे। उसके बाद, उसने अपनी मां को भी परेशान करना शुरू कर दिया था। जिसके बाद उसके खिलाफ उसके खिलाफ घरेलू हिंसा का मामला दर्ज कराया था। अदालत ने हाल ही में उसे अपनी मां के घर के दायरे के 200 मीटर के भीतर जाने से रोक दिया था।
हाल में जेल से आया था दीपक
पुलिस ने यह भी पाया है कि दीपक पहले ऑनलाइन शॉपिंग पोर्टल के लिए डिलीवरीमैन के रूप में काम करता था। तीन महीने पहले, दीपक को अमर कॉलोनी में एक कार चोरी के लिए गिरफ्तार किया गया था और उसे जेल भेज दिया गया था। वह हाल ही में बाहर निकला था और चिराग शर्मा के साथ जुड़ गया, जिसे हाल ही में उसी ऑनलाइन फूड डिलीवरी पोर्टल में डिलीवरीमैन के रूप में नौकरी से निकाल दिया गया था, जिसके तीन कर्मचारियों को उन्होंने लूटा था।