दिल्ली में पिटाई के बाद हुई बेटे की मौत, सदमे में पिता ने भी दम तोड़ा
पूर्वी दिल्ली के पांडव नगर इलाके में एक फोटो जर्नलिस्ट को पीट-पीटकर अधमरा कर दिया गया। अगले दिन उसकी मौत हो गई। सोमवार को फोटो जर्नलिस्ट के अंतिम संस्कार के बाद बेटे की मौत के सदमे में पिता ने भी दम...
पूर्वी दिल्ली के पांडव नगर इलाके में एक फोटो जर्नलिस्ट को पीट-पीटकर अधमरा कर दिया गया। अगले दिन उसकी मौत हो गई। सोमवार को फोटो जर्नलिस्ट के अंतिम संस्कार के बाद बेटे की मौत के सदमे में पिता ने भी दम तोड़ दिया। पुलिस मामले की जांच कर रही है।
पुलिस के अनुसार, मंडावली निवासी 42 वर्षीय गजेंद्र कई दैनिक समाचार पत्रों के लिए स्वतंत्र रूप से काम करते थे। वह शनिवार रात किसी काम से बाहर निकले, लेकिन घर नहीं लौटे। अगले दिन लोगों ने उन्हें संजय झील के पास घायल देख पुलिस को इसकी सूचना दी। पुलिस ने उन्हें लाल बहादुर शास्त्री अस्पताल में भर्ती कराया। सूचना मिलने पर परिजन भी पहुंच गए। प्राथमिक उपचार के बाद गजेंद्र को अस्पताल से छुट्टी दे दी गई। देर रात घर पर गजेंद्र की हालत बिगड़ी और उन्होंने दम तोड़ दिया। सूचना पर पहुंची पुलिस ने गजेंद्र का शव कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया।
परिजनों पर मुसीबत का पहाड़ टूटा
पुलिस ने सोमवार को पोस्टमार्टम के बाद शव परिजनों को सौंप दिया। परिजनों से शव का अंतिम संस्कार कर दिया। शाम के समय परिवार के लोग अंतिम संस्कार कर घर लौटे। बेटे की मौत के सदमे की वजह से 84 वर्षीय पिता भवान सिंह की तबियत बिगड़ गई और कुछ ही देर बाद उन्होंने भी दम तोड़ दिया। भवान सिंह भी बड़े समाचार पत्रों में फोटो जर्नलिस्ट रह चुके थे। एक ही परिवार में दो मौतों के बाद घरवालों पर मुसीबत का पहाड़ टूट पड़ा।
मामले की जांच में जुटी पुलिस को पता चला है कि गजेंद्र के पास से उसका मोबाइल फोन गायब मिला है। परिजनों का दावा है कि उसका फोन हत्यारों के पास हो सकता है। पुलिस फोन व आसपास के सीसीटीवी कैमरों की फुटेज के आधार पर हमलावरों की तलाश कर रही है।