नूंह और गुरुग्राम की हिंसा में बाहरी लोगों का हाथ, हरियाणा सरकार की शुरुआती जांच में खुलासा
हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने मंगलवार को कहा कि नूंह की हिंसा में किसी बड़े षड्यंत्र का अंदेशा है। हिंसा में शामिल नूंह क्षेत्र से बाहर के लोगों की पहचान की जा रही है।

नूंह में बृजमंडल यात्रा पर हुए हमले के बाद हरियाणा के चार जिलों में हिंसा फैल गई। राज्य सरकार और स्थानीय प्रशासन के अनुसार, अधिकांश स्थानों पर हुई हिंसा में बाहरी लोगों का हाथ है। इनकी पहचान की जा रही है। दूसरी ओर, विश्व हिंदू परिषद ने हिंसा की जांच राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) से कराने की मांग की है।
हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने मंगलवार को कहा कि नूंह की हिंसा में किसी बड़े षड्यंत्र का अंदेशा है। नूंह क्षेत्र से बाहर के शामिल लोगों की पहचान की जा रही है। उन्होंने यह भी कहा कि सरकार ने इस पूरे घटनाक्रम पर संयम से काम लिया और जिलों में शांति स्थापित की गई। उन्होंने समाज के सभी वर्गों से शांति बहाली की भी अपील की।
वहीं, गृह मंत्री अनिल विज ने भी संवाददाताओं से कहा कि नूंह में हुई हिंसा की किसी ने साजिश रची। जांच में सच सामने आ जाएगा। वहीं, सोहना के अंबेडकर चौक पर हुई हिंसक घटनाओं में भी बाहरी लोगों का हाथ होने की बात सामने आ रही है। उनके द्वारा ही सोहना में प्रदर्शन के दौरान पथराव और फिर आगजनी की थी। उपायुक्त निशांत कुमार यादव ने बताया कि सोहना में हिंसक घटनाओं को अंजाम देने के लिए हरियाणा के दूसरे जिलों से लोग आए थे। उनकी जल्द गिरफ्तारी की जाएगी। वहीं, युवाओं के एक समूह ने मंगलवार को राजस्थान के अलवर जिले में एक राजमार्ग पर सड़क किनारे कुछ दुकानों में तोड़फोड़ की।
जवानों ने फ्लैग मार्च किया
नूंह, फरीदाबाद और गुरुग्राम में अमन शांति और कानून व्यवस्था को बनाए रखने के लिए पुलिस और अर्द्धसैनिक बलों की ओर से फ्लैग मार्च निकाला गया। लोगों से शांति और कानून व्यवस्था को बनाए रखने की अपील की गई। इस बीच, पुलिस ने धरपकड़ तेज कर दी है। पुलिस उपद्रवियों की तलाश में सोमवार रात से जगह-जगह छापेमारी कर रही है। करीब 300 से अधिक जगहों पर छापेमारी कर पुलिस ने 70 से अधिक आरोपियों को हिरासत में लिया है। गुरुग्राम में भी पांच लोगों को हिरासत में लिया गया है।
शांति के लिए एकजुट
गुरुग्राम जिले के सोहना क्षेत्र में शांति व्यवस्था और आपसी सद्भाव बनाए रखने को लेकर मंगलवार को डीसी निशांत कुमार यादव की अध्यक्षता में पीस कमेटी की बैठक हुई। सोहना स्थित हरियाणा पर्यटन विभाग के बारबेट टूरिस्ट कॉम्प्लेक्स में हुई। बैठक में इस दौरान हिंदू और मुस्लिम समुदाय के लोगों के अलावा सोहना के विधायक संजय सिंह और पूर्व विधायक तेजपाल तंवर भी मौजूद रहे। इस दौरान दोनों पक्षों ने क्षेत्र में शांति और सद्भाव बनाने का आश्वासन दिया।
सवाल : खुफिया तंत्र कैसे नाकाम
● मोनू मानेसर का वीडियो जारी होने के बाद भी पुलिस-प्रशासन सतर्क क्यों नहीं हुआ।
● खुफिया तंत्र कैसे इतना कमजोर पड़ा।
● सप्ताह भर पहले से कौन रच रहा था साजिश।
चुनौती : अफवाहों पर अंकुश लगाना
● जिले में हो रही छिट-पुट आगजनी को रोक पाना
● सोशल मीडिया फैली अफवाहों पर विराम लगाना
● पीड़ित लोगों के मन से भय को निकाल पाना
- मनोहर लाल, मुख्यमंत्री, हरियाणा ने कहा, ''हिंसा की घटना दुर्भाग्यपूर्ण है। मैं सभी लोगों से प्रदेश में शांति बनाए रखने की अपील करता हूं। दोषी लोगों को बख्शा नहीं जाएगा, उनके खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई की जाएगी।''
- राहुल गांधी, कांग्रेस नेता ने कहा, ''भारतीय जनता पार्टी और उनके साथ खड़ी ताकतों ने पूरे देश में नफरत का केरोसिन फैला दिया है। सिर्फ मोहब्बत के द्वारा ही देश में लगी इस आग को बुझा सकते हैं।''
- अरविंद केजरीवाल, मुख्यमंत्री दिल्ली ने कहा, ''नूंह में सांप्रदायिक हिंसा बेहद परेशान करने वाली है। मणिपुर के बाद अब हरियाणा में इस तरह की वारदात अच्छे संकेत नहीं हैं। नाज़ुक समय में सभी आपसी भाईचारा कायम रखें।''
- इंद्रजीत सिंह, केंद्रीय राज्य मंत्री ने कहा, ''नूंह जिले में स्थिति सामान्य है। अभी शांति स्थापित करना महत्वपूर्ण है और राज्य और केंद्र सरकार इस मोर्चे पर काम कर रही हैं। जल्द ही इस क्षेत्र में शांति स्थापित होगी।''
