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सिर्फ साढ़े चार प्रतिशत परिवारों को ही मिला आयुष्मान भारत योजना का लाभ

प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना (आयुष्मान भारत) का लाभ अभी तक जिले के सिर्फ साढ़े चार प्रतिशत ही परिवारों को मिल पाया है। यह हकीकत शासन की ओर से जारी रिपोर्ट में सामने आई है। इस रिपोर्ट के मुताबिक...

सिर्फ साढ़े चार प्रतिशत परिवारों को ही मिला आयुष्मान भारत योजना का लाभ
अंजलि पाठक,गाजियाबादSun, 11 Aug 2019 12:25 PM
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प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना (आयुष्मान भारत) का लाभ अभी तक जिले के सिर्फ साढ़े चार प्रतिशत ही परिवारों को मिल पाया है। यह हकीकत शासन की ओर से जारी रिपोर्ट में सामने आई है। इस रिपोर्ट के मुताबिक गाजियाबाद में अभी तक सिर्फ 26 प्रतिशत ही लाभार्थी परिवारों के गोल्डन कार्ड बन पाए हैं।  पूरे प्रदेश में चित्रकूट जिला सबसे अव्वल रहा है। यहां पर 11 फीसदी परिवारों को इस योजना का लाभ मिला है। जबकि सिद्धार्थनगर सबसे फिसड्डी साबित हुआ है। सिद्धार्थनगर में सिर्फ एक प्रतिशत ही लाभार्थियों को इस योजना के तहत इलाज मिला है। 
गरीब परिवारों को पांच लाख रूपये तक के निशुल्क जांच और इलाज की सुविधा के लिए पिछले साल पूरे देश में 23 सितंबर को प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना (आयुष्मान भारत) का शुभारंभ किया गया था। जिले का स्वास्थ्य विभाग इस योजना के तहत शुरुआत से ही बड़े-बड़े दावे कर रहा था लेकिन शासन की ओर से जारी रिपोर्ट में जिले में इस योजना की पोल खोल दी है। इस रिपोर्ट के मुताबिक गाजियाबाद में प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना के तहत 1,47,850 परिवारों को चिन्हित किया गया है। वहीं मुख्यमंत्री जन आरोग्य अभियान के तहत 15,616 परिवारों को इसके मानकों के तहत चुना गया है। गोल्डन कार्ड की बात करें तो इस रिपोर्ट के मुताबिक 42,424 यानी सिर्फ 26 प्रतिशत ही लाभार्थियों के गोल्डन कार्ड स्वास्थ्य विभाग बना पाया है। वहीं लाभार्थी परिवारों को लाभ दिलाने के मामले में गाजियाबाद फिसड्डी ही साबित हुआ। रिपोर्ट के मुताबिक सिर्फ 4.44 ही गरीब परिवारों को इस योजना के तहत जांच और इलाज की सुविधा मिल पाई है।

गाजियाबाद से सटे जिलों का भी बुरा हाल
गाजियाबाद से सटे जिले भी प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना के तहत गरीब परिवारों को लाभ दिलाने में लुढ़क गए हैं। रिपोर्ट के मुताबिक हापुड़ में  3.43  और मेरठ में 4.84 प्रतिशत ही परिवारों को इसका लाभ मिल पाया है। जबकि नोएडा में 5.91 फीसदी परिवारों ने इस योजना के तहत जांच और इलाज कराया है। यही नहीं प्रदेश की राजधानी लखनऊ का भी बुरा हाल है। यहां पर भी सिर्फ चार प्रतिशत को ही इस योजना का लाभ मिला है। 

इन जिलों में परिवारों को मिला अधिक लाभ
इस योजना के तहत चित्रकूट सबसे अव्वल रहा है। यहां पर 11 फीसदी परिवारों का इलाज इस योजना के तहत किया गया है। वहीं संतकबीर नगर में इस योजना के तहत नौ प्रतिशत परिवारों ने अपना इलाज कराया है। पूरे प्रदेश में सबसे खराब प्रदर्शन वाले जिले की बात करें तो सिद्धार्थनगर सबसे फिसड्डी साबित हुआ है। इस जिले में सिर्फ एक प्रतिशत ही परिवारों को इसके तहत इलाज की सुविधा मिली है।

गाजियाबाद के सीएमओ डॉक्टर एनके गुप्ता कहते हैं कि स्वास्थ्य विभाग की ओर से  प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना के तहत अच्छा प्रदर्शन करने का पूरा प्रयास किया जा रहा है। जल्द ही अच्छी रैंक पर आएगा गाजियाबाद। 

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