ट्रांसजेंडर ने संभाली मेट्रो स्टेशन की कमान, समुदाय के छह लोगों को मिली टिकट काउंटर और हाउस कीपिंग की जिम्मेदारी
नोएडा-ग्रेटर नोएडा की एक्वा लाइन के सेक्टर-50 मेट्रो स्टेशन की बागडोर मंगलवार को ट्रांसजेंडर कर्मचारियों को सौंप दी गई। यह पहल करने वाला उत्तर भारत का यह पहला स्टेशन है। यहां पर छह ट्रांसजेंडर को...
नोएडा-ग्रेटर नोएडा की एक्वा लाइन के सेक्टर-50 मेट्रो स्टेशन की बागडोर मंगलवार को ट्रांसजेंडर कर्मचारियों को सौंप दी गई। यह पहल करने वाला उत्तर भारत का यह पहला स्टेशन है। यहां पर छह ट्रांसजेंडर को नियुक्त किया गया है। इस स्टेशन का नाम रेनबो से बदलकर प्राइड रखा गया है। नोएडा मेट्रो रेल कॉरपोरेशन (एनएमआरसी) ने ट्रांसजेंडर समुदाय को समाज की मुख्यधारा में लाने के लिए नोएडा-ग्रेटर नोएडा के बीच चलने वाली एक्वा लाइन के सेक्टर-50 स्टेशन को ट्रांसजेंडरों को समर्पित करने की पहल की है। इसके तहत छह ट्रांसजेंडर को अनुबंध के तौर पर नियुक्त किया गया है। सभी ने मंगलवार को स्टेशन की जिम्मेदारी संभाल ली। हालांकि, यह सभी प्रकार के यात्रियों के लिए खुला रहेगा।
स्टेशन पर आयोजित कार्यक्रम में सांसद डॉ. महेश शर्मा, विधायक पंकज सिंह और नोएडा प्राधिकरण की सीईओ रितु माहेश्वरी ने ट्रांसजेंडर कर्मचारियों को नियुक्ति पत्र सौंपे। फिलहाल चार ट्रांसजेंडर को टिकट काउंटर और दो को हाउस कीपिंग की जिम्मेदारी सौंपी गई है। टिकट काउंटर पर टॉम ऑपरेटर की जिम्मेदारी माही गुप्ता, पान्या पंवार, काजल कश्यप, प्रीति बत्रा और हाउस कीपिंग का काम शानू व कुणाल को सौंपा गया है। माही गुप्ता को टीम लीडर बनाया गया है।
इस मौके पर सांसद डॉ. महेश शर्मा ने कहा कि देश को आगे बढ़ाने के लिए सभी को साथ लेकर चलना होगा। किसी के साथ भेदभाव नहीं होना चाहिए। इस उद्देश्य से शहर में आए थे। आज वह साकार हो रहा है। सांसद ने कहा कि एनएमआरसी की पहल के बाद अब कंपनियों सहित अन्य संस्थानों में भी ट्रांसजेंडर को काम मिलेगा। ऐसे ही प्रयासों से उन्हें मुख्यधारा में जोड़ा जाएगा। आज यह शहर आज एक मिनी भारत बनता जा रहा है। विश्व के कोने-कोने से लोग यहां आ रहे हैं।
Noida Metro Rail Corp has designated Sec 50 station as 'Pride Station' to honour the transgender community
Mahi Gupta, NMRC employee says, "6 people of transgender community have been given employment. I hope more people from our community get similar opportunities in future." pic.twitter.com/KUZpD0KLKa
— ANI UP (@ANINewsUP) October 27, 2020
सांसद ने इस पहल के लिए नोएडा प्राधिकरण की सीईओ रितू माहेश्वरी के प्रयास की भी सराहना की। विधायक पंकज सिंह ने कहा कि एनएमआरसी ने समाज के सामने एक मिशाल पेश की है। यहां काम करने के बाद नवनियुक्त ट्रांसजेंडर भविष्य में भी अन्य जगहों पर नौकरी के लिए आवेदन कर सकेंगे। इसके अलावा स्टेशन पर आने वाले यात्रियों को भी प्रेरणा मिलेगी।
विधायक ने कहा कि प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री ने सबका साथ सबका विकास की तर्ज पर पहल की है। यह प्रयोग अपने आप में उत्तर भारत का शायद पहला प्रयोग है। सीईओ रितु माहेश्वरी ने कहा कि इससे पहले दो मेट्रो स्टेशन महिलाओं को समर्पित किया गया था। अब ट्रांसजेंडर को मुख्य धारा से जोड़ने के लिए प्राइड स्टेशन उन्हें समर्पित किया गया है। भविष्य में भी ऐसे प्रयास किए जाएंगे।
आमजन और स्वयं सेवी संस्थाओं के सुझाव से रखा प्राइड नाम
इससे पहले सेक्टर-50 मेट्रो स्टेशन का नाम रेनबो रखा गया था। अब नाम बदलकर प्राइड रखा गया है। स्टेशन का नाम रखने को लेकर नोएडा मेट्रो ने आमजन के अलावा ट्रांसजेंडर के लिए काम करने वाली स्वयं सेवी संस्थाओं सहित अन्य सामाजिक संगठनों से ऑनलाइन सुझाव मांगे थे। इसको लेकर हजारों की संख्या में एनएमआरसी की वेबसाइट पर सुझाव दिए गए। अधिकतर ने स्टेशन का नाम प्राइड सुझाया। इसके बाद स्टेशन का नाम प्राइड रखा गया।
कलाकृतियों बनाकर दर्शायी समुदाय के महत्व की झलक
नोएडा मेट्रो की तरफ से स्टेशन को इस तरह सजाया गया है, जिससे ट्रांसजेंडर समुदाय के महत्व का पता चल सके। स्टेशन पर बनाई गई कलाकृतियां ट्रांसजेंडर के महत्व और उनकी आध्यात्मिकता को दर्शा रही हैं। स्टेशन की दीवारों पर कई कलाकृतियां बनाई गई हैं।
वर्ष 2017 में कोच्चि मेट्रो लाइन पर नियुक्ति हुई थी
इससे पहले कोच्चि मेट्रो लाइन पर वर्ष 2017 में 23 ट्रांसजेंडर की नियुक्ति की गई थी। हालांकि, उस समय उन्हें कोई स्टेशन समर्पित नहीं किया गया था। इन्हें भी हाउस कीपिंग से लेकर टिकट काउंटर संभालने की जिम्मेदारी सौंपी गई थी। सेक्टर-52 प्राइड मेट्रो स्टेशन देश का पहला स्टेशन होगा जो ट्रांसजेंडर को समर्पित किया गया है।
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