अब कोविड-19 पॉजिटिव लोगों के घर के बाहर नहीं लगेगा पोस्टर, जानिए इसका कारण
राजधानी दिल्ली में कोरोना (COVID-19) संक्रमित होने के चलते होम आइसोलेशन में रहने वाले वाले लोगों के घरों के बाहर अब कोविड पॉजिटिव का पोस्टर नहीं लगेगा। दिल्ली सरकार के एक अधिकारी के मुताबिक,...
राजधानी दिल्ली में कोरोना (COVID-19) संक्रमित होने के चलते होम आइसोलेशन में रहने वाले वाले लोगों के घरों के बाहर अब कोविड पॉजिटिव का पोस्टर नहीं लगेगा।
दिल्ली सरकार के एक अधिकारी के मुताबिक, इससे लोगों को काफी समस्या हो रही थी और लोग लक्षण होते हुए भी जांच को आगे नहीं आ रहे थे। इसके चलते जिला प्रशासन को अब पोस्टर संक्रमित लोगों के घरों के बाहर कोविड पॉजिटिव का पोस्टर नहीं लगाने के निर्देश दिए गए हैं।
दिल्ली में कोरोना वायरस का दूसरा चरण बीता
मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने मंगलवार को कहा था कि राजधानी दिल्ली में कोरोना वायरस के चरम पर पहुंचने का दूसरा चरण बीत चुका है और स्थिति को काफी हद तक नियंत्रित कर लिया गया है। केजरीवाल ने कहा था कि दिल्ली सरकार ने संक्रमण का तेजी से पता लगाने के लिए टेस्ट्स में वृद्धि की है। उन्होंने कहा कि 17 सितंबर को दिल्ली में कोविड-19 का दूसरा चरण चरम पर पहुंच गया था, जब शहर भर में 4,500 मामले सामने आए थे। स्थिति को काफी हद तक नियंत्रित कर लिया गया है। केजरीवाल ने कहा कि मुझे उम्मीद है कि दूसरा चरण भी धीरे-धीरे बीत जाएगा।
दिल्ली में सितंबर में प्रति दिन 60,000 टेस्ट हुए, जबकि अगस्त में इनकी संख्या प्रतिदिन 20,000 थी। मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि अस्पतालों में अब 10,000 बेड खाली हैं। अधिकारियों के मुताबिक, अस्पतालों के 5802 बेडों पर मरीज भर्ती हैं। शहर के रिकॉर्ड के मुताबिक, नौ से 19 सितंबर के बीच रोजाना चार हजार से ज्यादा कोरोना वायरस से मामले आए। सिर्फ 14 सितंबर को 3229 लोगों के संक्रमित होने की पुष्टि हुई थी।
दिल्ली में सबसे ज्यादा 4473 मामले 16 सितंबर को दर्ज किए थे। दिल्ली सरकार के आंकड़ों के अनुसार, 17 सितंबर को 4432, 18 सितंबर 4127 और 19 सितंबर को 4071 मामले आए थे। बीते 10 दिनों में कोरोना वायरस के रोजाना सामने आने वाले मामलों की संख्या 3500 से कम हो गई है।
अधिकारियों ने बताया है कि सोमवार को 1947, रविवार को 2683, शनिवार को 2258, शुक्रवार को 2920, गुरुवार को 3037 और बुधवार को 3390 मामलों की पुष्टि हुई थी। सोमवार को संक्रमित होने की दर 5.47 फीसदी थी जबकि संक्रमित होने की समग्र दर 8.82 प्रतिशत है। दिल्ली में बीते 10 दिनों की औसत मृत्यु दर 1.41 फीसदी है।
अस्पतालों में घटने लगी मरीजों की संख्या
विशेषज्ञों ने भी माना है कि पिछले कुछ दिनों में कोरोना वायरस के मामलों में कमी आई है और दिल्ली ने कोविड-19 की दूसरी लहर को पार कर लिया है। इंद्रप्रस्थ ऑपोलो अस्पताल में गंभीर देखभाल एवं श्वसन औषधि के वरिष्ठ डॉक्टर राजेश चावला ने बताया कि अस्पताल में भी मरीजों की संख्या बढ़ी थी, लेकिन हम अब दाखिल होने वाले रोगियों की संख्या में कमी देख रहे हैं। उन्होंने कहा कि अगर यह कमी एक हफ्ते तक जारी रहती है तो हम कह सकते हैं कि दिल्ली में कोरोना वायरस के मामलों का चरम पर पहुंचे का दूसरा चरण बीत चुका है।
लोक नायक जयप्रकाश अस्पताल के चिकित्सा निदेशक सुरेश कुमार ने बताया कि मध्य सितंबर की तुलना में निश्चित तौर पर कोरोना वायरस के मामलों की संख्या में कमी आई है। उन्होंने कहा कि हम कह सकते हैं कि चरम पर पहुंचने का दूसरा दौर अब बीत गया है। मामलों की संख्या में और कमी आने की उम्मीद है। उन्होंने कहा कि पड़ोसी राज्यों के गंभीर मरीज इलाज के लिए दिल्ली आ रहे हैं और इसी वजह से पिछले कुछ दिनों में हुई मौतों की संख्या अधिक है।
(न्यूज एजेंसी भाषा के इनपुट के साथ)