अचनाक तीन अस्पताल पहुंचे सीएमओ, ड्यूटी से गायब मिले 11 डॉक्टर, थमाया नोटिस
गुरुग्राम के मुख्य चिकित्सा अधिकारी (सीएमओ) ने अचानक तीन स्वास्थ्य केंद्रों का औचक निरीक्षण किया। इस दौरान उन्हें 10 डॉक्टर सहित एक वरिष्ठ चिकित्सा अधिकारी ड्यूटी से नदारद मिले।

गुरुग्राम के मुख्य चिकित्सा अधिकारी (सीएमओ) ने अचानक तीन स्वास्थ्य केंद्रों का औचक निरीक्षण किया। इस दौरान उन्हें 10 डॉक्टर सहित एक वरिष्ठ चिकित्सा अधिकारी ड्यूटी से नदारद मिले। सभी को नोटिस जारी किया गया है। सीएमओ वीरेंद्र यादव ने शुक्रवार को फर्रुखनगर अनुमंडलीय अस्पताल, हाजीपुर पाटली प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र (पीएचसी) और चोमा शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र (यूपीएचसी) का औचक निरीक्षण किया। उन्होंने स्वास्थ्य केंद्रों में रिकॉर्ड रखने और स्वच्छता को लेकर फटकार लगाई।
जिन 11 स्वास्थ्य कर्मचारियों को नोटिस जारी हुआ है उनसे पूछा गया है कि उनके खिलाफ विभागीय कार्रवाई क्यों न की जाए। उनके पास जवाब देने के लिए दो दिन का समय है। फिलहाल के लिए सीएमओ ने निर्देश दिया है कि इन कर्मचारियों का वेतन तब तक रोका जाए जब तक वे अपनी अटेंडेंस नियमित (रेग्यूलराइज) नहीं कर लेते। यादव ने कहा, 'फर्रुखनगर अनुमंडलीय अस्पताल और हाजीपुर पाटली प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के दौरे के दौरान, मुझे स्वच्छता और स्वच्छता संबंधित कई अनियमितताएं मिलीं। इसके अलावा, फर्रुखनगर केंद्र में, एक एसएमओ (वरिष्ठ चिकित्सा अधिकारी) सहित 8 डॉक्टर अपनी ड्यूटी पर नहीं थे और पीएचसी में, एक डॉक्टर ड्यूटी पर अनुपस्थित था।'
सीएमओ ने अटेंडेंस शीट भी देखी और पाया कि कई कर्मचारी नियमित रूप से नहीं आ रहे हैं। नियमानुसार ओपीडी शुरू करने के लिए स्टाफ को सुबह 8 बजे पहुंचकर दोपहर 2 बजे तक रुकना होता है। उन्होंने कहा, 'उन्हें दो कार्य दिवस के अंदर अनियमित उपस्थिति का कारण बताना होगा। जब तक उनकी हाजिरी नियमित नहीं की जाती, तब तक के लिए उनका वेतन रोक दिया जाएगा। सभी को समय पर आना सुनिश्चित करने के लिए निर्देशित किया गया था।' यादव ने कहा, चोमा स्वास्थ्य केंद्र में, मरीजों के कुछ रिकॉर्ड ठीक से बनाकर नहीं रखे गए थे। लखमन विहार यूपीएचसी को शाम 5:25 बजे बंद पाया गया, जबकि उसके बंद होने का समय शाम 6 बजे है।
