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नोएडा : रेलवे भर्ती परीक्षा में सॉल्वर गैंग पकड़ा, परीक्षा में 100% पास कराने का देते थे भरोसा  

यूपी एसटीएफ ने शुक्रवार को रेलवे भर्ती बोर्ड ग्रुप डी की ऑनलाइन प्रतियोगी परीक्षाओं में मूल अभ्यर्थियों के स्थान पर सॉल्वर बैठाने वाले गिरोह का पर्दाफाश किया है। एसटीएफ की नोएडा इकाई ने सेक्टर-62...

नोएडा : रेलवे भर्ती परीक्षा में सॉल्वर गैंग पकड़ा, परीक्षा में 100% पास कराने का देते थे भरोसा  
नोएडा | संवाददाताSat, 03 Nov 2018 01:15 PM
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यूपी एसटीएफ ने शुक्रवार को रेलवे भर्ती बोर्ड ग्रुप डी की ऑनलाइन प्रतियोगी परीक्षाओं में मूल अभ्यर्थियों के स्थान पर सॉल्वर बैठाने वाले गिरोह का पर्दाफाश किया है। एसटीएफ की नोएडा इकाई ने सेक्टर-62 स्थित परीक्षा केंद्र से गिरोह के सरगना व तीन सॉल्वर समेत सात लोगों को गिरफ्तार किया है। 

सरगना अब तक चंडीगढ़, नोएडा, हरियाणा, पंजाब में हुई ऑनलाइन परीक्षा में 200 से अधिक मूल अभ्यर्थियों से करोड़ों रुपये लेकर उनके स्थान पर भाड़े के सॉल्वर बैठा चुका है।

एसटीएफ के उपाधीक्षक राजकुमार मिश्रा ने बताया कि सेक्टर-62 स्थित परीक्षा केंद्र पर रेलवे भर्ती बोर्ड ग्रुप-डी की ऑनलाइन प्रतियोगी परीक्षा चल रही है। पुलिस को जानकारी मिली थी कि केंद्र पर परीक्षा में धांधली करने के लिए गिरोह के कुछ सक्रिय सदस्य आ रहे हैं। लिहाजा एसटीएफ की टीम ने 11:30 बजे घेराबंदी कर केंद्र से सात लोगों को गिरफ्तार कर लिया। आरोपियों की पहचान संजीत दहिया, नवीन कुमार, विक्रांत, सुमित, सन्नी, गजेंद्र और सुबोध के रूप में हुई है। दहिया और नवीन हरियाणा के सोनीपत के रहने वाले हैं। विक्रांत और सुमित बागपत से हैं। वहीं सन्नी, गजेंद्र और सुबोध बिहार के रहने वाले हैं। इनमें से तीन सॉल्वर हैं, जो परीक्षा देने के लिए आए थे। आरोपियों के पास से 4 लाख 51 हजार रुपये, 100 से अधिक अभ्यर्थियों के प्रवेश पत्र व तीन कारें बरामद हुई हैं। संजीत दहिया गिरोह का सरगना है।

प्रतियोगियों को फंसाते थे

दिल्ली के मुखर्जी नगर में पीसीएस आदि प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रहे लड़कों को मोटी रकम देकर सॉल्वर के तौर पर इस्तेमाल किया जा रहा था। गिरोह का सरगना परीक्षा में पास कराने का दावा कर एक अभ्यार्थी से 2 से 6 लाख रुपये लेता था। अभ्यर्थियों को परीक्षा में 100 फीसदी पास कराने का भरोसा दिया जाता था। 

सॉल्वर को देते थे 50 हजार 

यह गैंग दिल्ली के मुखर्जी नगर में पिछले कई वर्षों का अनुभव रखने वाले और परीक्षा में सफल हो चुके अभ्यर्थियों को लालच देकर सॉल्वर बनाते थे। इसके लिए गैंग लीडर संजीत खुद भी मुखर्जी नगर जाकर लोगों से सपंर्क करता था और एक बार परीक्षा देने के लिए 40-50 हजार रुपये का लालच देता था। परीक्षा दिलाने के बाद उन्हें पैसे अलग-अलग किस्त में दिए जाते थे।

बुलंदशहर के पांच अभ्यर्थियों से लिए थे रुपये

एक माह पहले ऑनलाइन परीक्षा पास कराने के नाम पर आरोपियों ने बुलंदशहर के पांच अभ्यर्थियों से लाखों रुपये लिए थे। पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि उन्होंने इन पांचों अभ्यर्थियों की परीक्षा सॉल्वरों से नहीं दिलाई है, जिस कारण वह उनके पैसे लौटाने वाले थे। 

गैंग का एक सदस्य रेलवे में नौकरी करता है

पकड़े गए गैंग का एक सदस्य सुमित रेलवे में ट्रेकमैन के पद दिल्ली मंडल में काम कर रहा है। वर्तमान में बड़ौत रेलवे स्टेशन से कांधला के बीच उसकी तैनाती है। आरोपी खेल कोटे से वर्ष 2013 में भर्ती हुआ था। उसने नेशनल जूनियर रेसलिंग चैंपियनशिप में गोल्ड जीत था। 

कोचिंग सेंटर चलाता था

गैंग के सदस्य सन्नी ने स्नातक की परीक्षा पास की है। वह जनपद हरनोत में चोकिंग सेंटर चलाता था। यह कोंचिंग सेंटर इसलिए खोला गया था, ताकि छात्रों से पैसे लेकर उनको प्रतियोगी परीक्षाओं में पास कराने लालच देकर फंसाया जा सके। आरोपियों के पास से सॉल्वरों से परीक्षा दिलाने वाले छात्रों की सूची भी बरामद हुई है।

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