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पंजाब के पूर्व CM की पत्नी के साथ ठगी करने वाले गिरोह का मास्टरमाइंड गिरफ्तार, रिटायर्ड दरोगा से भी ठगे थे 31 लाख रुपये

मूलरूप से बागपत निवासी रविंद्र शर्मा पीएसी से रिटायर्ड सब इंस्पेक्टर हैं। वह 31 मार्च 2020 को रिटायर्ड हुए थे। एक ठग ने जून 2021 में रविंद्र शर्मा के मोबाइल पर कॉल की थी।

पंजाब के पूर्व CM की पत्नी के साथ ठगी करने वाले गिरोह का मास्टरमाइंड गिरफ्तार, रिटायर्ड दरोगा से भी ठगे थे 31 लाख रुपये
Swati Kumariवरिष्ठ संवाददाता,नोएडाSat, 28 Jan 2023 08:19 PM
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नोएडा पुलिस ने पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह की पत्नी के साथ 23 लाख रुपये की ठगी करने वाले गिरोह के मास्टरमाइंड शमशेर को शुक्रवार को गिरफ्तार कर लिया। गिरोह ने पीएसी के रिटायर्ड दरोगा की पेंशन शुरु कराने का झांसा देकर उनसे 31 लाख से ज्यादा रुपये की ठगी की थी। शमशेर पूरा परिवार ठगी के धंधे में लिप्त है।  

मूलरूप से बागपत के सेड़भर गांव निवासी रविंद्र शर्मा पीएसी से रिटायर्ड सब इंस्पेक्टर हैं। वह 31 मार्च 2020 को रिटायर्ड हुए थे। एक ठग ने जून 2021 में रविंद्र शर्मा के मोबाइल पर कॉल की थी। जालसाज ने खुद को ट्रेजरी कार्यालय में तैनात अधिकारी बताया। उसने पीड़ित को ज्वाइनिंग से लेकर रिटायरमेंट और परिवार की पूरी जानकारी बताई थी। फिर उनके खाते में जमा पैसों की जानकारी भी दे दी थी। आरोपी ने ऑनलाइन वेरिफिकेशन के नाम पर पीड़ित से बैंक डिटेल और एटीएम कार्ड की डिटेल ले ली थी। इसके बाद जालसाज ने रविंद्र के खाते से मोबाइल ऐप के जरिए 31 लाख 10 हजार 490 रुपये निकाल लिये थे। इसको लेकर पीड़ित ने साइबर क्राइम थाने में केस दर्ज कराया था। अब पुलिस ने ठगी करने वाले आरोपी को पंजाब से शुक्रवार रात को गिरफ्तार किया। उसकी पहचान बिहार के भागलपुर स्थित गांव मुरली निवासी शमशेर अली के रूप में हुई है। वह वर्तमान में पंजाब के जिला फतेहगढ़ साहिब स्थित न्यू शांति नगर में रह रहा था। 

फैक्ट्री की आड़ में बेटों के साथ कर रहा था ठगी 
शमशेर की पंजाब में लोहे दरवाजे, खिड़की सहित अन्य सामान बनाने की फैक्ट्री है। यहां से ही जालसाज देशभर के लोगों से संपर्क कर ठगी कर रहा था। इस धंधे में उसके दो बेटे अफसर अली और नूर अली भी शामिल हैं। उसके दोनों बेटे जालसाजी के मामले में जेल में बंद है। आरोपी का पूरा परिवार ठगी के धंधे में लिप्त है। इनके खिलाफ झारखंड, पंजाब, उत्तर प्रदेश सहित अन्य राज्यों में केस दर्ज हैं। 

गिरोह ने की थी पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री की पत्नी से ठगी  
पुलिस जांच में खुलासा हुआ है कि इसी गिरोह ने पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह की पत्नी परनीत कौर से 23 लाख रुपये की ठगी की थी। अगस्त 2019 में परनीत कौर के साथ नई दिल्ली में संसद सत्र के दौरान 23 लाख की ठगी हुई थी। जालसाज ने खुद को एसबीआई का बैंक मैनेजर बताकर उनका बैंक खाता, आधार, एटीएम और ओटीपी नंबर लेकर उनके खाते से 23 लाख रुपये निकाल लिये थे। इस मामले में पुलिस ने शमशेर के बेटे अफसर अली को गिरफ्तार किया था। 

केवाईसी के नाम पर भी ठगी करता है गिरोह 
गिरोह केवाईसी अपडेट करने का झांसा देकर भी ठगी करता है। जालसाज पेटीएम, बैंक खाता, मोबाइल नंबर की केवाईसी कराने के बहाने पीड़ितों से संपर्क करते हैं। फिर उन्हें मोबाइल पर लिंक भेजकर खाते से पैसे निकाल लेते हैं। इसी तरह आरोपियों ने 2019 में रिटायर्ड एडीजी के पिता से नोएडा में ठगी की थी। 

100 से ज्यादा लोगों से की ठगी 
आरोपी अभी तक 100 से ज्यादा लोगों से करोड़ों रुपये की ठगी कर चुका है। वह पीड़ितों से ट्रेजरी, बैंक, बिजली निगम सहित अन्य सरकारी विभाग का अधिकारी बनकर बात करता था। फिर उन्हें झांसे में लेकर उनके खातों से लाखों रुपये निकाल लेता था। पुलिस आरोपी के द्वारा बताए गए बैंक खातों की डिटेल भी खंगाल रही है, ताकि पीड़ितों की रकम को फ्रीज कराया जा सके।

जामताड़ा से जुड़े हैं शमशेर के तार 
थाना प्रभारी रीता यादव ने बताया कि शमशेर के तार ठगों के गढ़ झारखंड के जामताड़ा से भी जुड़े हैं। उसके गिरोह में अन्य लोग भी शामिल हैं। शमशेर को पेंशनर का डेटा और डिजिटल वॉलेट जामताड़ा का गिरोह मुहैया करा रहा था। शमशेर से दरोगा से ठगी गई रकम को भी 50 से ज्यादा शहरों के अलग-अलग 100 खातों में ट्रांसफर की थी।

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