2 साल में भी पता नहीं चला चोरी हुए 36 KG सोने का मालिक कौन? इन 7 सवालों के जवाब नहीं ढूंढ सकी नोएडा पुलिस
ग्रेटर नोएडा के फ्लैट से चोरी हुए 36 किलो सोने और छह करोड़ रुपये का मालिक कौन है, इसका पता दो साल बाद भी नहीं चल सका है। पुलिस इस मामले की फाइल को भी लगभग बंद कर चुकी है।

ग्रेटर नोएडा के फ्लैट से चोरी हुए 36 किलो सोने और छह करोड़ रुपये का मालिक कौन है, इसका पता दो साल बाद भी नहीं चल सका है। पुलिस इस मामले की फाइल को भी लगभग बंद कर चुकी है। पुलिस को ऐसा कोई बिंदु नहीं मिला, जिसके आधार पर जांच आगे बढ़ाई जा सके।
ग्रेटर नोएडा की सिल्वर सिटी-2 सोसाइटी के फ्लैट नंबर-301 से अगस्त 2020 में चोरों ने 36 किलो सोना और छह करोड़ से अधिक की नकदी चुरा ली गई थी। यह पहली ऐसी चोरी है, जिसमें किसी ने मुकदमा दर्ज नहीं कराया। नोएडा पुलिस ने 11 जून 2021 को चोरी करने के छह आरोपियों को पकड़ा था। इन आरोपियों ने दावा किया था कि उन्होंने सिल्वर सिटी-2 सोसाइटी के उक्त फ्लैट में चोरी थी। इस चोरी में 10 आरोपी शामिल थे। अभी तक चोरों से पुलिस 17 किलो सोना और 57 लाख रुपये की नकदी समेत 12 करोड़ का माल बरामद कर चुकी है, लेकिन किसी ने बरामद माल पर दावेदारी नहीं की है।
पुलिस ने नकदी की एफडी कराने के साथ ही सोने को कोषागार में जमा करा दिया है। इस मामले में गिरफ्तार सभी आरोपियों की जमानत भी हो चुकी है। इस चोरी का खुलासा वैसे तो सेक्टर-39 पुलिस ने किया था, लेकिन बाद में इस मामले की जांच सेक्टर-20 थाना प्रभारी को सौंप दी गई थी। उनका कहना है कि सोना और पैसा किसका था और इसका मालिक कौन है, इसकी सच्चाई जानने के लिए राममूर्ति पांडेय और उसके बेटे किशलय पांडेय को पुलिस ने नोटिस जारी किए थे। जिस फ्लैट में चोरी का दावा किया गया था, वह इन्होंने किराये पर ले रखा था। लेकिन, उन्होंने इस सामान को अपना मानने से साफ इनकार कर दिया।
दोनों ने कहा कि उनके यहां पर कोई चोरी नहीं हुई। वह परिवार के साथ देश से बाहर हैं। इस मामले में, जो आरोपी पकड़े गए थे, उनसे भी जांच में कोई बिंदु ऐसा नहीं मिला, जिससे जांच में कोई सफलता मिले।
बदमाशों के बीच मारपीट हुई तो राज खुला
सिल्वर सोसाइटी के फ्लैट में जिन बदमाशों ने चोरी की थी, उनके बीच माल के बंटवारे को लेकर मारपीट हो गई थी। इसके बाद चोरी की बात लोगों के बीच फैल गई और पुलिस को सूचना मिली तो पुलिस ने आरोपियों को उठाकर पूछताछ की। इसके बाद यह मामला खुलता चला गया। आरोपियों ने पहली बार चोरी की थी और पहली बार में ही उन्हें करोड़ों का माल हाथ लगा था। इस मामले में पहले आरोपी को पुलिस ने 10 जून 2021 को पकड़ा था। उसकी निशानदेही पर चोरी का सामान और अन्य आरोपियों को पकड़ने के बाद 11 जून 2021 को इस प्रकरण में प्रेसवार्ता की थी।
आयकर विभाग और ईडी ने नहीं ली रुचि
इस मामले के खुलासे के बाद नोएडा पुलिस ने आयकर विभाग और ईडी को भी पत्र लिखा था, लेकिन दोनों ही विभागों ने इस मामले की जांच में कोई दिलचस्पी नहीं दिखाई।
हरिशचंद (डीसीपी, नोएडा) ने कहा, ''इस मामले में बरामद सोने और नकदी के लिए किसी ने दावेदारी नहीं की है। इनके मालिक का पता नहीं चला है। मामले की जांच जारी है।
इन सात सवालों के जवाब मिलने बाकी
1. फ्लैट से कितना माल चुराया गया और वह किसका था?
2. बदमाशों ने फ्लैट में चोरी की घटना को कैसे अंजाम दिया?
3. दिन के उजाले में बदमाशों ने कैसे खोला फ्लैट का दरवाजा?
4. चोरी करने के लिए किसने उपलब्ध कराई फ्लैट की चाबी?
5. अगस्त 2020 में हुई चोरी जून 2021 तक कैसे दबी रही?
6. किशलय और राममूर्ति पांडेय पुलिस के सामने क्यों नहीं आए?
7. गौतमबुद्ध नगर जिले को छोड़कर कहां पर शिफ्ट हो गया पूरा पांडेय परिवार?