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संजय सिंह के भ्रामक ट्वीट का नितिन गडकरी ने चेतावनी के साथ दिया तगड़ा जवाब

भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के संसदीय बोर्ड से केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी की छुट्टी के बाद से ही उनको लेकर कई तरह की अटकलें लगाईं जा रही हैं। उनका एक पुराना वीडियो भी शेयर किया जा रहा है।

संजय सिंह के भ्रामक ट्वीट का नितिन गडकरी ने चेतावनी के साथ दिया तगड़ा जवाब
Sudhir Jhaलाइव हिन्दुस्तान,नई दिल्लीThu, 25 Aug 2022 09:03 PM
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भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के संसदीय बोर्ड से केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी के बाहर होने के बाद से ही उनको लेकर कई तरह की अटकलें लगाई जा रही हैं। अपनी बेबाकी के लिए मशहूर नितिन गडकरी को लेकर विपक्ष भी इसमें काफी दिलचस्पी ले रहा है और कई लोग इसे इस रूप में पेश कर रहे हैं कि पीएम मोदी और गडकरी के बीच सबकुछ ठीक नहीं चल रहा है। इस बीच आम आदमी पार्टी के नेता और राज्यसभा सांसद संजय सिंह ने उनके पुराना वीडियो क्लिप साझा करते हुए ट्वीट किया और पूछा कि क्या वह भाजपा छोड़ रहे हैं। इस बीच खुद नितिन गडकरी ने बिना किसी का नाम लिए जवाब दिया है और ऐसा करने वालों को चेतावनी दी है। उन्होंने अपने खिलाफ दुष्प्रचार चलाने वालों को कानून के दायरे में लाने की भी बात कही है।  

नितिन गडकरी का जो भाषण वायरल किया जा रहा है और जिसे आम आदमी पार्टी के सांसद ने ट्वीट किया है उसमें वह कह रहे हैं कि उन्हें पद रहने या ना रहने से फर्क नहीं पड़ता है। वह कहते हैं, ''नहीं रहा तो फर्क नहीं पड़ता, मेरा गया तो गया पद, चिंता नहीं। मैं राजनीतिक पेशेवर नहीं। जो होगा सो देखा जाएगा। मैं तो सामान्य व्यक्त हूं, अभी भी फुटपाथ पर खाने वाला, थर्ड क्लास में पिक्चर देखने वाला और नाटक पीछे से देखने वाले लोगों में बड़ा हुआ हूं। मुझे वह जीवन बहुत अच्छा लगता है। जेड प्लस सिक्यॉरिटी अड़चन आती है तो रात को सबको छोड़ने के बाद मैं निकल जाता हूं।'' वीडियो में कई जर्क भी हैं।

क्या है सच्चाई
दरअसल, यह वीडियो गडकरी के एक पुराने भाषण का है, जिसमें वह उस समय की बात बता रहे थे जब वह 1996 में शिवसेना-बीजेपी की मनोहर जोशी सरकार में पीडबल्यूडी मंत्री थे। वह महाराष्ट्र के अमरावती में कुपोषण से हजारों बच्चों की मौत की घटना का जिक्र करते हुए कहते हैं कि मुख्यमंत्री ने कहा कि तहसील के 400 गांवों में एक भी रोड नहीं है, जिसकी वजह से विकास कार्य उन इलाकों में नहीं पहुंच पाता है। वह बताते हैं कि वन विभाग के कुछ नियम आड़े आ रहे थे और मुख्य वन संरक्षक ने जब कुछ कर पाने में विवशता जाहिर की तो गडरी ने कहा,  ''सर, ये तुम्हारे बस का काम नहीं है। ऐसे काम में मैं बहुत माहिर हूं। तुम एक काम करो... ये मेरे ऊपर छोड़ दो। मुझे ये चिंता नहीं है क्या परिणाम होते हैं और मैं ये काम करूंगा। आपको संभव हुआ तो मेरे पीछे खड़े रहो। नहीं रहा तो फर्क नहीं पड़ता। मेरा गया तो गया पद मुझे चिंता नहीं।'' 

इसी क्रम में उन्होंने कहा था कि अगर अदालत से या कोई दूसरी कानूनी दिक्कत आएगी तो मैं जिम्मेदारी लूंगा और मेरा मंत्री पद जाता है तो भी फर्क नहीं पड़ता है। संजय सिंह ने उस वीडियो का छोटा सा हिस्सा ट्वीट किया था और ऊपर जो टेक्स्ट लिखा था, उससे लग रहा था कि गडकरी अपने केंद्रीय मंत्री पद को लेकर ऐसा बयान दे रहे हैं। 

केंद्रीय मंत्री ने गुरुवार को गलत संदर्भ में उनके भाषण को पेश करने वालों को चेतावनी दी और कहा कि वह कानूनी ऐक्शन लेने में भी संकोच नहीं करेंगे। एक के बाद एक कई ट्वीट में गडकरी ने कहा कि उनके खिलाफ झूठा प्रचार अभियान चलाया जा रहा है। उन्होंने कहा, ''राजनीतिक लाभ के लिए आज एक बार फिर मेरे खिलाफ नापाक और मनगढ़ंत अभियान के तहत कुछ मेनस्ट्रीम मीडिया, सोशल मीडिया और कुछ व्यक्तियों की ओर से एक सार्वजनिक कार्यक्रम में दिए गए मेरे बयानों को गलत संदर्भ में पेश किया जा रहा है।''

कानूनी ऐक्शन की चेतावनी
गडकरी ने आगे कहा, ''हालांकि, मैं फ्रिंज एलिमेंट्स के ऐसे दुर्भावनापूर्ण एजेंडे से कभी परेशान नहीं होता, लेकिन मैं यहां सभी संबंधित लोगों को चेतावनी देते हूं कि यदि ऐसी शरारत जारी रही तो मैं अपनी सरकार, पार्टी और हमारे लाखों मेहनती कार्यकर्ताओं के व्यापक हित में उन्हें कानून के दायरे में ले जाने से नहीं हिचकिचाऊंगा। इसलिए, मैंने असल में जो कहा था उसका लिंक साझा कर रहा हूं।'' गडकरी ने ट्वीट के साथ वह पूरा भाषण भी साझा किया है, जिसके कुछ हिस्सों को काटकर वायरल किया जा रहा है।

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