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नीलम कटारा को देहरादून से दिल्ली आने पर 24 घंटे सुरक्षा दी जाएगी, दिल्ली पुलिस ने हाईकोर्ट को बताया

दिल्ली पुलिस ने बुधवार को दिल्ली हाईकोर्ट को सूचित किया कि वह दिवंगत नीतीश कटारा की मां नीलम कटारा के देहरादून से दिल्ली आने पर उन्हें 24 घंटे सुरक्षा मुहैया कराएगी। नीलम कटारा ने अपनी जान को खतरा...

नीलम कटारा को देहरादून से दिल्ली आने पर 24 घंटे सुरक्षा दी जाएगी, दिल्ली पुलिस ने हाईकोर्ट को बताया
नई दिल्ली। पीटीआईWed, 03 Mar 2021 06:55 PM
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दिल्ली पुलिस ने बुधवार को दिल्ली हाईकोर्ट को सूचित किया कि वह दिवंगत नीतीश कटारा की मां नीलम कटारा के देहरादून से दिल्ली आने पर उन्हें 24 घंटे सुरक्षा मुहैया कराएगी। नीलम कटारा ने अपनी जान को खतरा बताते हुए सुरक्षा मुहैया कराने का अनुरोध किया था।

पुलिस ने जस्टिस योगेश खन्ना को अवगत कराया कि इलाज या अदालती मामले में नीलम कटारा जब भी दिल्ली आएंगी उनके ठहरने के स्थान पर अधिकारी सुरक्षा मुहैया कराएंगे। पुलिस ने कहा कि नीलम कटारा को अपनी यात्रा के 72 घंटे पहले ई-मेल के जरिए इस बारे में सूचित करना होगा।

नीलम कटारा की तरफ से पेश वकील प्रदीप डे ने कहा कि पूर्वी दिल्ली में ठहरने के लिए सुरक्षित स्थान मुहैया कराने के बजाय पुलिस को नई दिल्ली और मध्य दिल्ली इलाके में भी सुरक्षा देनी चाहिए।

इस पर दिल्ली पुलिस की तरफ से पेश अतिरिक्त स्थायी वकील राजेश महाजन ने कहा कि उन्हें इस पर कोई आपत्ति नहीं है और इस संबंध में उनको ई-मेल एड्रेस देना होगा और अपनी यात्रा के बारे में पूर्व में बताना होगा।

दिल्ली पुलिस की ओर से स्टेटस रिपोर्ट में दिए गए बयान को रिकॉर्ड पर लेते हुए हाईकोर्ट ने नीलम कटारा की याचिका का निस्तारण कर दिया। नीलम कटारा ने उत्तराखंड में अपनी सुरक्षा के लिए केंद्र को निर्देश दिए जाने का अनुरोध किया था।

उत्तर प्रदेश के बाहुबली नेता डीपी यादव की बेटी भारती यादव के साथ कथित प्रेम संबंधों के चलते नीतीश कटारा की 16-17 फरवरी 2002 की दरम्यानी रात को हत्या कर दी गई थी। इस मामले में भारती यादव के भाई विकास और विशाल यादव को 25 साल की सजा और तथा एक अन्य दोषी सुखदेव पहलवान को 20 साल की सजा सुनाई गई थी। 

इससे पहले, दिल्ली हाईकोर्ट ने विकास और विशाल यादव को निचली अदालत द्वारा दी गई आजीवन कारावास की सजा को बरकरार रखते हुए दोनों को बिना किसी छूट के 30 साल की सजा सुनाई थी। वहीं, तीसरे दोषी पहलवान को 25 साल की जेल की सजा सुनाई थी। डीपी यादव भी एक अन्य हत्या के मामले में जेल में बंद हैं।

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