ट्रेंडिंग न्यूज़

Hindi News NCR30 लाख रुपये की ठगी में नाइजीरियन नटवरलाल गुरुग्राम से गिरफ्तार

30 लाख रुपये की ठगी में नाइजीरियन नटवरलाल गुरुग्राम से गिरफ्तार

साइबर सेल ने मंगलवार को 30 लाख रुपये की ठगी करने वाले नाइजीरियन नागरिक एंड्रयू डेनियल को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है। एंड्रयू डेनियल को सोमवार को गुरुग्राम से गिरफ्तार किया गया था।...

30 लाख रुपये की ठगी में नाइजीरियन नटवरलाल गुरुग्राम से गिरफ्तार
आगरा। कार्यालय संवाददाताWed, 17 Jul 2019 02:37 PM
ऐप पर पढ़ें

साइबर सेल ने मंगलवार को 30 लाख रुपये की ठगी करने वाले नाइजीरियन नागरिक एंड्रयू डेनियल को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है। एंड्रयू डेनियल को सोमवार को गुरुग्राम से गिरफ्तार किया गया था। वहां पर वह महिला मित्र के साथ रह रहा था। उसने गांधीनगर निवासी एक अधिकारी को घोड़ों की शक्तिवर्धक दवाओं के कारोबार के नाम पर ठगा था। थाना हरीपर्वत में धोखाधड़ी का मुकदमा दर्ज किया गया था।

गांधी नगर निवासी अवध नारायण त्रिपाठी पालीवाल पार्क में खाद्य विभाग के एक संस्थान में प्राचार्य हैं। पिछले साल छह अगस्त को उनके फोन पर मैसेज आया। इसमें घोड़ों की शक्तिवर्धक दवाओं की सप्लाई से मोटा पैसा कमाने और कारोबार में हिस्सेदार बनाने की बात थी। इसमें एंड्रयू डेनियल ने अपनी ईमेल आईडी भी दी थी। प्राचार्य ने ईमेल आईडी पर संपर्क किया। ईमेल का जवाब डॉक्टर ईडन नाम के व्यक्ति ने दिया। उसने कहा कि वह भारत में कारोबार करना चाहता है। मुंबई में घोड़ों की शक्तिवर्धक दवाएं सस्ते दामों पर मिलती हैं। इनकी जर्मन और अमेरिका में काफी मोटी कीमत मिलती है।

डॉक्टर ईडन ने प्राचार्य को एक फर्म का पता और फोन नंबर भेजा। प्राचार्य ने संपर्क किया तो दवाएं सैंपल के तौर पर भेजी गईं। फिर डॉक्टर ईडन ने एक विदेशी प्रतिनिधि उनके पास भेजा। दवाओं का सैंपल लेने पर उसने भुगतान भी किया। दवा की एक शीशी पर एक लाख रुपये का मुनाफा हुआ। तब प्राचार्य ने अपने बेटे के नाम से कारोबार करने का मन बनाया। इसके बाद एंड्रयू डेनियल ने उन्हें जाल में फंसाया। उनसे कई बार में अपने खाते में 30 लाख 22 हजार रुपये जमा करा लिए। इसके बाद किसी ने संपर्क नहीं किया। प्राचार्य को ठगी का एहसास हुआ तो उन्होंने थाना हरीपर्वत समेत उच्चाधिकारियों से शिकायत की। जांच साइबर सेल आईजी रेंज को सौंपी गई थी।

ये हुआ बरामद

दो पासपोर्ट। एक लैपटॉप, जिसमें यूपी, मध्यप्रदेश, बेंगलुरु, गुजरात और राजस्थान के लाखों लोगों के फोन नंबर और ईमेल आईडी मिले। दो मोबाइल फोन मिले, जिसमें से एक फोन डॉक्टर ईडन के नाम पर रजिस्टर्ड था।

छात्र वीजा पर आया था भारत 

एंड्रयू डेनियल 2011 में छात्र वीजा पर भारत आया था। मास मीडिया की पढ़ाई करने के लिए मुंबई पहुंचा। वहां उसकी मुलाकात साइबर फ्रॉड करने वाले कुछ लोगों से हुई। इनमें एक सदस्य घाना, अफ्रीका का स्वीट भी है। उसने उसे फ्रॉड के तरीके सिखाए। 2015 में एंड्रयू का वीजा खत्म हो गया था। मगर वह मुंबई, दिल्ली, नोएडा और गुरुग्राम में छिपकर रह रहा था। 

हिस्सेदारी पर होता था पूरा फ्रॉड

पुलिस के मुताबिक, पूछताछ में एंड्रयू ने बताया कि राजस्थान और महाराष्ट्र में गैंग के सदस्य हैं। ये ही उसे लोगों की जानकारी मुहैया कराते थे। ठगे गए पैसे का 40 प्रतिशत हिस्सा एंड्रयू डेनियल लेता था। राजस्थान और महाराष्ट्र में बैठे लोग 20 प्रतिशत हिस्सा लेते थे। इसके बाद रकम का शेष 40 प्रतिशत हिस्सा मुंबई में बैठे एक और सदस्य को जाता है। 

टीम को आईजी रेंज की ओर से इनाम

आईजी रेंज ए. सतीश गणेश की साइबर सेल ने मामले का खुलासा किया। टीम को आईजी रेंज ने 25 हजार रुपये का इनाम दिया है। टीम में निरीक्षक शैलेष कुमार सिंह, एएसआईएम विशाल शर्मा, मुख्य आरक्षी देवेंद्र पाल सिंह भदौरिया, सिपाही जितेंद्र, सुशील कुमार, नवीन प्रताप सिंह और श्यामवीर सिंह शामिल रहे।

हिन्दुस्तान का वॉट्सऐप चैनल फॉलो करें