MCD Election: वोटर लिस्ट में नहीं मिला नाम, भटकते नजर आए लोग, अब चुनाव आयोग से शिकायत
मतदाता सूची में नाम नहीं होने के चलते लोगों को वोटिंग के लिए परेशानियों का सामना करना पड़ा। दिल्ली नगर निगम चुनाव में काफी संख्या में लोगों को वोट डालने के लिए एक बूथ से दूसरे बूथ तक भटकते नजर आए।

दिल्ली में परिसीमन और चुनाव घोषित होने के आखिरी समय तक मतदाता सूची में नाम जोड़ने के चलते लोगों को नगर निगम चुनाव में मतदान करने में परेशानियों का सामना करना पड़ा। दिल्ली नगर निगम चुनाव में रविवार को काफी संख्या में लोगों को अपना वोट डालने के लिए एक बूथ से दूसरे बूथ तक भटकते रहे। कुछ लोग तो परेशान होकर बिना मत डाले भी अपने घरों लौट गए। पहले दिल्ली में नगर निगम के कुल 272 वार्ड थे, लेकिन इस बार परिसीमन के बाद निगम वार्ड की संख्या सिर्फ 250 कर दी गई है। इसकी वजह से लोगों के मतदान का बूथ भी बड़े पैमाने पर बदल गए। कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष अनिल चौधरी ने और भाजपा के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष मनोज तिवारी ने इस मामले में आयोग से शिकायत की है।
भटकते नजर आए लोग
बाहरी दिल्ली के नरेला में वार्ड संख्या-3 में मतदान केंद्र पर इसी तरह की समस्याओं को लेकर लोग इधर से उधर भटकते नजर आए। शाहिल नाम के मतदाता ने बताया कि वह अब तक तीन मतदान केंद्रों पर जा चुके हैं। उन्हें एक बूथ से दूसरे बूथ पर भेजा जा रहा है, लेकिन किस केंद्र पर मतदान करना है, इस बारे में सटीक नहीं बताया जा रहा है। बुराड़ी के वार्ड संख्या-6 में उमेश चंद्र ने बताया कि चुनाव अधिकारी द्वारा दिए गए मतदाता पर्ची की संख्या और मतदान केंद्र के भीतर पीठासीन अधिकारी के पास जो मतदाता सूची है, उसमें क्रम संख्या अलग होने से वह मतदान नहीं कर पा रहे हैं।
किसी ने किया वोट तो किसी को नहीं मिला मौका
कड़कड़डूमा स्थित केंद्रीय विद्यालय में बने मतदान केंद्र पर अपने पिता के साथ वोट डालने आई रश्मि ने बताया कि वह पहली बार वोट डालने आई है, लेकिन उसकी मतदाता पर्ची नहीं मिल रही है। उसके पिता ने मतदान कर दिया था। उत्तरी-पूर्वी दिल्ली के सुभाष मोहल्ला के वार्ड में सुबह जब लोग मतदान करने पहुंचे तो पता चला कि अधिकांश लोगों का नाम मतदाता सूची से गायब है।
मनोज तिवारी ने लगाया धांधली का आरोप
लोगों ने इस बारे में भाजपा सांसद मनोज तिवारी से शिकायत की। इसके बाद तिवारी ने चुनाव में धांधली का आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि है भाजपा समर्थकों के बड़े पैमाने पर मतदाता सूची से नाम गायब किए गए हैं। उन्होंने कहा कि करीब 450 लोगों का नाम लिस्ट से नदारद है। भाजपा सांसद ने कहा कि सुभाष मोहल्ला के वार्ड में भाजपा को समर्थन देने वाले करीब 450 मतदाताओं का नाम से मिट चुका है।
दोबारा चुनाव कराने की मांग
मनोज तिवारी ने इसके खिलाफ चुनाव आयोग में शिकायत करने की भी बात कही। उन्होंने दोबारा चुनाव कराने की मांग की है। उन्होंने कहा कि अगर किसी वार्ड में इतनी बड़ी संख्या में वोट कटे हैं तो पूरी दिल्ली में क्या हाल होगा। वहीं चुनाव से जुड़े एक अधिकारी ने बताया कि दरअसल, 5 नवंबर तक मतदाता सूची में लोगों के नाम जोड़े गए। साथ ही यह भी कहा कि इसकी वजह से कई जगहों पर नई मतदाता सूची है, जबकि कुछ केंद्रों पर पुराने मतदाता सूची। इस वजह से भी लोगों को परेशानी हो रही है।
कांग्रेस अध्यक्ष का नाम भी सूची में नहीं
दिल्ली कांग्रेस अध्यक्ष चौधरी अनिल कुमार का नाम मतदाता सूची में नहीं था। इस पर चुनाव आयोग से शिकायत की गई है। कांग्रेस प्रतिनिधि मंडल ने इस मामले की जांच कराने की मांग की है। प्रतिनिधि मंडल का नेतृत्व कर रहे दिल्ली कांग्रेस कम्यूनिकेशन विभाग के प्रमुख अनिल भारद्वाज ने कहा कि दिल्ली कांग्रेस अध्यक्ष टिंबर मार्केट के राजकीय सर्वोदय कन्या विद्यालय में वोट डालने पहुंचे, लेकिन वोटर लिस्ट में उनका नाम नहीं था। उन्होंने कहा कि अनिल कुमार पूर्व विधायक और पूर्व निगम पार्षद हैं। उनका नाम कोंडली वार्ड नंबर 193 की मतदाता सूची से डिलीट नहीं दिखाया गया है, लेकिन विशेष तौर पर हटा हुआ है, जबकि उनकी पत्नी शशि बाला का नाम वार्ड नंबर 193 कोंडली की सूची में है।
चुनाव आयोग ने झाड़ा पल्ला
राज्य चुनाव आयोग ने दिल्ली प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष चौधरी अनिल कुमार समेत अन्य लोगों का मतदाता सूची में नाम नहीं होने को लेकर अपना पल्ला झाड़ लिया है। आयोग के मुताबिक, मतदाता सूची में नाम जोड़ने व हटाने की जिम्मेदारी दिल्ली मुख्य निर्वाचन अधिकारी कार्यालय (चुनाव आयोग) की होती है। राज्य चुनाव आयोग दिल्ली नगर निगम चुनाव में चुनाव आयोग की ओर से बनाए गई मतदाता सूची सिर्फ प्रयोग करती है। आयोग ने कहा कि कांग्रेस अध्यक्ष की शिकायत को आगे चुनाव आयोग को भेज दिया गया है।