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दिल्ली में MCD अस्पतालों का होगा कायाकल्प, वेंटिलेटर से होंगे लैस, व्यवस्थाओं पर बिफरा विपक्ष

केजरीवाल सरकार ने दिल्ली में एमसीडी के अस्पतालों के कायाकल्प की तैयारी की है। महापौर डॉ. शैली ओबरॉय ने बताया कि दिल्ली सरकार ने इस संबंध में निगम को 117 करोड़ रुपये का फंड जारी किया है।

दिल्ली में MCD अस्पतालों का होगा कायाकल्प, वेंटिलेटर से होंगे लैस, व्यवस्थाओं पर बिफरा विपक्ष
Krishna Singhराहुल मानव,नई दिल्लीMon, 18 Sep 2023 11:16 PM
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दिल्ली नगर निगम के बड़े अस्पतालों और डिस्पेंसरियों में कई स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार होगा। इस संबंध में दिल्ली सरकार ने निगम को 117 करोड़ रुपये का फंड जारी किया है। इसका इस्तेमाल सात बड़े अस्पतालों, डिस्पेंसरियों, प्रसूति और प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों में कुल 1720 प्रोजेक्ट में किया जाएगा। साथ ही कुछ अस्पतालों में प्रशासनिक ब्लॉक बनाए जाएंगे। इसके अलावा वेंटिलेटर भी इंस्टॉल किए जाएंगे। निगम के अस्पतालों और अन्य केंद्रों में स्वास्थ्य सेवाओं की विस्तृत योजना के बारे में निगम महापौर डॉ. शैली ओबरॉय ने एमसीडी हेडक्वार्टर में जानकारी साझा की। 

स्वास्थ्य सेवाओं में होगा सुधार
महापौर डॉ. शैली ओबरॉय ने बताया कि केजरीवाल सरकार की तर्ज पर निगम में भी स्वास्थ्य मॉडल लागू किया जा रहा है। दिल्ली सरकार ने निगम को केपिटल और रेवेन्यू हेड के तहत फंड दिया है, जिसे निगम में स्वास्थ्य सेवाएं सुदृढ़ करने के लिए इस्तेमाल किया जाएगा। राज्य सरकार ने कैपिटल फंड में 54 करोड़ रुपये और रेवेन्यू हेड में 63 करोड़ रुपये दिए हैं। इस फंड को निगम अस्पतालों और अन्य केंद्रों में स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार पर खर्च किया जाएगा।

अगले साल मार्च तक कार्य हो जाएंगे
महापौर ने बताया कि कैपिटल हेड में मिले 54 करोड़ रुपये के फंड को 451 प्रोजेक्टों में लगाया जाएगा। वहीं, रेवेन्यू हेड में मिले 63 करोड़ रुपये से 1269 प्रोजेक्ट पूरे किए जाएंगे। रेवेन्यू हेड में मिले फंड का 80 फीसदी हिस्सा कई स्वास्थ्य सेवाएं और योजना के लिए बुक हो चुका है। स्वास्थ्य व्यवस्था में सुधार से जुड़े काम मार्च 2024 तक पूरे कर लिए जाएंगे।

प्लास्टिक सर्जरी में उपयोग होने वाले उपकरण खरीदे जाएंगे
महापौर ने बताया कि निगम के सबसे बड़े हिंदूराव अस्पताल में कैपिटल हेड से मिले फंड से कई बड़े और छोटे मरम्मत के काम होंगे। अस्पताल में कई ब्लॉक, शौचालय ब्लॉक, पानी की लाइन, एसटीपी प्लांट, लिफ्ट से जुड़े कार्य भी होंगे। साथ ही, बिजली के काम पर भी फंड खर्च होगा। हिंदूराव अस्पताल में एनेस्थीसिया वर्क स्टेशन की शुरुआत होगी। अस्पताल के कार्डियोलॉजी विभाग में वेंटीलेटर लगेंगे। त्वचा रोग विभाग में लेजर सिस्टम की शुरुआत होगी। प्लास्टिक सर्जरी में उपयोग आने वाले उपकरणों की खरीद की जाएगी। 

आईसीयू की मरम्मत के होंगे काम
महापौर ने बताया कि उत्तरी दिल्ली में मौजूद मेडिकल कॉलेज, पूर्वी दिल्ली में स्थित स्वामी दयानंद अस्पताल में सिविल और इलेक्ट्रिक काम होंगे। जर्जर ब्लॉक और सीवर लाइन की मरम्मत होगी। अस्पताल में आईसीयू और आपातकालीन वार्ड के सुधार तथा रखरखाव का काम किया जाएगा।

मादीपुर में नए प्रसूति केंद्र का होगा निर्माण
दिल्ली नगर निगम पश्चिमी दिल्ली के मादीपुर में नए प्रसूति केंद्र का निर्माण करेगा। इसके अलावा, निगम के कई प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों के स्वरूप को बदलने की योजना बनाई गई है। इस संबंध में निगम महापौर डॉ शैली ओबरॉय ने बताया कि मादीपुर में नए प्रसूति केंद्र का निर्माण हो रहा है। नवंबर 2023 तक केंद्र बनकर तैयार हो जाएगा। साथ ही कुतुबगढ़, लाल कुंआ, सदर बाजार, ज्वालापुरी में स्थित प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों में सिविल और इलेक्ट्रिक काम होंगे। इन सभी केंद्रों में ढांचागत सुधार के साथ भवन की मरम्मत से जुड़े काम होंगे।

पॉलीक्लीनिक को सामुदायिक केंद्र में किया जाएगा शिफ्ट
यही नहीं जंगपुरा में स्थित दिल्ली नगर निगम की पॉलीक्लीनिक को सामुदायिक केंद्र में शिफ्ट किया जाएगा। निगम महापौर डॉ शैली ओबरॉय ने सोमवार को इस पॉलीक्लीनिक का दौरा किया। इस दौरान पॉलीक्लीनिक की इमारत की जर्जर व खराब हालत के बारे में पता चला। जिसके बाद, महापौर ने पॉलीक्लीनिक की इमारत को तुरंत अधिकारियों को ध्वस्त करने के निर्देश दिए। इसे खाली करते हुए सामुदायिक केंद्र की इमारत में स्थानांतरित करने के निर्देश दिए।

निगम के अस्पतालों के फंड में बढ़ोतरी की मांग
दिल्ली नगर निगम के अस्पतालों व अन्य केंद्रों के लिए राज्य सरकार की ओर से जारी किए गए फंड को लेकर विपक्ष ने निशाना साधा। निगम के नेता विपक्ष राजा इकबाल सिंह ने महापौर के निगम के अस्पतालों के फंड को लेकर दिए गए वक्तव्य का खंडन किया। उन्होंने कहा कि 54 करोड़ रुपये निगम के अस्पतालों के विकास के लिए पर्याप्त नहीं हैं। उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि निगम में आप ने जब से सत्ता संभाली है। तब से अस्पतालों की व्यवस्था लगातार खराब होती जा रही है। 

विपक्ष ने व्यवस्था पर उठाए सवाल
नेता विपक्ष राजा इकबाल सिंह ने कहा- निगम के अस्पतालों में न तो दवाइयां हैं, ना सफाई व्यवस्था और ना ही मरीजों के अनुपात में डॉक्टरों की व्यवस्था है। निगम के अस्पतालों में स्टाफ, नर्स, पैरामेडिकल स्टाफ, डॉक्टर्स, वॉर्ड बॉय व अन्य कर्मचारियों की भारी कमी है। जिसके कारण आए दिन मरीजों को काफी समस्याओं का सामना करना पड़ता है। नेता विपक्ष ने राज्य सरकार से मांग करते हुए कहा कि निगम के अस्पतालों की व्यवस्थाओं को सुधारने के लिए दिए गए फंड में और इजाफा किया जाए। जिससे मरीजों को किसी प्रकार की असुविधा न उठानी पड़े।

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