मेरे बीवी बच्चों की क्या गलती थी, मेरा दिल रोता था; जेल से रिहा होने के बाद बोले मनीष सिसोदिया
सिसोदिया ने कहा, भाजपा के द्वारा ED और CBI का तानाबाना इसलिए बुना गया क्योंकि केजरीवाल की छवि को खराब करने की कोशिश है क्योंकि केजरीवाल ईमानदारी से काम करने वाली सरकार के प्रतीक बन गए।
दिल्ली के पूर्व उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया तिहाड़ जेल से रिहा होने के बाद आज यानी शनिवार को पार्टी दफ्तर पहुंचे और कार्यकर्ताओं को संबोधित किया। अपने भाषण की शुरुआत उन्होंने इंकलाब जिंदाबाद के नारों के साथ की। उन्होंने कहा, आप जेल के दरवाजे बंद कर सकते हो लेकिन जनता के दिल के दरवाजे हमेशा खुले हुए हैं। उन्होंने कहा, मैं जब राजघाट से आपसे बात करके गया था तो मुझे लगा था कि 7-8 महीने का वक्त लगेगा। लेकिन 17 महीने लग गए। भले ही 17 महीनें लगे लेकिन जीत सच्चाई की हुई है।
मनीष सिसोदिया ने कहा, भाजपा के द्वारा ED और CBI का तानाबाना इसलिए बुना गया क्योंकि केजरीवाल की छवि को खराब करने की कोशिश है क्योंकि केजरीवाल ईमानदारी से काम करने वाली सरकार के प्रतीक बन गए। देश की सबसे बड़ी पार्टी के पास इतने राज्यो में सरकार होने के बाद भी वो उदाहरण पेश नहीं कर पाए। दुनिया की बुरी ताकते एक हो जाये फिर भी सच्चाई को हरा नहीं सकते।
मेरे बीवी बच्चों की क्या गलती थी?
मनीष सिसोदिया ने कहा, मैं बाहर देखता था कि मेरी बहनों को डंडे पड़ रहे हैं, मेरे भाइयों को डंडे पड़ रहे हैं, उन्हें देखकर मेरा दिल रोता था। उन्होंने जेल के अंदर मैं यही सोचता था कि मेरी क्या गलती थी, मेरे बीवी बच्चों की क्या गलती थी, यहीं कि हमने दिल्ली में शिक्षा के लिए काम किया। मनीष सिसोदिया ने कहा, जेल में मैन 300 से अधिक किताबे पढ़ी। गीता सबसे अधिक पढ़ी। उसको समझाने के लिए लिखी गयी 10 किताब पढ़ी। शिक्षा व्यवस्था से जुड़ी 100 से अधिक किताब पढ़ी। दुनिया भर देशों में क्या हो रहा है उसको भी पढ़ा। अब ये समझा है की 2047 तक देश को विकसित राष्ट्र बनाना है तो शिक्षा ही एकमात्र रास्ता है। उससे ही देश विकसित राष्ट्र बनेगा। अगर कोई बिना शिक्षा के विकसित राष्ट्र की बात करता है तो वो सिर्फ जुमलेबाजी है।
मनीष सिसोदिया ने आगे कहा, दुनिया की बुरी ताकते एक हो जाये फिर भी सच्चाई को हरा नहीं सकते। सत्य की जीत हुई है, समय 17 महीने लग गए लेकिन जीत सच्चाई की हुई है। उन्होंने कहा, आज भी एक हमारे साथी अरविंद केजरीवाल जेल में है। झूठे केस में उन्हें जेल में रखा है। लेकिन वो भी बाहर आएंगे। कल हमे जो जीत मिली है वो संविधान की ताकत। वो संविधान जो 77 साल पहले बाबा साहेब ने लिखा था।
आज हम संविधान की ताकत की बदौलत यहां खड़ा हूं। भाजपा के पास तोड़ फोड़ करने के विशेषज्ञ है, उसके बाद आप के नेता कार्यकर्ता डटे रहे।
पूर्व उप मुख्यमंत्री ने कहा, आज दुश्मन भी मानने लगा है कि इनके बंदों में दम है जो 17 महीने जेल में रहने के बाद भी टूटे नहीं है। हम उस मिट्टी के बने है जिसपर भगत सिंह के पसीने की बूंद गिरी है। भाजपा तोता मैना नहीं तोड़ पाएंगे। मनीष सिसोदिया ने कहा कि जेल के अंधेरे में ताकत होती है वो तोड तो सकती है। लेकिन कार्यकर्ताओं का प्यार ने मुझे रोके हुए है।
लेटेस्ट Hindi News , बॉलीवुड न्यूज, बिजनेस न्यूज, टेक , ऑटो, करियर , और राशिफल, पढ़ने के लिए Live Hindustan App डाउनलोड करें।