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CAA विरोधी हिंसा : पूछताछ के लिए क्राइम ब्रांच के दफ्तर पहुंचे आसिफ मोहम्मद खान

नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) के विरोध के दौरान हुई हिंसा की जांच में जुटी दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच की स्पेशल इनवेस्टीगेटिव यूनिट (एसआईटी) की ओर से पूछताछ के लिए नोटिस मिलने के...

CAA विरोधी हिंसा : पूछताछ के लिए क्राइम ब्रांच के दफ्तर पहुंचे आसिफ मोहम्मद खान
नई दिल्ली | प्रमुख संवाददाता Fri, 24 Jan 2020 04:18 PM
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नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) के विरोध के दौरान हुई हिंसा की जांच में जुटी दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच की स्पेशल इनवेस्टीगेटिव यूनिट (एसआईटी) की ओर से पूछताछ के लिए नोटिस मिलने के बाद कांग्रेस के पूर्व विधायक आसिफ मोहम्मद खान पूछताछ के लिए क्राइम ब्रांच के चाणक्यपुरी कार्यालय पहुंच गए हैं, जहां उनसे पूछताछ की जा रही है।

क्राइम ब्रांच ने न्यू फ्रेंड्स कॉलोनी मामले में कांग्रेस के पूर्व विधायक आसिफ मोहम्मद खान समेत 3 लोगों को पूछताछ के लिए भेजा नोटिस है। इसमें स्थानीय नेता आशु खान व छात्र इकाई के चंदन सिंह भी शामिल हैं। दिल्ली पुलिस ने यह नोटिस सीआरपीसी के की धारा 160 के तहत शुक्रवार को जारी कर क्राइम ब्रांच के सामने पेश होने के लिए कहा है।  

वहीं इस मामले की जांच कर रही क्राइम ब्रांच ने एक स्थानीय नागरिक फुरकान को गुरुवार जामिया हिंसा मामले में हिरासत में लिया है। फुरकान को गुरुवार रात स्थानीय पुलिस ने हिरासत में लिया और इसके बाद उसे क्राइम ब्रांच के हवाले कर दिया गया था क्राइम ब्रांच अभी फुरकान से पूछताछ कर रही है। पुलिस का कहना है कि अभी मामले की जांच की जा रही है। फिलहाल, फुरकान को गिरफ्तार नहीं किया गया है।

जामिया हिंसा:पुलिस के नोटिस पर बोले आसिफ खान-मेरे खिलाफ सबूत नहीं

नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) के विरोध प्रदर्शन के दौरान 16 दिसंबर को जामिया और न्यू फ्रेंड्स कॉलोनी में हिंसा हुई थी। कई बसों में आगजनी और पुलिस पर पत्थरबाजी की गई थी. इस मामले में फुरकान का नाम सामने आया था। इस मामले में अब तक 13 लोगों की गिरफ्तारी हो चुकी है। माना जा रहा है कि फुरकान को क्राइम ब्रांच की एसआईटी गिरफ्तार करेगी। 

वहीं इस मामले में जब हिंसा, तोड़फोड़ व आगजनी वाले दिन एफआईआर दर्ज की गई थी, तो उस वक्त पूर्व विधायक ने बयान देकर यह कहा था कि उनका इस घटना से कोई लेना-देना नहीं है। इतना ही नहीं वह बीते साल 18 दिसंबर को जामिया नगर थाने भी पहुंच गए थे और यह कहा था कि पुलिस को लगता है कि मैं दोषी हूं तो मुझे गिरफ्तार करे। हालांकि पुलिस ने जांच के प्रारंभिक स्तर पर होने के कारण उस वक्त उन्हें गिरफ्तार नहीं किया था। पुलिस ने यह कहा था कि जांच आगे बढ़ने पर उन्हें अपना पक्ष रखने के लिए बुलाया जाएगा। 

एफआईआर में क्या है

दिल्ली पुलिस ने जामिया नगर इलाके में हुई हिंसा के बाद जो एफआईआर दर्ज की थी, उनमें कई छात्र नेता और नेताओं के नाम शामिल थे। ओखला से कांग्रेस के पूर्व विधायक आसिफ मोहम्मद खान के अलावा स्थानीय नेता आशु खान, मुस्तफा और हैदर के भी नाम हैं। इन 4 नेताओं के अलावा जामिया के तीन छात्रों को भी एफआईआर में नामजद किया गया है। इस मामले की जांच के लिए ही आसिफ मोहम्मद समेत तीन लोगों को जांच में शामिल होने के लिए नोटिस जारी किया गया है।

कब हुई थी हिंसा

नागरिकता संशोधन कानून के खिलाफ जामिया के छात्रों द्वारा बुलाए गए मार्च के दौरान 15 दिसंबर, 2019 को हिंसा हुई थी। जामिया नगर इलाके में प्रदर्शनकारियों ने कुछ सरकारी बसों, वाहनों में तोड़फोड़ की थी और आगजनी भी हुई थी। ये हिंसा जामिया इलाके से होते हुए न्यू फ्रेंड्स कॉलोनी तक फैल गई थी।

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