दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने गुरुवार को उत्तराखंड के कैबिनेट मंत्री मदन कौशिक को एक पत्र लिखकर शिक्षा, स्वास्थ्य, बिजली-पानी, रोजगार और महिला सुरक्षा जैसे मुद्दों पर खुली चर्चा के लिए आमंत्रित किया है।
सिसोदिया ने लिखा कि मुझे यह जानकारी बेहद खुशी हुई कि आप त्रिवेंद्र रावत सरकार द्वारा उत्तराखंड के लोगों के हित में किए गए शिक्षा, स्वास्थ्य, बिजली-पानी, रोजगार और महिला सुरक्षा जैसे कामों पर खुली चर्चा करने के लिए सहमत हैं। उत्तराखंड के विभिन्न कार्यक्रमों और एवं जनमानस के साथ संवाद में मेरे समक्ष यह बात बार-बार आई है कि मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र रावत और उनकी सरकार ने पिछले चार साल में उत्तराखंड के लोगों के लिए कोई उपयोगी काम नहीं किया है। लोग उनका परिचय अब 'जीरो वर्क सीएम' कहकर देते हैं। मेरे द्वारा प्रेस वार्ता में त्रिवेंद्र रावत सरकार द्वारा किए गए केवल पांच काम गिनाए जाने की चुनौती के जवाब में आपने 20 दिसंबर 2020 को मीडिया में यह कहते हुए खुला निमंत्रण दिया था कि मैं जहां चाहूं आप मुझे अपनी सरकार के 100 काम गिनवा सकते हैं। आपने यह भी कहा था कि मैं चाहूं तो देहरादून आ जाऊं अथवा चाहे तो आपको दिल्ली बुला लूं।
Delhi Deputy CM Manish Sisodia writes to Uttarakhand CM Trivendra Rawat, inviting him for debate on a range of issues on January 4, 2021 at IRDT auditorium in Dehradun. He has also invited CM Rawat to visit Delhi on January 6, 2021 to show development work done by Kejriwal govt. pic.twitter.com/BpzfBC1oJ9
— ANI (@ANI) January 1, 2021
मैंने स्वयं मीडिया में आपका यह वक्तव्य देखा और मुझे बहुत खुशी हुई कि आप शिक्षा, स्वास्थ्य, बिजली-पानी आदि के कार्य पर खुली बहस के लिए तैयार हैं और ''केजरीवाल मॉडल बनाम त्रिवेंद्र रावत मॉडल'' पर देहरादून या दिल्ली कहीं भी चर्चा के लिए तैयार हैं।
यह उत्तराखंड की जनता के लिए बहुत शानदार अवसर होगा कि उनकी चुनी हुई सरकार विपक्ष के साथ शिक्षा, स्वास्थ्य, बिजली-पानी, रोजगार आदि के मुद्दे पर खुली बहस करे। एक आम नागरिक के लिए इससे बेहतर कुछ नहीं हो सकता है कि वह अपने वर्तमान और भावी नेताओं को स्कूल, अस्पताल, बिजली, पानी आदि के मुद्दों पर खुली बहस करते देखें और उसी के आधार पर चुनाव में अपने मताधिकार का इस्तेमाल करें। उत्तराखंड के लोग पिछले 20 सालों से इस बात का इंतजार कर रहे हैं कि उनके नेता उनके जीवन से जुड़े असली मुद्दों पर बात करें।
आपके खुले निमंत्रण को स्वीकार करते हुए मैंने आपसे 2, 3 अथवा 4 जनवरी 2021 में से कोई भी तारीख चुनकर समय अथवा स्थान निश्चित करने का अनुरोध किया था ताकि मैं और आप देहरादून में इन मुद्दों पर चर्चा कर सकें। आपके द्वारा कोई उत्तर ना पाकर अब मैंने तय किया है कि मैं 3 जनवरी को देहरादून में रहूंगा। उत्तराखंड में हुए कार्यों पर पहले तो बहस देहरादून में ही होनी चाहिए। आपसे पुन: अनुरोध है कि आप 4 जनवरी को सुबह 11 बजे आईआरडीटी ऑडिटोरियम में जरूर पधारें ताकि हम दोनों ''केजरीवाल मॉडल बनाम त्रिवेंद्र रावत मॉडल'' पर खुल कर चर्चा कर सकें।
आपने मीडिया को दिए बयान में दिल्ली आने का भी जिक्र किया था। मुझे और मेरी सरकार को बहुत खुशी होगी अगर आप 4 जनवरी को देहरादून में खुली चर्चा के बाद 6 जनवरी को दिल्ली आ सकें। दिल्ली में मैं आपको पूरे सम्मान व आदर के साथ केजरीवाल सरकार द्वारा सरकारी स्कूलों में किए गए बदलाव दिखाऊंगा और अस्पताल, बिजली, पानी, महिला सुरक्षा, आर्थिक प्रगति, ईमानदार राजनीति आदि के क्षेत्र में हुए अभूतपूर्व एवं सफल कार्य दिखाने भी ले चलूंगा।