ट्रेंडिंग न्यूज़

Hindi News NCRजेएनयू छात्रसंघ चुनाव 2019: 2 चरणों में आज होगा मतदान,परिणाम शनिवार से

जेएनयू छात्रसंघ चुनाव 2019: 2 चरणों में आज होगा मतदान,परिणाम शनिवार से

जवाहर लाल नेहरू विश्वविद्यालय (जेएनयू) छात्रसंघ चुनाव के लिए शुक्रवार को मतदान होगा। जेएनयू चुनाव आयोग के अनुसार, शुक्रवार को दो चरणों में मतदान की प्रक्रिया आयोजित होगी। पहले चरण के लिए सुबह 9:30 से...

जेएनयू छात्रसंघ चुनाव 2019: 2 चरणों में आज होगा मतदान,परिणाम शनिवार से
हिन्दुस्तान टीम,नई दिल्लीFri, 06 Sep 2019 08:52 AM
ऐप पर पढ़ें

जवाहर लाल नेहरू विश्वविद्यालय (जेएनयू) छात्रसंघ चुनाव के लिए शुक्रवार को मतदान होगा। जेएनयू चुनाव आयोग के अनुसार, शुक्रवार को दो चरणों में मतदान की प्रक्रिया आयोजित होगी। पहले चरण के लिए सुबह 9:30 से एक बजे तक मतदान होगा, जबकि दूसरे चरण के लिए दोपहर 2:30 से शाम 5:30 तक मत डाले जाएंगे। इस बार अध्यक्ष पद के लिए त्रिकोणीय मुकाबले के आसार हैं।

वाम गठबंधन, एबीवीपी व बाप्सा में टक्कर

जेएनयू छात्रसंघ चुनाव में इस बार अध्यक्ष पद पर त्रिकोणीय मुकाबला होने के आसार हैं। इसमें वाम गठबंधन, एबीवीपी और बाप्सा के बीच सीधी टक्कर नजर आ रही है। पिछले तीन सालों से सत्ता में रहने और गठबंधन का चेहरा बदलने की वजह से गठबंधन के साथियों के बीच हुई तकरार के बीच जहां वाम के लिए पिछला प्रदर्शन दोहराना चुनौती बना हुआ है।

वहीं एबीवीपी को पिछले कुछ सालों में शुरू हुए नए केंद्र व इस बार आए नए छात्रों के मत प्राप्त होने की उम्मीद है। दूसरी ओर, पिछले कुछ सालों से जेएनयू में नए उभार के तौर पर विकसित बाप्सा को अपने मजबूत कॉडर व सामान्य छात्रों के मत मिलने की उम्मीद है।

हालांकि, तीनों संगठन के अलावा भी एनएयूआई व छात्र राजद के उम्मीदवार भी मजबूत दावेदारी पेश कर रहे हैं, लेकिन कॉडर ना होने की वजह से जीत के आंकड़े को प्राप्त करना दोनों के लिए मुश्किल बना हुआ है। ऐसे में दोनों छात्र दल के अध्यक्ष उम्मीदवारों को मिलने वाले मत वाम गठबंधन, एबीवीपी और बाप्सा के बीच टक्कर को और रोमाचंक बना रहे हैं।

अध्यक्ष पद पर छह उम्मीदवार

जेएनयू छात्रसंघ चुनाव में अध्यक्ष पद के लिए इस बार छह उम्मीदवार मैदान में हैं। इसमें से वाम गठबंधन से आइशी घोष, एबीवीपी से मनीष जागिंड, बाप्सा से जितेंद्र सुना, एनएसयूआई से प्रशांत कुमार, छात्र राजद से प्रिंयका भारती व स्वतंत्र उम्मीदवार राघवेंद्र मिश्रा मैदान में हैं। अध्यक्ष पद के अलावा केंद्रीय पैनल के महासचिव, उपाध्यक्ष व संयुक्त सचिव पद के लिए आठ उम्मीदवार चुनावी मैदान में हैं। इस बार सिर्फ वाम गठबंधन व एबीवीपी ने ही पूरा पैनल मैदान में उतारा है। वहीं 40 काउंसलर्स के पदों के लिए 100 उम्मीदवार चुनाव लड़ रहे हैं।

फीस कम करने की जरूरत वाम गठबंधन से अध्यक्ष पद की उम्मीदवार आइशी घोष ने केंद्र सरकार की नीतियों की आलोचना की। वह ट्रांसजेंडर बिल, आरटीआई में संशोधन व कश्मीर में अनुच्छेद 370 के खिलाफ पक्ष रखा। आइसी ने जीतने के बाद छात्रावास और इंजीनियरिंग व एमबीए के छात्रों की फीस को कम करने की लिए संघर्ष करने को कहा।

सरकार पर हमला एनएसयूआई उम्मीदवार प्रशांत कुमार ने महिला सुरक्षा, अनुच्छेद 370, रोजगार व अर्थव्यवस्था पर अपनी बात रखी। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार ने रोजगार देने का वायदा किया था। अर्थव्यवस्था को 5 ट्रिलियन में ले जाने की बात करते हैं, लेकिन वह पांच फीसदी पर आकर रह गई है।

बेरोजगारी से 370 तक पर बहस

जेएनयू छात्रसंघ चुनाव के लिए शुक्रवार को होने वाले मतदान से पूर्व बुधवार रात प्रेसिडेंशियल डिबेट का आयोजन हुआ। इस दौरान अध्यक्ष पद के सभी छह उम्मीदवारों ने देश-दुनिया के मुद्दों को उठाते हुए छात्रों को साधने की कोशिश की।

बिरसा फूले अंबेडकर छात्र संगठन (बाप्सा) के उम्मीदवार जितेंद्र सूना ने वाम गठबंधन के वोट पर सेंध लगाने का प्रयास करते हुए कहा कि मार्क्स उनके लिए चाय पर चर्चा का विषय नहीं, बल्कि संघर्ष का प्रतीक हैं। विश्वविद्यालय परिसर के झेलम लॉन में बुधवार दस बजे के बाद प्रेसिडेंशियल डिबेट शुरू हुई। प्रेंसिडेंशियल डिबेट में पहले अपनी बात रखते हुए एबीवीपी के उम्मीदवार ने नए छात्रों को पक्ष में लुभाने की कोशिश की। मनीष ने पिछले कुछ वर्षों में परिसर में हुए कामों का जिक्र भी किया। वहीं , छात्र राजद से अध्यक्ष पद की उम्मीदवार प्रियंका भारती ने एबीवीपी व वाम गठबंधन पर जमकर प्रहार किए। उन्होंने मॉब लिचिंग से लेकर कश्मीर मुद्दे पर बात रखी।

उधर, डिबेट में जय श्रीराम के नारे लगे। असल में स्वतंत्र उम्मीदवार राघवेंद्र मिश्रा ने अपने भाषण की शुरुआत जयश्री राम के नारे के साथ की तो डिबेट के आयोजन में शामिल छात्रों ने भी समर्थन किया।

शनिवार से परिणाम

मतदान की प्रक्रिया पूरी होते ही शुक्रवार रात 9 बजे से मतगणना की प्रक्रिया शुरू हो जाएगी। वैलेट पेपर की गिनती होने की वजह से रविवार तक आधिकारिक परिणाम जारी किए जाएंगे। हालांकि,चुनाव आयोग भले ही आधिकारिक परिणाम रविवार को जारी करे, लेकिन काउंसलर्स समेत केंद्रीय पैनल के कई उम्मीदवारों के परिणाम शनिवार से आ जाएंगे, जबकि उम्मीद है कि शनिवार देर रात अध्यक्ष पद की स्थिति भी स्प्ष्ट हो जाएगी।

हिन्दुस्तान का वॉट्सऐप चैनल फॉलो करें