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दुर्लभ सर्जरी से क्रिकेट बॉल के आकार का ट्यूमर निकालकर कैंसर से बचाया

इंडियन स्पाइनल इंजुरी सेंटर (आईएसआईसी) के डॉक्टरों ने हड्डी के कैंसर से पीड़ित एक 21 वर्षीय युवक की दुर्लभ सर्जरी कर ट्यूमर निकाला है। एक साल पहले विजय की बांह में हुई छोटी सी सूजन तेजी से बढ़ते हुए...

दुर्लभ सर्जरी से क्रिकेट बॉल के आकार का ट्यूमर निकालकर कैंसर से बचाया
वरिष्ठ संवाददाता,नई दिल्लीSat, 18 Aug 2018 12:59 PM
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इंडियन स्पाइनल इंजुरी सेंटर (आईएसआईसी) के डॉक्टरों ने हड्डी के कैंसर से पीड़ित एक 21 वर्षीय युवक की दुर्लभ सर्जरी कर ट्यूमर निकाला है। एक साल पहले विजय की बांह में हुई छोटी सी सूजन तेजी से बढ़ते हुए इस हालत में पहुंच गई कि दाएं हाथ और कलाई का घूमना पूरी तरह से बाधित हो गया था। पिछ्ले 6 महीने में ट्युमर बढ़कर लगभग एक क्रिकेट बॉल के आकार का हो गया, जिसके चलते वह पूरी तरह से दूसरे हाथ पर निर्भर हो गया। आईएसआईसी के ऑर्थो ऑन्कॉलजी विभाग के प्रमुख प्रो. सुधीर कपूर ने बताया कि बुरी तरह सूजे हुए हाथ के साथ हमारे पास आने से पहले विजय दिल्ली के दो अन्य अस्पतालोँ में जा चुका था।


उसकी गहराई से जांच की गई। सूजन से सैम्पल लेकर उसकी बायॉप्सी भी की गई थी जिसमें उसकी बांह के ऊपरी हिस्से में असामान्य बोन ट्युमर कॉन्ड्रोसार्कोमा का पता चला था। वह कलाई के पास बड़ी सी सूजन के साथ हमारे पास आया था, सूजन उसके आस-पास की नसों और मांसपेशियों को बुरी तरह से दबा रही थी। यहां तक कि इसका असर त्वचा के ऊपरी हिस्से तक पहुंच चुका था। बांह की त्वचा इस कदर खिंच गई थी कि उसके भीतर की नसें दूर से दिखाई दे रही थीं। ऐसे मामले बेहद जटिल होते हैं जिनका इलाज काफी सावधानी से, बिना ट्युमर को खोले करना पड़ता है। ऐसे अधिकतर मामलों में अंग को काटना पड़ जाता है।


ट्युमर हटाने के लिए विजय की सावधानीपूर्ण तरीके से सर्जरी की गई, जिसमें ट्युमर के साथ बिना कोई छेड़छाड़ किए इससे दूर एक बडा़ सा चीरा लगाया गया। यह ट्युमर, जो कि कुहनी की निचली हड्डी से शुरू होकर ऊपर तक पहुंच रहा था, उसे बेहद सावधानी के साथ इसके ऊपरे की त्वचा के साथ हटा दिया गया। ट्युमर हटाए जाने के बाद बडा ऊतक गैप हो गया था जिसे भरने की जरूरत थी। डॉक्टरों ने सर्जरी से उस खाली हिस्से को भी भर दिया और चार दिन बाद विजय को अस्पताल से छुट्टी दे दी गई। 

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