Independence Day 2022: नोएडा-गाजियाबाद में परिंदा भी नहीं मार सकेगा पर, 8,500 पुलिसकर्मी सुरक्षा में तैनात; संवेदनशील स्थानों पर ड्रोन से निगरानी
नोएडा, ग्रेटर नोएडा और गाजियाबाद पुलिस ने 15 अगस्त के मद्देनजर सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए हुए हैं। दिल्ली की सीमाओं और पड़ोसी जिलों के संवेदनशील स्थानों पर चेकप्वाइंट के जरिए चेकिंग हो रही है।
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75वें स्वतंत्रता दिवस समारोह के मद्देनजर नोएडा और गाजियाबाद पुलिस ने सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए हैं। जिसमें दिल्ली की सीमाओं और पड़ोसी जिलों के संवेदनशील स्थानों पर चेकप्वाइंट स्थापित करना शामिल है। नोएडा, ग्रेटर नोएडा और गाजियाबाद में विशेष तौर से ध्यान देने के लिए 8,500 से अधिक पुलिसकर्मियों को तैनात किया गया है। दिल्ली से आने-जाने वाले यात्रियों और वाहनों पर कड़ी नजर रखने के अलावा पुलिस लोगों की सोशल मीडिया गतिविधियों पर भी नजर रखे हुए है।
नोएडा के अतिरिक्त डीसीपी (कानून व्यवस्था) रणविजय सिंह ने कहा कि दोनों शहरों और यमुना एक्सप्रेसवे क्षेत्र में कुल 3,500 पुलिसकर्मियों को तैनात किया गया है। उन्होंने कहा, 'सभी नौ बॉर्डर प्वाइंट पर सुरक्षा जांच तेज कर दी गई है। हम शहर में प्रवेश करने वाले लगभग हर वाहन को स्कैन कर रहे हैं।' दो शहरों में मौजूद महत्वपूर्ण प्रतिष्ठानों पर सुरक्षा जांच के लिए तोड़फोड़ विरोधी टीमों और बम निरोधक दस्तों को तैनात किया गया है। पुलिस यह सुनिश्चित करने के लिए नोएडा और ग्रेटर नोएडा के गेस्ट हाउस और होटलों का दौरा कर रही है कि कोई भी बाहरी व्यक्ति बिना उचित दस्तावेजों के यहां ना ठहर सके।
ड्रोन से रखी जाएगी नजर
सिंह ने कहा, 'पेट्रोलिंग करने के अलावा, स्टेशन हाउस अधिकारियों (एसएचओ) को निर्देश दिया गया है कि वे स्थानीय लोगों से बात करें जिससे उनके उनके क्षेत्रों में कानून-व्यवस्था बनाए रखने में मदद मिले और वे किसी भी संदिग्ध गतिविधि के बारे में पुलिस को तुरंत सूचित करें। हम पड़ोसी जिलों में अपने समकक्षों के भी संपर्क में हैं और अपराधियों के बारे में सूचनाओं का आदान-प्रदान कर रहे हैं। हम लोगों पर कड़ी नजर रखने के लिए स्वतंत्रता दिवस के मौके पर ड्रोन का इस्तेमाल करेंगे। हमारी सोशल मीडिया टीम भी सक्रिय है और हम ऑनलाइन प्लेटफॉर्म का उपयोग करके अफवाहें फैलाने की कोशिश करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करेंगे।'
क्यूआरटी का गठन
नोएडा पुलिस ने पहले ही 13 से 17 अगस्त तक यानी पांच दिनों के लिए जिले में हवाई प्लेटफार्मों पर उड़ान भरने पर रोक लगाई हुई है। इसका उल्लंघन करने वालों पर मामला दर्ज किया जाएगा। गाजियाबाद में भी 5,000 से अधिक पुलिसकर्मियों को तैनात किया गया है। इनकी तैनाती ज्यादातर सार्वजनिक स्थानों और सड़कों पर जांच के लिए की गई है। होटल, लॉज, सड़क किनारे स्थित भोजनालय, बस स्टैंड और रेलवे स्टेशन सभी गाजियाबाद पुलिस के रडार पर हैं। गाजियाबाद के एसएसपी जी मुनिराज ने कहा कि स्निफर डॉग और बम निरोधक दस्तों की दो क्विक रिस्पॉन्स टीमों (क्यूआरटी) का गठन किया गया है।
सोशल मीडिया पर पुलिस की नजर
एसएसपी ने कहा, 'दो टीमों में से एक का नेतृत्व एसपी (अपराध) और दूसरे का नेतृत्व एसपी (पुलिस लाइंस) करेंगे। हम गाजियाबाद के सीमावर्ती इलाकों में 60 प्वाइंट पर विशेष जांच कर रहे हैं। हम संवेदनशील स्थानों पर ड्रोन कैमरों का भी उपयोग कर रहे हैं। हमने बेहतर पुलिसिंग के लिए पूरे जिले को 56 सेक्टरों में बांटा है। जिसमें लोनी, कैला भट्टा, मुरादनगर और मसूरी के 14 अति संवेदनशील क्षेत्र शामिल हैं। इस बीच, साइबर टीमें सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर नजर रख रही हैं।'