सिर्फ कोचिंग सेंटर की लापरवाही नहीं... कैसे हुई तीन UPSC छात्रों की मौत, सामने आई दो बड़ी वजह
कोचिंग सेंटर हादसे से हर कोई सदमे में है। पुलिस ने इस मामले में बड़ी कार्रवाई करते हुए कोचिंग सेंटर के मालिक और एक अन्य को गिरफ्तार किया है। उधर सेंटर के मालिक का कबूलनामा भी सामने आया है।
दिल्ली की कोचिंग में 3 यूपीएससी छात्रों की मौत के बाद प्रशासन ऐक्शन में नजर आ रहा है। एमसीडी ने ओल्ड राजेंद्रनगर के 13 सिविल सर्विस इंस्टीट्यूट के बेसमेंट सील कर दिए। दिल्ली के जिस कोचिंग सेंटर में शनिवार शाम हादसा हुआ उसके बेसमेंट में लाइब्रेरी थी। हादसे के वक्त लाइब्रेरी में 30 छात्र मौजूद थे। घंटों की मशक्कत के बाद इनमें से 27 छात्रों को सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया जबकी तीन की मौत हो गई। दिल्ली पुलिस ने इस मामले में बड़ी कार्रवाई करते हुए रविवार को कोचिंग के मालिक अभिषेक गुप्ता और राऊ के आईएएस स्टडी सर्कल के समन्वयक देशपाल सिंह को गिरफ्तार कर लिया और उनके खिलाफ गैर इरादतन हत्या और अन्य आरोपों में मामला दर्ज किया।
इस बीच अभिषेक गुप्ता का बड़ा कबूलनामा सामने आया है। उसने खुद पुलिस के सामने कोचिंग सेंटर से जुड़ा बड़ा खुलासा किया है। इसके बाद पुलिस ने भी इतनी जल्दी कोचिंग सेंटर में पानी भरने की दो बड़ी वजह बताई। पीटीआई की रिपोर्ट के मुतााबिक एफआईआर के अनुसार कोचिंग सेंटर के मालिक अभिषेक गु्प्ता ने स्वीकार किया है कि कोचिंग सेंटर के बेसमें में कोई ड्रेनेज सिस्टम नहीं था। इसी के चलते पानी काफी तेजी से बेसमेंट में भरता चला गया और तीन छात्रों की उसमें डूबकर मौत हुई।
वहीं जांच से जुड़े एक सीनियर अधिकारी ने इस हादसे की दो वजह बताई हैं। पीटीआई के मुताबिक अधिकारी ने बताया कि सड़क किनारे बनी नालियों को मॉनसून से पहले साफ नहीं किया गया जिसके चलते थोड़ी सी बारिश में सड़क पानी-पानी हो गई। इसके अलावा बेसमेंट में लाइब्रेरी अवैध रूप से चल रही थी और उसमें कोई ड्रेनेज सिस्टम भी नहीं था। जानकारी के मुताबिक तीन मंजिला इमारत के पास जो एनओसी था उसमें साफ तौर पर लिखा हुआ था कि बेसमेंट को स्टोरेज के लिए ही इस्तेमाल किया जाना चाहिए लेकिन फिर भी यहां लाइब्रेरी बनाई गई। हालांकि असल वजह पता लगाने के लिए दिल्ली पुलिस ने टीम का गठन किया है जो जांच में जुटी हुई है।
जानकारी के मुताबिक छात्रों और कोचिंग सेंटर के स्टाफ को मिलाकर शनिवार शाम को हुए हादसे में 35 से ज्यादा लोग फंसे हुए थे। पुलिस को शनिवार शाम करीब 7 बजे सूचना मिली थी कि बेसमेंट में पानी भर गया है और कुछ लोग उसमें फंसे हुए हैं। पुलिस, दमकल विभाग के कर्मी और एनडीआरएफ की टीम वहां पहुंची और रेस्क्यू ऑपरेशन में जुट गई। टीमों को सभी को बाहर निकालने में रविवार सुबह 4 बज गए लेकिन तब तक तीन छात्र जिंदगी की जंग हार चुके थे। इन तीनों की पहचान उत्तर प्रदेश के अंबेडकर नगर की श्रेया यादव, तेलंगाना की तान्या सोनी और केरल के एर्नाकुलम के नवीन डल्विन के तौर पर हुई।