NCR के इन इलाकों में घरों के ऊपर से गुजर रहीं हाईटेंशन लाइन हटेंगी, दर्जनों कॉलोनियोंं को मिलेगी राहत
घरों के ऊपर से गुजर रहीं हाईटेंशन लाइनें हटाई जाएंगी। गुरुग्राम में डीएचबीवीएन ने पटौदी और फर्रुखनगर क्षेत्र में 11केवीए क्षमता की छह हाईटेंशन लाइन को स्थानांतरित करने की योजना बनाई है।
घरों के ऊपर से गुजर रहीं हाईटेंशन लाइनें हटाई जाएंगी। गुरुग्राम में दक्षिण हरियाणा बिजली वितरण निगम (डीएचबीवीएन) ने पटौदी और फर्रुखनगर क्षेत्र में 11केवीए क्षमता की छह हाईटेंशन लाइन को स्थानांतरित करने की योजना बनाई है। इस लाइन के नीचे लोगों ने घर बना लिए हैं, जिसकी वजह से हादसा होने का डर बना रहता था।
डीएचबीवीएन के स्थानीय अधिकारियों ने इस मामले को प्रबंध निदेशक पीसी मीणा के समक्ष रखा था। मीणा ने आदेश जारी किए हैं कि इन हाईटेंशन लाइन को स्थानांतरित करवाया जाए। इस योजना पर करीब 62 लाख रुपये का खर्चा आएगा। पटौदी शहर में रामलीला ग्राउंड के पास 11केवीए हाईटेंशन लाइन के नीचे लोगों ने मकान बना लिए हैं। इसके अलावा फर्रुखनगर के गांव मुसैदपुर, वॉर्ड नंबर आठ स्थित बलहाली बस्ती, शिव मंदिर के पास, सुल्तानपुर गांव के पास और नई गढ़ी में भंडारी ट्रांसफार्मर के पास लोगों ने हाईटेंशन लाइन के नीचे घर बना लिए हैं। घरों की छत पर बच्चे खेलते रहते हैं। लोग कपड़े सुखाने के लिए जाते हैं। ऐसे में हादसा होने का डर बना रहता है। इसको देखते हुए दो महीने पहले डीएचबीवीएन की तरफ से सर्वे किया था। इस दौरान जांच की गई थी कि इन तारों को स्थानांतरित किया जा सकता है या नहीं। तारों को स्थानांतरित करने की जगह मिलने के बाद डीएचबीवीएन ने इन्हें स्थानांतरित करने की योजना बनाई, जिसे प्रबंध निदेशक ने हरी झंडी दे दी है।
नानूकलां में नहीं मिली जगह
तेलपुरी फीडर से गांव नानूकलां के स्कूल तक हाईटेंशन केबल जा रही है। डीएचबीवीएन ने सर्वे में पाया है कि इस लाइन को स्थानांतरित करने के लिए जगह नहीं है। ऐसे में लाइन स्थानांतरित करने की योजना को रद्द कर दिया है।
डीएचबीवीएन के अधीक्षक अभियंता श्यामबीर सैनी ने कहा, ''हाईटेंशन लाइन के नीचे अवैध रूप से कॉलोनियां विकसित हो गई हैं। इसके चलते इन लाइन को स्थानांतरित करने की योजना बनाई गई है। उपमंडल अभियंता और कार्यकारी अभियंता को आदेश जारी किए हैं कि इन लाइनों को अतिशीघ्र स्थानांतरित करवाएं।''