ट्रेंडिंग न्यूज़

Hindi News NCRहरियाणा में योग शिक्षा के लिए 1000 आयुष सहायकों की नियुक्ति को मंजूरी

हरियाणा में योग शिक्षा के लिए 1000 आयुष सहायकों की नियुक्ति को मंजूरी

हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने कहा है कि प्रदेश के स्कूलों में योग शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए 1,000 आयुष सहायकों के पदों की स्वीकृति दी गई है। इसके अलावा प्रदेश में अब तक 560...

हरियाणा में योग शिक्षा के लिए 1000 आयुष सहायकों की नियुक्ति को मंजूरी
पानीपत। वार्ताMon, 09 Nov 2020 01:07 PM
ऐप पर पढ़ें

हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने कहा है कि प्रदेश के स्कूलों में योग शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए 1,000 आयुष सहायकों के पदों की स्वीकृति दी गई है। इसके अलावा प्रदेश में अब तक 560 व्यायामशालाएं स्थापित की गई हैं तथा 600 और स्थापित की जाएंगी।

खट्टर ने पानीपत से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से हरियाणा स्कूल शिक्षा परियोजना परिषद एवं हरियाणा योग परिषद के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित शिक्षा विभाग के अध्यापकों के योग प्रशिक्षण शिविर को सम्बोधित करते हुए यह जानकारी दी। यह प्रशिक्षण कार्यक्रम तीन चरणों में 6,000 स्कूलों में चलाया जाएगा। प्रातकालीन सभाओं में योग का समावेश किया जाएगा।

हर व्यक्ति के जीवन में योग का महत्व बढ़ाया जाए

उन्होंने कहा कि कोरोना काल में जिस तरह से योग साधना, व्यायाम साधना, प्राणायाम बहुत लाभदायक रहे हैं उसी तरह से शरीर के अन्य विकारों को समाप्त करने के लिए योग को निरंतर आगे ले जाया जाएगा। उन्होंने कहा कि योग से कर्म में कुशलता आती है इसीलिए अध्यापकों के लिए यह प्रशिक्षण शिविर एक सप्ताह का होगा, जिसमें पहले चरण में 2200 अध्यापकों को योग में प्रशिक्षित किया जाएगा। उन्होंने कहा कि अब समय आ गया है कि हर व्यक्ति के जीवन में योग का महत्व बढ़ाया जाए। अष्टयोग विद्या मन, आत्मा और शरीर को जोड़कर जो क्रिया-प्रतिक्रिया देती है, उसे योग साधना कहा गया है। उन्होंने कहा कि संयुक्त राष्ट्र संघ ने योग को मान्यता दी है और आज विश्व के 200 देश योग को अपना रहे हैं। यही कारण है कि योग आज विश्व विख्यात हो चुका है।

संयम, सहनशीलता योग से ही सम्भव

मुख्यमंत्री ने कहा कि योग मनुष्य को शारीरिक और मानसिक रूप से स्वस्थ रखने में सहायक है। प्राचीनकाल में गुरुकुल में जब शिक्षा प्रदान की जाती थी तो शिक्षक और बच्चे हर तरह से योग में पारंगत होते थे और इसे आगे बढ़ाते थे। योग के माध्यम से ही जीवन के तनाव और चिंताओं से पार पाया जा सकता है क्योंंकि संयम, सहनशीलता योग के कारण ही सम्भव है। उन्होंने कहा कि योग से सम्बन्धित प्रतियोगिताएं खंड स्तर से लेकर राज्य स्तर तक आयोजित की जाएंगी। योग से कर्म में कुशलता आती है और मन स्थिर होता है। योग करने वाले को योगी भी कहा गया है। अब समय आ गया है कि हर व्यक्ति योगी बने और इस साधना को आगे बढ़ाए।

योग भारत की पहचान रहा

वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग में यमुनानगर से जुड़े शिक्षा मंत्री कंवरपाल गुर्जर ने कहा कि स्वस्थ शरीर में स्वस्थ मन और आत्मा निवास करते हैं। योग भारत की पहचान रहा है। पूरे विश्व में योग को आगे बढ़ाने के लिए उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और बाबा रामदेव का आभार प्रकट करते हुए कहा कि उन्होंने योग को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पहचान दिलाई है। उन्होंने मुख्यमंत्री का योग शिक्षा के बारे में व्यक्तिगत रूप से रूचि लेने पर धन्यवाद भी किया। उन्होंने कहा कि बच्चों को चरित्रवान बनाने के लिए योग जरूरी है।

पंचकूला से जुड़े विधानसभा अध्यक्ष ज्ञानचंद गुप्ता ने इस कार्यक्रम के आयोजन के लिए सभी अध्यापकों के साथ शिक्षा विभाग के अधिकारियों और प्रदेश सरकार का धन्यवाद किया और कहा कि योग के प्रचार-प्रसार के लिए यह आयोजन बेहतर है। हरियाणा योग परिषद के चेयरमैन डॉ.जयदीप आर्य ने कहा कि प्रदेश सरकार द्वारा जिस तरह से योग को बढ़ाने के लिये योग परिषद का गठन किया गया है, उससे योग विद्या को बल मिला है और इससे नये आयाम स्थापित होंगे। 

हिन्दुस्तान का वॉट्सऐप चैनल फॉलो करें