हरियाणा के किसानों ने कुरुक्षेत्र में किया नेशनल हाईवे-44 जाम, पुलिस ने बरसाईं लाठी
भारतीय किसान संघ और अन्य किसान संगठनों से जुड़े सैकड़ों किसानों ने गुरुवार को केंद्र सरकार के तीन कृषि अध्यादेशों को किसान विरोधी बताते हुए उनके विरोध में हरियाणा के कुरुक्षेत्र जिले के पिपली...
भारतीय किसान संघ और अन्य किसान संगठनों से जुड़े सैकड़ों किसानों ने गुरुवार को केंद्र सरकार के तीन कृषि अध्यादेशों को किसान विरोधी बताते हुए उनके विरोध में हरियाणा के कुरुक्षेत्र जिले के पिपली में राष्ट्रीय राजमार्ग को जाम कर दिया।
भारतीय किसान संघ ने दावा किया कि पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को तितर-बितर करने के लिए लाठीचार्ज किया। कुरुक्षेत्र की पुलिस अधीक्षक आस्था मोदी ने कहा कि प्रदर्शनकारियों ने राष्ट्रीय राजमार्ग को जाम कर दिया है। एक पुलिस अधिकारी ने कहा कि सैकड़ों किसान पिपली चौक तक पहुंचे और पुलिसकर्मियों पर पथराव किया। उन्होंने कहा कि किसानों ने वहां खड़ी दमकल की गाड़ी के खिड़की के शीशे भी तोड़ दिए।
अधिकारी ने कहा कि भीड़ को तितर-बितर करने के लिए पुलिस ने लाठीचार्ज का सहारा लिया। बाद में प्रदर्शनकारी यातायात रोकने के लिए राष्ट्रीय राजमार्ग 22 पर धरने पर बैठ गए।
'किसान बचाओ, मंडी बचाओ' रैली के लिए किसानों को पिपली अनाज मंडी में पहुंचने से रोकने के लिए जिला प्रशासन द्वारा की गई कड़ी व्यवस्था के बावजूद कई किसान वहां पहुंचने में कामयाब रहे। कुरुक्षेत्र शहर में दयालपुर चौराहे पर लगाएग गए पुलिस बैरियर को तोड़ते हुए ट्रैक्टर और अन्य वाहनों पर सवार लगभग सौ किसानों ने पिपली की ओर प्रस्थान किया।
#WATCH Haryana: Farmers block National Highway 44 near Kurukshetra in protest against the three recent agriculture ordinances passed by the Union Cabinet. pic.twitter.com/oLw6lA6Ukm
— ANI (@ANI) September 10, 2020
किसानों के समूह का नेतृत्व कर रहे किसान नेता अक्षय हाथीरा ने मीडिया को बताया कि राज्य सरकार रैली को प्रतिबंधित करके और सीआरपीसी की धारा 144 के तहत निषेधाज्ञा लगाकर किसानों की आवाज को रोकने की कोशिश कर रही थी। इस बीच, पिपली मंडी और इसके आसपास के इलाकों को पुलिस ने सील कर दिया।
कांग्रेस नेता अशोक अरोड़ा और लाडवा के कांग्रेस विधायक मेवा सिंह अपने समर्थकों के साथ पिपली मंडी के बाहर पहुंचे और पुलिस द्वारा रोकने पर वे सड़क पर बैठ गए।
कुमारी शैलजा ने किसानों पर लाठीचार्ज की निंदा की
हरियाणा प्रदेश कांग्रेस कमेटी की अध्यक्ष कुमारी सैलजा ने गुरुवार को शांतिपूर्ण प्रदर्शन करने की कोशिश कर रहे किसान-मजदूरों पर लाठीचार्ज किए जाने और आढ़तियों को रोकने के लिए की गई दमनपूर्ण कार्रवाई का विरोध किया। उन्होंने कहा कि किसानों के खिलाफ केंद्र सरकार के तीन अध्यादेशों के विरोध में कांग्रेस 21 सितंबर को प्रदेश भर में जिला मुख्यालयों पर धरना-प्रदर्शन करेगी और राष्ट्रपति के नाम ज्ञापन देगी।
कुमारी सैलजा ने आरोप लगाया कि केंद्र सरकार किसानों को फसलों के लिए मिलने वाले न्यूनतम समर्थन मूल्य को खत्म करना चाहती है, साथ ही सीधे बड़ी कंपनियों के साथ डील करके आढ़तियों को भी खत्म करना चाहती है। उन्होंने कहा कि लोकतंत्र में हर किसी को अपना विरोध जताने का अधिकार है और जब इन किसान मजदूरों ने विरोध करना चाहा तो सरकार ने दमनपूर्ण कार्रवाई करके रात से ही उनकी धर-पकड़ शुरू कर दी। इतना ही नहीं, किसानों पर लाठीचार्ज भी किया गया। उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी इसकी निंदा करती है और सड़क पर ही नहीं सदन में भी इस मुद्दे पर सरकार को घेरेगी।