गेमिंग ऐप के जरिये नाबालिगों का धर्म परिवर्तन कराने वाले गिरोह का सरगना शाहनवाज उर्फ बद्दो पुलिस के हाथ नहीं लग सका है। सरेंडर करने का झांसा देकर वह पुलिस के साथ आंख-मिचौली कर रहा है। वहीं, गाजियाबाद पुलिस ने अब बद्दो के साथ-साथ अब उसके परिवार की कुंडली खंगालनी भी शुरू कर दी है। पुलिस की जांच में अब तक बद्दो और उसके परिवार के सात बैंक खाते ट्रेस हुए हैं। वहीं अंदेशा जताया जा रहा है कि बद्दो के परिवार के 25 से 30 खाते और ट्रेस हो सकते हैं।
गेमिंग ऐप से नाबालिगों का धर्म परिवर्तन कराने वाले गैंग के खुलासे के बाद पुलिस और सुरक्षा एजेंसियां विदेशी फंडिग की दिशा में भी जांच कर रही हैं। इसी क्रम में गिरोह के सरगना शाहवनाज उर्फ बद्दो का बैंक खाता ट्रेस हुए तो उसकी ट्रांजेक्शन हिस्ट्री खंगाली गई। सूत्रों के मुताबिक वर्ष 2020 से 31 मई 2023 तक बद्दो के खाते की 150 पेज की ट्रांजेक्शन हिस्ट्री निकली है।
पुलिस ने बद्दो के अलावा उसके परिजनों के बैंक खाते खोजने शुरू किए तो अब तक सात खाते ट्रेस हो चुके हैं। पुलिस और जांच एजेंसियां अब इन खातों की ट्रांजेक्शन हिस्ट्री खंगाल रही हैं कि कहीं इनमें बाहरी देशों से कोई पैसा तो नहीं आया है। वहीं, अंदेशा जताया जा रहा है कि बद्दो और उसके परिवार के 25 से 30 खाते और संचालित हैं, जिनके बारे में खोजबीन की जा रही है।े बद्दो और उसके दो भाइयों शाहजेब व शहबाज और उसकी मां के बैंक खातों की जानकारी जुटाई जा रही है। अब तक जो सात खाते ट्रेस हुए हैं, वह महाराष्ट्र के ठाणे और सोलापुर में संचालित हैं।
बाहरी फंडिंग का शक
धर्मांतरण के लिए शाहनवाज उर्फ बद्दो को कुछ कट्टरपंथी ताकतों से फंडिंग होने का अंदेशा जताया जा रहा है। पुलिस का मानना है कि बैंक खातों से बद्दो और उसके परिजनों के खिलाफ अहम सबूत हाथ लग सकते हैं। सूत्र बताते हैं कि बद्दो और परिजनों के एक से अधिक बैंक खाते मिलने पर पुलिस का माथा ठनका हुआ है। मल्टीपल बैंक खाते सामने आने के बाद बद्दो को हो रही बाहरी फंडिंग की बात से भी इनकार नहीं किया जा सकता।
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