कौन हैं महेंद्र नागर जिन्हें सपा ने महेश शर्मा के खिलाफ उतारा, गौतमबुद्धनगर में दो डॉक्टरों की टक्कर
समाजवादी पार्टी ने गौतमबुद्ध नगर से डॉ. महेंद्र नागर को टिकट दिया है। इससे गौतमबुद्ध नगर में चुनावी लड़ाई बेहद दिलचस्प हो गई है। अब गौतमबुद्धनगर लोकसभा सीट पर दो डॉक्टरों की टक्कर होने वाली है।

भाजपा और समाजवादी पार्टी ने अपने उम्मीदवार तय कर दिए हैं। दो हफ्ते पहले भाजपा ने चौथी बार महेश शर्मा को पार्टी उम्मीदवार बनाया था। वहीं शनिवार को समाजवादी पार्टी ने डॉ. महेंद्र नागर को चुनावी मैदान में उतार दिया। तीन दिनों में बसपा भी उम्मीदवार की घोषणा कर सकती है। लोक सभा बनने के बाद गौतमबुद्धनगर में चौथी बार चुनाव होगा। इन चुनावों में एक बार बहुजन समाजवादी पार्टी और दो बार भाजपा ने जीत हासिल की है। इस रिपोर्ट में जानें कौन हैं डॉ. महेंद्र नागर जिन्हें सपा ने गौतमबुद्धनगर से दिया है टिकट...
कौन हैं महेंद्र नागर?
महेंद्र नागर भी डॉक्टर हैं। वह नागर हॉस्पिटल के चेयरमैन हैं। वह पहले कांग्रेस में थे। वे लंबे वक्त तक गौतमबुद्ध नगर कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष भी रहे। उन्हें सचिन पायलट का करीबी माना जाता था। महेंद्र नागर ने साल 2022 के विधानसभा चुनाव से पहले सपा ज्वाइन कर ली थी।
आमने-सामने दो डॉक्टर
इस बार गौतमबुद्धनगर सीट पर चुनावी लड़ाई बेहद दिलचस्प हो गई है। इस सीट से अब दो डॉक्टर आमने सामने हैं। भाजपा के महेश शर्मा भी पेशे से एक डॉक्टर हैं। वे कैलाश ग्रुप ऑफ हॉस्पिटल्स के चेयरमैन हैं। महेश शर्मा साल 2014 के लोकसभा चुनाव में पहली बार इस सीट से सांसद चुने गए। वह संस्कृति, पर्यटन और नागरिक उड्डयन राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) भी रह चुके हैं। वे नोएडा विधानसभा सीट से विधायक भी रह चुके हैं।
क्यों मिला टिकट?
सपा ने गौतमबुद्ध नगर सीट से महेंद्र नागर को चुनावी मैदान में उतार कर जातीय समीकरण भी साधा है। नागर गुर्जर समाज से आते हैं। महेंद्र नागर काफी अनुभवी नेता हैं। गुर्जर समाज में उनकी काफी पकड़ बताई जाती है। सूत्रों की मानें तो टिकट वितरण से पहले सपा ने काफी मंथन किया था। इसमें महेंद्र नागर का पलड़ा भारी नजर आया।
इस बार जीते महेश तो होगी हैट्रिक
भाजपा ने एकबार फिर अपने मौजूदा सांसद डॉ. महेश शर्मा पर ही भरोसा जताते हुए उन्हें मैदान में उतारा है। डॉ. महेश शर्मा साल 2014 और 2019 में हुए लोकसभा चुनाव में जीत दर्ज कर चुके हैं। यदि इस बार भी वह गौतमबुद्धनगर सीट से जीत जाते हैं तो उनकी हैट्रिक होगी। दिल्ली से सटी यह सीट बसपा सुप्रीमो मायावती का गृहनगर भी है। कुछ वर्षों पहले तक इस सीट पर बसपा का दबदबा था लेकिन धीरे-धीरे उसका दबदबा जाता रहा।
इस सीट से कांग्रेस और सपा अब तक मायूसी
गौतमबुद्ध नगर लोकसभा सीट 2009 में बनी थी। गठबंधन के तहत गौतमबुद्धनगर लोकसभा सीट सपा के खाते में थी। इस सीट पर सपा पहली बार कांग्रेस के साथ चुनाव मैदान में है। इसके पहले वर्ष 2019 में सपा और बीएसपी गठबंधन से बसपा प्रत्याशी चुनाव लड़ा था। यह गठबंधन तब दूसरे नंबर पर रहा था। इस सीट से अभी तक एक बार भी सपा और कांग्रेस अपनी जीत दर्ज नहीं करा सकी है।