गैंगस्टर हिमांशु भाऊ का वांटेड भाई गिरफ्तार, जानिए कितने मामलों में पुलिस को थी तलाश?
पुलिस के मुताबिक शुक्रवार को विशेष इंटेलिजेंस इनपुट के आधार पर स्पेशल सेल की टीम ने रिटोली गांव में सोनू के होने की पुष्टि की। जिसके बाद पुलिस की टीम ने गांव में दबिश देकर उसे गिरफ्तार कर लिया।
दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने हरियाणा के रोहतक से भगोड़े गैंगस्टर हिमांशु भाऊ के गिरोह का एक सदस्य, जो कि उसका चचेरा भाई भी है, को गिरफ्तार करने में सफलता पाई है। इस बात की जानकारी देते हुए पुलिस ने बताया कि आरोपी का नाम विक्की उर्फ सोनू है जो कि अप्रैल महीने से फरार था और उसे शुक्रवार को गिरफ्तार किया गया।
पुलिस के मुताबिक तीन मामलों में विक्की की तलाश थी, जिसमें से दिल्ली में आर्म्स एक्ट के दो मामले और हरियाणा के फरीदाबाद में एक मामला दर्ज था, जहां उसने अपने साथियों के साथ मिलकर कथित तौर पर पुलिस टीम पर हमला करने की कोशिश की थी।
पुलिस उपायुक्त (स्पेशल सेल) मनोज सी ने बताया कि इससे पहले सोनू हरियाणा और दिल्ली में हत्या, हत्या के प्रयास और आर्म्स एक्ट के पांच मामलों में शामिल रह चुका है। मनोज ने बताया कि सोनू हिमांशु भाऊ के गिरोह का सक्रिय सदस्य है, जो (भाऊ) फिलहाल विदेश से काम कर रहा है।
सूत्रों के मुताबिक, पहले पुर्तगाल और फिर वहां से स्पेन भाग चुके हिमांशु (21) पर हरियाणा और दिल्ली में हत्या, जबरन वसूली, मारपीट और आर्म्स एक्ट के 50 से ज्यादा मामले दर्ज हैं। जिसके बाद दिल्ली और हरियाणा की पुलिस के साथ ही अन्य सुरक्षा एजेंसियां भी इस गैंगस्टर को पकड़ने की कोशिश कर रही हैं।
पुलिस अधिकारी ने बताया कि हरियाणा के रोहतक के रिटोली गांव के हिमांशु भाऊ और उसके प्रतिद्वंद्वी अंकित उर्फ बाबा के बीच गैंगवार चल रही है। मार्च 2022 में अंकित बाबा गिरोह ने हिमांशु के एक अन्य चचेरे भाई रोहित उर्फ बजरंग की हत्या कर दी थी। जिसके बाद हिमांशु भाऊ गिरोह ने बदला लेते हुए अंकित की गैंग से जुड़े ट्रांसपोर्टर हंसराज उर्फ हंसे की हत्या कर दी।
एसीपी के मुताबिक हिमांशु भाऊ गिरोह ने हाल ही में अपनी आपराधिक गतिविधियों को दिल्ली तक बढ़ा दिया है, तिलक नगर में एक कार शोरूम में हुई गोलीबारी और राजौरी गार्डन में हुई हत्या की वारदात में यही गिरोह शामिल था। आगे पुलिस अधिकारी ने बताया कि शुक्रवार को विशेष खुफिया जानकारी के आधार पर स्पेशल सेल की टीम ने रिटोली गांव में सोनू की मौजूदगी की पुष्टि की। जिसके बाद एसीपी संजय दत्त और इंस्पेक्टर संदीप डबास के नेतृत्व में एक टीम ने जाल बिछाया और भागने की कोशिश के बावजूद सोनू को पकड़ लिया गया।