मंत्री बनवाने का झांसा देकर 3 विधायकों को ठगा, ऐसे फंसाया था जाल में
दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच ने एक ऐसे जालसाज को गिरफ्तार किया है, जिसने अरुणाचल प्रदेश के तीन विधायकों को राज्य कैबिनेट में मंत्री बनाने का झांसा देकर ठग लिया। आरोपी ने रकम का लेन-देन...
दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच ने एक ऐसे जालसाज को गिरफ्तार किया है, जिसने अरुणाचल प्रदेश के तीन विधायकों को राज्य कैबिनेट में मंत्री बनाने का झांसा देकर ठग लिया।
आरोपी ने रकम का लेन-देन दिल्ली में किया था, इसलिए विधायकों ने क्राइम ब्रांच में मामले की शिकायत दी थी। शिकायत के आधार पर क्राइम ब्रांच ने जून के पहले सप्ताह में आरोपी को धर दबोचा।पुलिस के हत्थे चढ़ा यह आरोपी संजय तिवारी इससे पहले भी फर्जीवाड़े के मामले में गिरफ्तार हो चुका है। आरोपी यमुनापार का रहने वाला है।
पीड़ित विधायकों द्वारा पुलिस को दी गई शिकायत में बताया गया कि आरोपी से उनकी मुलाकात पिछले साल दिल्ली में एक समारोह में हुई थी। इस दौरान उसने खुद को मुख्यमंत्री का करीबी बताते हुए विधायकों को अपने झांसे में ले लिया। इसके बाद उसने इन्हें राज्य सरकार में मंत्री बनवाने की बात कही।
खाते में करीब 12 लाख की रकम ली : पीड़ित विधायकों ने बताया कि अरुणाचल प्रदेश लौटने के बाद उन्होंने आरोपी को फोन पर संपर्क किया। इस पर आरोपी ने वरिष्ठ नेताओं से बात करने की बात कहते हुए एक दिन का समय मांगा। अगले दिन उसने फोन कर पीड़ितों से एडवांस के तौर पर 12 लाख रुपये मांगे, जबकि काम पूरा होने के बाद बाकी रकम तय कर बताने की बात कही थी। इस पर विधायकों ने उसे 12 लाख रुपये दे दिए, मगर इसके बाद आरोपी ने उनसे संपर्क तोड़ दिया और अपना फोन बंद कर लिया। आरोपी के बारे में छानबीन करने पर क्राइम ब्रांच को पता चला कि आरोपी पहले भी फर्जीवाड़ा कर चुका है। पुलिस ने आरोपी को उसके घर से दबोच लिया। पुलिस पूछताछ में उसने खुलासा किया है कि उसके किसी राजनेता से संबंध नहीं है। वह अक्सर वीआईपी कार्यक्रमों में बहाने से जाता है और वहां आए लोगों से मिलता है।
कार्यक्रम में बिना बुलाए पहुंच जाता था
पुलिस पूछताछ में आरोपी ने खुलासा किया कि जिस कार्यक्रम में उसने विधायकों से मुलाकात की थी, वहां वह बिना बुलाए पहुंच गया था। पिछले साल हुए इस कार्यक्रम में उसने अपनी बातों में फंसाकर पीड़ित विधायकों को अपने झांसे में ले लिया था। तब विधायकों को उस पर शक नहीं हुआ।