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लापरवाही : फोर्टिस अस्पाताल ने महिला की जगह सौंप दिया पुरुष का शव

बादलपुर कोतवाली क्षेत्र के महावड़ गांव में 18 अगस्त को एक महिला के अंतिम संस्कार के दौरान उस समय अफरा-तफरी मच गई, जब अस्पताल की लापरवाही से महिला के जगह किसी पुरुष का शव पहुंच गया।...

दादरी, संवाददाता Tue, 21 Aug 2018 07:57 PM
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बादलपुर कोतवाली क्षेत्र के महावड़ गांव में 18 अगस्त को एक महिला के अंतिम संस्कार के दौरान उस समय अफरा-तफरी मच गई, जब अस्पताल की लापरवाही से महिला के जगह किसी पुरुष का शव पहुंच गया। परिवार और ग्रामीण शव को देखकर सकते में आ गए। मृतक परिवार के लोगों ने फोर्टिस अस्पताल पर जाकर हंगामा किया। इसके बाद परिजनों को महिला का शव दिया गया। 

बताया जाता है कि महावड़ गांव की रहने वाली बाला देवी (49 वर्ष) काफी दिनों से बीमार चल रही थी। जिस कारण परिवार के लोगों ने उन्हें 14 अगस्त को नोएडा के फोर्टिस अस्पताल में भर्ती किया था। अस्पताल में उपचार के दौरान 18 अगस्त को बाला की मौत हो गई, जिसके बाद परिवार के लोग उनके शव को अंतिम संस्कार के लिए गांव ले आए। जब शोकाकुल परिवार की महिलाओं ने अंतिम संस्कार की तैयारी की तो शव किसी पुरुष का मिला, जिसके बाद वहां मौजूद लोगों में अफरा-तफरी मच गई।  

परिजनों के साथ ही आसपास के भी कई लोग भी अस्पताल पहुंचे। इस घटना से आक्रोशित ग्रामीण ने नोएडा अस्पताल पर जाकर हंगामा किया। अस्पताल प्रशासन ने ग्रामीणों को समझा बुझाकर शांत किया और बाला देवी का शव परिवार के लोगों को सौंपा। डीएसपी ग्रेटर नोएडा तृतीय निशांक शर्मा ने बताया कि प्रकरण चार दिन पूर्व का है इस मामले में मृतक परिवार की तरफ से पुलिस को कोई सूचना नहीं दी गई थी।

महिला का शव अस्पताल में ही था नहीं तो बढ़ती परेशानी 

बाला देवी की मौत के बाद दुख में डूबे परिजनों के लिए एक सकारात्मक पक्ष यह रहा कि जिस पुरुष का शव वह लेकर गए थे, उनके परिजन बाला देवी का शव लेकर अस्पताल से नहीं गए थे। ऐसे में जब अंतिम संस्कार के दौरान दादरी में शव की पैकिंग हटाई गई तो सभी के होश फाख्ता हो गए। तुरंत वहां से परिजन फोर्टिस अस्पताल आए और सही शव की मांग की। पुरुष शव के परिजन ने उस समय तक शव की मांग नहीं की थी। ऐसे में बाला देवी का शव आसानी से मिल गया। अगर पुरुष मृतक के परिजन बाला देवी का शव लेकर चले जाते तो दोनों परिवारों की मुसीबत बढ़ जाती।

परिजनों ने मीडिया से बात करने से किया इनकार

इस मामले की जानकारी मीडिया को मिली तो उन्होंने परिजनों से संपर्क किया। कुछ मीडियाकर्मी गांव भी पहुंच गए। परिजन और गांव वाले मीडियाकर्मियों से बात करने से इनकार कर दिया। परिजनों ने कहा कि उन्हें किसी से बात नहीं करनी है। परिजनों ने कहा कि उन्हें इस मामले में कुछ नहीं बताना है। इसके बाद मीडिया कर्मी गांव से लौट आए।

फोर्टिस अस्पताल प्रबंधन के अनुसार, 18 अगस्त को 15 मिनट के अंतराल में दो मरीजों की मौत अस्पताल में हुई।  इसमें से एक मरीज महिला थी और दूसरा पुरुष था। अस्पताल के डॉक्टरों ने उन्हें बचाने का हरसंभव प्रयास भी किया। मृत्यु के बाद शव देने की प्रक्रिया शुरू हुई। इसके  लिए हमारे शवगृह के अधिकारी भी साथ में थे। बावजूद इसके परिवार वालों ने शव को पहचान नहीं सके। लिहाजा महिला के शव के स्थान पर पुरुष का शव लेकर चले गए।   

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