कांग्रेस के सत्याग्रह में शामिल हुए पूर्व सांसद जगदीश टाइटलर, अब इसलिए भड़क गई BJP
BJP के आरपी सिंह ने पूर्व कांग्रेस सांसद और 1984 के सिख विरोधी दंगों के आरोपी जगदीश टाइटलर के राज घाट पर कांग्रेस के विरोध प्रदर्शन में शामिल होने के बाद कांग्रेस पार्टी पर जमकर निशाना साधा।

भारतीय जनता पार्टी के नेता आरपी सिंह ने रविवार को पूर्व कांग्रेस सांसद और 1984 के सिख विरोधी दंगों के आरोपी जगदीश टाइटलर के राज घाट पर कांग्रेस के विरोध प्रदर्शन में शामिल होने के बाद कांग्रेस पार्टी पर जमकर निशाना साधा। भाजपा नेता आरपी सिंह ने कहा कि यह स्पष्ट है कि वे (कांग्रेस) किस तरह का सत्याग्रह कर रहे हैं। सिखों के हत्यारे (जगदीश टाइटलर) इस सत्याग्रह में शामिल हो गए हैं। कांग्रेस टाइटलर के बिना नहीं रह सकती। पार्टी द्वारा उन्हें हर कार्यक्रम में आमंत्रित किया जाता है। बता दें कि कांग्रेस पार्टी राहुल गांधी की संसद में अयोग्यता के खिलाफ 'संकल्प सत्याग्रह' कर रही है।
आरपी सिंह ने कहा कि यह स्पष्ट है कि यह सत्याग्रह है या सिखों के हत्यारे को फिर से स्थापित करने का प्रयास है। गौरतलब है कि टाइटलर का नाम फरवरी में भी सुर्खियों में आया था, जब उन्हें अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी (AICC) के सदस्य के रूप में चुना गया था। कांग्रेस राजघाट पर संकल्प सत्याग्रह कर रही है। प्रियंका गांधी रविवार को धरने के लिए राजघाट पहुंचीं। कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे, पार्टी महासचिव केसी वेणुगोपाल और पार्टी के कई अन्य नेता भी विरोध में शामिल हुए।
राहुल गांधी को शुक्रवार को लोकसभा के सदस्य के रूप में अयोग्य घोषित कर दिया गया था, जिसके एक दिन बाद सूरत की एक अदालत ने उन्हें उनकी 'मोदी सरनेम' टिप्पणी पर उनके खिलाफ दायर मानहानि के मामले में दो साल कैद की सजा सुनाई थी।
राहुल गांधी की संसद सदस्यता रद्द करने का फैसला अप्रैल 2019 में की गई उनकी टिप्पणी के लिए आया था। उन्होंने कर्नाटक के कोलार में एक लोकसभा चुनाव रैली में कहा था, "क्यों सभी चोरों का उपनाम मोदी है"। अदालत ने 52 वर्षीय गांधी को मुचलके पर जमानत दे दी और 30 दिनों के लिए सजा पर रोक लगा दी ताकि उन्हें उच्च न्यायालयों में जाने की अनुमति मिल सके।
मानहानि के मामले में दोषी ठहराए जाने और बाद में लोकसभा से अयोग्य घोषित किए जाने के बाद, गांधी ने भाजपा पर निशाना साधा। शनिवार को एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए, गांधी ने कहा कि वह जेल जाने से डरते नहीं हैं और संसद से उनकी अयोग्यता का उद्देश्य अडानी मुद्दे से लोगों को विचलित करना है।