हरियाणा में ओमप्रकाश चौटाला की इनेलो का भविष्य अंधकारमय, ये है कारण
हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री ओम प्रकाश चौटाला के नेतृत्व वाली इंडियन नेशनल लोकदल (इनेलो) की चुनावों में लगातार हार का सिलसिला इस आम चुनावों में भी जारी रहा। चौटाला परिवार में पिछले वर्ष कलह के बाद...
हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री ओम प्रकाश चौटाला के नेतृत्व वाली इंडियन नेशनल लोकदल (इनेलो) की चुनावों में लगातार हार का सिलसिला इस आम चुनावों में भी जारी रहा। चौटाला परिवार में पिछले वर्ष कलह के बाद पार्टी टूट गई थी और हरियाणा में इनेलो का राजनीतिक ग्राफ काफी नीचे गिर गया था।
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पार्टी ने हरियाणा में सभी 10 सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारे थे। लेकिन चुनाव आयोग के रुझानों के मुताबिक, शाम तक इनेलो के उम्मीदवारों का प्रदर्शन खराब था और कुछ सीटों पर पार्टी के उम्मीदवार पांचवें स्थान पर चल रहे थे। रुझानों के मुताबिक सिरसा से पार्टी के वर्तमान सांसद चरणजीत सिंह रोरी चौथे स्थान पर हैं। पार्टी में टूट के बाद इनेलो से गठबंधन समाप्त करने वाली बसपा का प्रदर्शन भी अपेक्षाकृत बेहतर रहा।
हिसार, सिरसा, सोनीपत, कुरुक्षेत्र और भिवानी-महेन्द्रगढ़ सहित कई सीटों पर इनेलो से दुष्यंत चौटाला की अगुवाई वाली जननायक जनता पार्टी (जेजेपी) भी आगे रही।
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2014 के लोकसभा चुनावों में इनेलो ने दो सीटों पर, भाजपा ने सात सीटों पर जबकि कांग्रेस ने रोहतक सीट पर जीत हासिल की थी। इनेलो का पहले भाजपा के साथ गठबंधन था और पूर्व मुख्यमंत्री चौटाला के नेतृत्व में 1999 से 2004 तक दोनों दलों ने गठबंधन की सरकार चलाई। बहरहाल, मतभेदों के चलते बाद में गठबंधन टूट गया। छह महीने पहले तक राज्य में सत्तारूढ़ भाजपा के लिए बड़ी चुनौती के तौर पर नजर आ रहे इनेलो का भविष्य पार्टी में टूट के बाद से अंधकारमय दिख रहा है।