किसान आंदोलन: चिल्ला बॉर्डर पर भाकियू भानु गुट में तकरार, कानून वापस होने तक धरना खत्म करने से किया इनकार
कृषि सुधार कानूनों को वापस लेने की मांग को लेकर चल रहे आंदोलन के बीच भारतीय किसान यूनियन भानु गुट में तकरार की खबर है। प्रदेश अध्यक्ष योगेश प्रताप, राष्ट्रीय अध्यक्ष ठाकुर भानु प्रताप...
कृषि सुधार कानूनों को वापस लेने की मांग को लेकर चल रहे आंदोलन के बीच भारतीय किसान यूनियन भानु गुट में तकरार की खबर है। प्रदेश अध्यक्ष योगेश प्रताप, राष्ट्रीय अध्यक्ष ठाकुर भानु प्रताप सिंह की बात मानने से इनकार करते हुए चिल्ला बार्डर पर धरने पर बैठ गए हैं। उन्होंने कहा है कि कानूनों की वापसी तक धरना समाप्त नहीं किया जाएगा।
गौरतलब है कि रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह से हुई बातचीत के बाद भाकियू भानु गुट ने 12 दिन से बंद नोएडा के सेक्टर-14ए पर चिल्ला बॉर्डर का रास्ता शनिवार देर रात खोल दिया था। ठाकुर भानु प्रताप सिंह का कहना है कि किसानों ने सरकार को मांगे मानने के लिए दो दिन का समय दिया है। मांगे पूरी ना होने पर किसान आगे निर्णय लेंगे। तब तक के लिए नोएडा से दिल्ली जाने के लिए रास्ते को खोल दिया गया है। हालांकि इस बीच किसान सड़क से नहीं हटेंगे और सड़क पर ही एक किनारे जमे रहेंगे। दिल्ली से नोएडा आने के रास्ते को 2 दिन पहले ही किसानों ने खोल दिया था। इस बारे में भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत का कहना है कि न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP), तीन कानून और किसान के जितने भी मुद्दे हैं उन पर सरकार बातचीत करे और इनका समाधान करे। जब तक ये (कानून) वापस नहीं होते किसान यहां से नहीं जाएगा।
रविवार को भाकियू भानु गुट में इस मुद्दे को लेकर आपसी तकरार की बात सामने आ गई। प्रदेश अध्यक्ष योगेश प्रताप ने कानून वापस लिए जाने तक धरना खत्म करने से इनकार कर दिया। वह वहां धरने पर बैठ गए। रविवार को दिल्ली बॉर्डर पर किसानों के आंदोलन का 18 वां दिन है। किसान यूनियन की पंजाब इकाई ने रविवार को दिल्ली-जयपुर राष्ट्रीय राजमार्ग पर आवाजाही ठप करने की चेतावनी दी है। उधर, किसान संगठनों ने आगामी 14 दिंसबर को देशभर में जिला मुख्यालय में धरना-प्रदर्शन और मंत्रियों, सांसदों, विधायकों के घेराव के लिए रणनीति बनानी शुरू कर दी है।