निकिता तोमर की शोक सभा के लिए प्रशाासन ने दी मंजूरी, 200 लोगों को ही मौजूद रहने की इजाजत
छात्रा निकिता की शोक सभा के लिए फरीदाबाद जिला प्रशासन ने शनिवार को मंजूरी दे दी। शोक सभा रविवार को दोपहर एक बजे से शाम चार बजे तक बल्लभगढ़ सेक्टर-2 के सामुदायिक भवन में होगी। निकिता के मामा...
छात्रा निकिता की शोक सभा के लिए फरीदाबाद जिला प्रशासन ने शनिवार को मंजूरी दे दी। शोक सभा रविवार को दोपहर एक बजे से शाम चार बजे तक बल्लभगढ़ सेक्टर-2 के सामुदायिक भवन में होगी। निकिता के मामा एडवोकेट एदल सिंह रावत ने शनिवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस कर यह जानकारी दी।
उन्होंने बताया कि प्रशासन ने सेक्टर-2 में होने वाली शोक सभा के लिए मंजूरी दे दी है जिसमें कोविड-19 के अनुसार 200 लोगों को मौजूद रहने की इजाजत मिली है। इजाजत मिलने के बाद परिवार के लोगों ने इस संदर्भ में कार्रवाई करनी शुरू कर दी है। निकिता के मामा का दावा है कि प्रशासन के आदेश के अनुसार ही शोक सभा में लोगों के पहुंचने की व्यवस्था की जाएगी। उन्होंने बताया बल्लभगढ़ की एसडीएम अपराजिता ने उन्हें शोकसभा सेक्टर-2 में करने के लिए पत्र दे दिया है।
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गौरतलब है कि 1 नवंबर को छात्रा निकिता की हत्या के मामले में सर्व समाज द्वारा महापंचायत के दौरान कुछ उपद्रवियों ने हंगामा कर दिया था। इस दौरान राष्ट्रीय राजमार्ग जाम कर पुलिस पर पथराव भी किया था। इस मामले में पुलिस ने 32 लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया था और वे सभी जेल में है। हंगामे को लेकर प्रशासन शोक सभा में सुरक्षा को लेकर पूरी तरह अलर्ट है।
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कॉलेज ने लौटते वक्त हुई थी हत्या
बता दें कि फरीदाबाद के बल्लभगढ़ में 26 अक्टूबर को अग्रवाल कॉलेज से परीक्षा देकर अपनी सहेली के साथ घर लौट रही छात्रा निकिता तोमर की कॉलेज के गेट के बाहर मुख्य आरोपी तौसिफ ने गोली मारकर हत्या कर दी थी। इस वारदात को अंजाम देने में उसका साथी रेहान भी शामिल था। दोनों आरोपी वारदात को अंजाम देकर कार से फरार हो गए थे। घटना की सूचना मिलने पर थाना शहर बल्लभगढ़ में हत्या व आर्म्स एक्ट की धाराओं के अंतर्गत मुकदमा दर्ज किया गया था। पुलिस ने इस हत्याकांड में तौसिफ और रेहान के अलावा कुल तीन लोगों को गिरफ्तार किया है। तीसरे आरोपी अजरुद्दीन ने ही हत्या के मुख्य आरोपी तौसिफ को हथियार मुहैया कराए थे।
रसूखदार परिवार से संबंध रखता है तौसिफ
मुख्य आरोपी तौसिफ राजनीतिक रसूखदार परिवार से संबंध रखता है। तौसिफ के दादा कबीर अहमद विधायक रह चुके हैं, जबकि चाचा खुर्शीद अहमद हरियाणा के पूर्व मंत्री रहे हैं। वहीं, एक अन्य रिश्तेदार (रिश्ते में भाई) आफताब अहमद वर्तमान में कांग्रेस के नूंह (मेवात) से विधायक हैं। 21 वर्षीय तौसिफ फिजियो थेरेपिस्ट का कोर्स कर रहा है जोकि थर्ड ईयर में है। वारदात में शामिल दूसरा आरोपी रेहान निवासी रेवासन जिला नूंह का रहने वाला है और वह तौसिफ का दोस्त है।