दिल्ली पुलिस का फर्जी दारोगा दबोचा, प्रेमिका से मिलने आया था नोएडा
नोएडा पुलिस ने बुधवार को सेक्टर-15 स्थित होटल के बाहर दिल्ली पुलिस की वर्दी पहनकर घूम रहे फर्जी दारोगा को गिरफ्तार किया। वह मलेशिया में नौकरी करने वाली अपनी प्रेमिका से मिलने नोएडा आया था।

नोएडा पुलिस ने बुधवार को सेक्टर-15 स्थित होटल के बाहर दिल्ली पुलिस की वर्दी पहनकर घूम रहे फर्जी दारोगा को गिरफ्तार किया। वह मलेशिया में नौकरी करने वाली अपनी प्रेमिका से मिलने नोएडा आया था। पुलिस ने उसकी संदिग्ध गतिविधियों के चलते उससे पूछताछ की तो उसका सारा भेद खुल गया। आरोपी को अदालत में पेश कर जेल भेज दिया गया है।
फेज-1 थाना प्रभारी ने बताया कि पुलिस की टीम बुधवार को सेक्टर-15 में गश्त कर रही थी तो उन्हें दिल्ली पुलिस के दारोगा की वर्दी में एक युवक होटल के पास टहलता दिखाई दिया। उसकी गतिविधियां संदिग्ध लग रही थीं। पुलिस ने उससे पूछताछ की तो उसने खुद को दिल्ली पुलिस का दारोगा बताया और पुलिस टीम को दबाव में लेने के प्रयास किया। लेकिन पूछताछ में पुष्टि हो गई कि वह दिल्ली पुलिस में तैनात नहीं है और फर्जी तरीके से दिल्ली पुलिस के दारोगा की वर्दी पहनकर घूम रहा है। इस पर उसको गिरफ्तार कर लिया गया। उसकी पहचान पानीपत के चुलकाना गांव निवासी राहुल शर्मा के रूप में हुई है। उसके पास से दिल्ली पुलिस के दो आईकार्ड, दो जोड़ी वर्दी, दिल्ली पुलिस का ट्रैक सूट, आईफोन और अन्य सामान बरामद हुआ है। उसके पिता महेंद्र शर्मा दिल्ली पुलिस में दारोगा हैं।
मलेशिया की प्रेमिका से मिलने आया था
पुलिस ने बताया कि युवक की प्रेमिका है जो गाजियाबाद की रहने वाली है। वह पिछले लंबे समय से मलेशिया में नौकरी करती है। यह युवक पिछले तीन साल से उसके संपर्क में है। उसने उसे खुद को दिल्ली पुलिस का दारोगा बता रखा है। वह हर बार उससे दिल्ली पुलिस की वर्दी में ही मिलता है। उनकी दोस्ती संभवत: सोशल मीडिया के माध्यम से हुई थी। युवक फर्जी दारोगा बनकर उसके साथ शादी करने की तैयारी कर चुका था। वह बुधवार को भी अपनी प्रेमिका से मिलने नोएडा आया था।
नोएडा में आईटी कंपनी चलाता था आरोपी
पुलिस के अनुसार पकड़े गए युवक ने न सिर्फ प्रेमिका से बल्कि अपने घरवालों से भी झूठ बोल रखा था। परिजनों की जानकारी के अनुसार युवक नोएडा में पिछले दो साल से आईटी कंपनी का संचालन कर रहा है। उसने कुछ समय के लिए आईटी कंपनी खोली थी और वह दो साल पहले ही बंद हो गई थी। इसके बाद से वह बेरोजगार है।
वर्दी पहनकर उगाही करने का शक
फेज-1 थाना प्रभारी ने बताया कि उक्त फर्जी दारोगा के संबंध में पहले भी उन्हें सूचना मिल रही थी और उनकी जानकारी के अनुसार यह युवक फर्जी दारोगा बनकर उगाही भी करता था। यह युवक पिछले कुछ समय से नोएडा में ही सेक्टर-15 नया बांस में रह रहा था। वह दिल्ली से सटे बॉर्डर पर उगाही करता था। इस उगाही से ही वह अपने खर्चे पूरे कर रहा था। इसकी पुलिस जांच कर रही है।
पहले भी पकड़े गए फर्जी अधिकारी
1. नोएडा में कुछ दिन पूर्व ही पुलिस ने जीजा-साले की जोड़ी को पकड़ा था। इसमें जीजा गौरव मिश्रा खुद को पश्चिम बंगाल कैडर का आईपीएस अधिकारी और पत्नी को आईएएस अधिकारी बताता था। उसका साला आशुतोष राठी खुद को राजनीतिक दल का नेता बताता था।
2. पुलिस ने 27 जून 2019 को फर्जी आईपीएस अधिकारी आदित्य दीक्षित और उसके पीआरओ आखिलेश को गिरफ्तार किया था। आदित्य खुद को गृह मंत्रालय की साइबर अपराध शाखा में तैनात बताता था। वह आईपीएस होने का रौब झाड़कर मुफ्त में होटलों में ठहरता और खाता-पीता था।।
3. बिसरख पुलिस ने 3 अप्रैल 2019 को फर्जी आईएफएस अधिकारी जोया खान और उसके पति को गिरफ्तार किया था। जोया खुद को विदेश मंत्रालय की संयुक्त सचिव बताती थी। वह पुलिस सुरक्षा हासिल करती थी और एस्कॉर्ट उसके साथ रहती थी। आरोप है कि उसने प्रधानमंत्री की मेरठ यात्रा के दौरान भी पुलिस सुरक्षा ले ली थी।
4. पुलिस ने 8 जनवरी 2019 को आयकर विभाग के फर्जी चीफ कमिश्नर बने आईएफएस अधिकारी अभय निवासी सेक्टर-14ए को गिरफ्तार किया था। उसके द्वारा एक दुकान को खाली कराने के लिए फर्जी अधिकारी बनकर पुलिस पर दबाव बनाया जा रहा था।