गाजियाबाद की 24 कंपनियों के खिलाफ EPFO की जांच शुरू, स्टाफ की जानकारी देने में लेटलतीफी का आरोप
मैसर्स अवनी हाउसकीपिंग सर्विस, सारा इंटरप्राइजेज, सोल्जर सिक्योरिटी सर्विसेज, इंडिया ओवरसीज कॉरपोरेशन, आम्रपाली बायोटेक इंडिया प्राइवेट लिमिटेड समेत कुल 24 कंपनियां की जांच की जाएगी।
कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (EPFO) ने गाजियाबाद की दो दर्जन प्राइवेट कंपनियों और बिल्डर कंपनी के खिलाफ जांच शुरू की है। इन कंपनियों पर संस्थानों में तैनात कर्मचारियों के विवरण देने में लापरवाही का आरोप है। EPFO संगठन ने कर्मचारियों से खुद ही 20 दिनों के अंदर पूरा विवरण कार्यालय को भेजने के निर्देश दिए हैं ताकि लंबित मामलों की जांच की जा सके।
कर्मचारी भविष्य निधि संगठन के क्षेत्रीय भविष्य निधि आयुक्त द्वितीय कार्यालय से जिले की 24 संस्थानों के खिलाफ जांच शुरू की गई है। इस संबंध में क्षेत्रीय भविष्य निधि आयुक्त नितिन उत्तम ने बताया कि जांच के दायरे में गाजियाबाद की 24 निजी संस्थान, बिल्डर कंपनी और उद्योग शामिल है।
मिली जानकारी के मुताबिक, मैसर्स अवनी हाउसकीपिंग सर्विस, सारा इंटरप्राइजेज, सोल्जर सिक्योरिटी सर्विसेज, इंडिया ओवरसीज कॉरपोरेशन, आम्रपाली बायोटेक इंडिया प्राइवेट लिमिटेड समेत कुल 24 कंपनियां की जांच की जाएगी। कंपनियों द्वारा अपने-अपने कर्मचारियों की तैनाती वर्ष आदि के संबंध में 7 ए का विवरण नहीं दिया गया है। क्षेत्रीय आयुक्त ने बताया कि सभी कंपनियों के खिलाफ जांच शुरू कर दी है। अगर कोई कर्मचारी चाहे तो खुद भी संगठन के जागृति विहार, मेरठ स्थित कार्यालय में पूर्ण विवरण दे सकता है।