Elvish Yadav Snake Venom Case : सांपों के लिए वर्चुअल नंबर से कॉल करता था एल्विश यादव, नोएडा पुलिस की चार्जशीट में खुलासा
रेव पार्टियों में सांपों का जहर सप्लाई करने के मामले में एल्विश यादव समेत 8 लोगों के खिलाफ नोएडा पुलिस ने कोर्ट में 1200 पन्नों की चार्जशीट दाखिल कर दी है। चार्जशीट में कई चौकाने वाले खुलासे हुए हैं।

Elvish Yadav Snake Venom Case : रेव पार्टी आयोजित करने और उसमें सांपों का जहर सप्लाई करने के मामले में आरोपी यूट्यूबर एल्विश यादव समेत 8 लोगों के खिलाफ नोएडा पुलिस ने कोर्ट में 1200 पन्नों की चार्जशीट दाखिल कर दी है। चार्जशीट में कई चौकाने वाले खुलासे हुए हैं। इसमें नोएडा पुलिस ने बताया कि यूट्यूबर एल्विश यादव सांपों और उसके जहर के लिए एक वर्चुअल नंबर का इस्तेमाल करता था।
चार्जशीट में बताया गया है कि एल्विश को जब पार्टी आयोजित करनी होती थी और उसे सांपों और जहर की जरूरत होती थी तो वह अपने साथी विनय को वर्चुअल नंबर से कॉल करता था। विनय इसके बाद अपने करीबी ईश्वर को कॉल करता है। ईश्वर का संपर्क राहुल समेत अन्य सपेरों से था। इसी आधार पर पुलिस ने सारी कड़ी जोड़ीं। ईश्वर के कहने पर सपेरे उसके द्वारा बताए गए ठिकाने पर पहुंच जाते थे। विनय के मोबाइल पर एल्विश के वर्चुअल नंबर से कॉल मिली। एल्विश की गिरफ्तारी के बाद नोएडा पुलिस ने उसके साथी विनय और ईश्वर को भी पूछताछ के बाद गिरफ्तार कर लिया था। तीनों को बाद में जमानत मिल गई थी।
नोएडा पुलिस ने ईश्वर के बैंक्वेट हॉल में सांपों का जहर निकालने का जिक्र भी आरोपपत्र में किया है। आरोपपत्र में 24 गवाहों के बयान शामिल किए गए हैं। चार्जशीट में नोएडा पुलिस की ओर से बताया गया है कि एल्विश का इस मामले में जेल भेजे गए सपेरों से संपर्क था। एल्विश के खिलाफ लगी एनडीपीएस की धाराओं का आधार भी पुलिस ने इसमें बताया है। बीते साल पीपुल्स फॉर एनिमल संस्था के पदाधिकारी ने एल्विश यादव और उसके साथियों पर सांपों के जहर का इस्तेमाल करने का आरोप लगाते हुए सेक्टर-49 थाने में केस दर्ज कराया था। संस्था के सदस्य ने एक स्टिंग किया था। इसमें कोबरा समेत नौ सांप और 20 एमएल सांपों का जहर पांच सपेरों के पास मिला था।
वर्चुअल फोन नंबर क्या है
एक वर्चुअल फोन नंबर को ऑनलाइन फोन नंबर या डिजिटल फोन नंबर के रूप में जाना जाता है। यह फोन नंबर और किसी विशेष डिवाइस या स्थान के बीच के लिंक को तोड़ने की अनुमति देता है। वर्चुअल फोन नंबरों से एक ही नंबर का इस्तेमाल करके इंटरनेट से जुड़े कई उपकरणों पर कॉल ले सकते हैं।
पांच दिन तक जेल में रहा था यूट्यूबर
इस मामले की जांच के दौरान पुलिस की टीम ने एल्विश के कॉल डिटेल और सोशल मीडिया अकाउंट को खंगाला। जब उसके खिलाफ नोएडा पुलिस को पर्याप्त सबूत मिल गए तो पुलिस ने उसे नोटिस देकर पूछताछ के लिए दोबारा बुलाया। पूछताछ के बाद उसे नोएडा से गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया। वह पांच दिन तक जेल में रहा। हालांकि, होली के पहले उसे इस मामले में अदालत से जमानत मिल गई।
फॉरेंसिक रिपोर्ट में जहर की पुष्टि हुई थी
देशभर में वन्य जीव संरक्षण अधिनियम के तहत दर्ज केस का नोएडा पुलिस की एक टीम ने अवलोकन किया। एक अन्य टीम ने जयपुर से आई फॉरेंसिक रिपोर्ट का अध्ययन किया। रिपोर्ट में इस बात की पुष्टि हुई थी, सांपों का, जो जहर सपेरों के पास से मिला था, वह करैत प्रजाति के कोबरा का है।