दिल्ली ट्रैफिक पुलिस ASI के कोरोना पॉजिटिव मिलने से हड़कंप, कालकाजी पुलिस कॉलोनी को किया गया सील
दिल्ली ट्रैफिक पुलिस के एक असिस्टेंट सब-इंस्पेक्टर (ASI) का कोरोना वायरस टेस्ट पॉजिटिव आया है। बुखार की शिकायत पर पिछले हफ्ते उनका टेस्ट किया गया था और 7 अप्रैल को उनकी रिपोर्ट आई। इसके बाद एएसआई को...
दिल्ली ट्रैफिक पुलिस के एक असिस्टेंट सब-इंस्पेक्टर (ASI) का कोरोना वायरस टेस्ट पॉजिटिव आया है। बुखार की शिकायत पर पिछले हफ्ते उनका टेस्ट किया गया था और 7 अप्रैल को उनकी रिपोर्ट आई। इसके बाद एएसआई को जहां एम्स में शिफ्ट कर दिया गया है, वहीं उनके परिवार को होम-क्वारंटाइन रहने को कहा गया है। इसकी जानकारी मिलते ही जिस कॉलोनी में एएसआई अपने परिवार के साथ रहते थे अब उसे भी सील कर दिया गया है। पुलिस उनके संपर्क में आए लोगों और वो कैसे संक्रमित हुए इसका पता लगाने की कोशिश कर रही है।
The colony, where he lived, is under strict lockdown now. Police is trying to establish his contacts and how did he get infected with #COVID19: Delhi Police https://t.co/FnzVhuafBa
— ANI (@ANI) April 8, 2020
दिल्ली ट्रैफिक पुलिस के एक असिस्टेंट सब-इंस्पेक्टर (ASI) के कोरोना वायरस टेस्ट की रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। इसका खुलासा होते ही दिल्ली पुलिस महकमे में हड़कंप मच गया है। मामले के सामने आते ही उस कालकाजी पुलिस कॉलोनी को सील कर दिया गया है, जहां एएसआई रहता है। दक्षिण-पूर्वी दिल्ली जिला के एक आला पुलिस अफसर ने बताया कि कोरोना पॉजिटिव एसएसआई की उम्र 49-50 साल के आसपास है। पीड़ित एएसआई को फिलहाल अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) में भर्ती कराया गया है, जबकि उनकी पत्नी और बच्चों को घर में ही क्वारंटाइन कर दिया गया है।
न्यूज एजेंसी आईएएनएस के अनुसार, जिला पुलिस सूत्रों और कालकाजी पुलिस कालोनी में ही रहने वाले एक पुलिसकर्मी के मुताबिक एएसआई कई दिन से छुट्टी पर था। उसे बुखार खांसी की शिकायत हुई थी। जब संदेह होने पर जांच कराई गई तो दो दिन पहले ही रिपोर्ट कोरोना पॉजिटिव की निकली। इस बारे में दिल्ली पुलिस मुख्यालय के आला अफसरों को भी बता दिया गया है। साथ ही एहतियातन कालकाजी पुलिस कॉलोनी को भी सील कर दिया गया है।
जिला पुलिस के एक अधिकारी ने बताया कि इस परेशानी की घड़ी में पूरा महकमा पीड़ित के साथ खड़ा है। हम लोग पीड़ित परिवार का पूरा ख्याल रख रहे हैं।
कालकाजी थाना पुलिस सूत्रों के मुताबिक, कॉलोनी में आने-जाने वालों पर फिलहाल पूरी तरह रोक लगा दी गई है। कॉलोनी को स्वास्थ्य विभाग की टीमों की निगरानी में निरंतर सैनेटाइज भी कराया जा रहा है। एएसआई फिलहाल दिल्ली पुलिस की ट्रैफिक यूनिट में तैनात बताया जाता है।
दिल्ली में कोरोना के 576 मरीज
बता दें कि, दिल्ली स्वास्थ्य विभाग की ओर से मंगलवार को जारी बुलेटिन के अनुसार, दिल्ली में अब तक सामने आए कोरोना वायरस के 576 मामलों में से 333 उन लोगों से जुड़े हुए हैं जो तबलीगी जमात के कार्यक्रम में शामिल हुए थे। कोरोना वायरस के कारण अब तक नौ मरीजों की मौत हो गई है।
कोरोना पर काबू के लिए केजरीवाल का 5T प्लान
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने राजधानी में कोरोना वायरस को फैलने से रोकने के लिए मंगलवार को पांच सूत्री कार्य योजना की घोषणा की और कहा कि शहर के अति प्रभावित क्षेत्रों में बिना किसी क्रम के एक लाख लोगों को चुनकर उनकी जांच की जाएगी। उन्होंने कहा कि यदि शहर में कोरोना वायरस के मामले लगातार बढ़ते रहे और सक्रिय मामले 30000 तक चले गए तो दिल्ली सरकार चरणबद्ध तरीके से निजी अस्पतालों एवं होटलों के 12000 कमरे अपने अधीन ले लेगी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार ने तीन निजी अस्पतालों- मैक्स साकेत (318), अपोलो (50) और गंगाराम अस्पताल (42) में 400 बिस्तर तय किए हैं। उन्होंने कहा कि दिल्ली सरकार के लोक नायक जय प्रकाश नारायण अस्पताल, जीबी पंत अस्पताल और राजीव गांधी सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल को विशेष कोविड-19 अस्पताल घोषित किया गया है। केजरीवाल ने कहा कि फिलहाल, इस समय 2,950 बेड कोविड-19 रोगियों के लिए आरक्षित हैं। यदि कोरोना वायरस से संक्रमण के मामले 3000 को पार कर गए तो हम जीटीबी अस्पताल में 1500 बिस्तरों का उपयोग करेंगे और इसके बाद हमारे पास 4500 मामलों के लिए व्यवस्था होगी। योजना के अनुसार सरकार कोविड-19 के ऐसे 10000 मरीजों के लिए विवाहघरों एवं धर्मशालाओं में प्रबंध करेगी जिन्हें यकृत, हृदय संबंधी रोग नहीं हैं और वे 50 साल से कम उम्र के हैं।
मुख्यमंत्री ने पांच सूत्री कार्य योजना की विस्तार से जानकारी देते हुए कहा, ''इसमें पांच टी शामिल हैं। इनमें टेस्टिंग (जांच), ट्रेसिंग (पता लगाना), ट्रीटमेंट (उपचार), टीम-वर्क (मिलकर काम करना) और ट्रैकिंग (नजर रखना) हैं। पहले टी के तहत सरकार अति प्रभावित क्षेत्रों में एक लाख जांच कराएगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि बिना बड़े पैमाने पर परीक्षण के वायरस तेजी से फैल सकता है। दक्षिण कोरिया ने बड़े पैमाने पर टेस्ट के माध्यम से प्रभावित लोगों की पहचान की। हम बड़े पैमाने पर परीक्षण शुरू करने जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि 50,000 किटों की खरीद का ऑर्डर दिया गया है और अब आपूर्ति होने भी लगी है। जब जांच किट आने लगेंगे तब हम शुक्रवार से एक लाख लोगों का तीव्र परीक्षण शुरू करेंगे। ये टेस्ट निजामुद्दीन और दिलशाद गार्डन जैसे अतिप्रभावित क्षेत्रों में किए जाएंगे। निजामुद्दीन मरकज देश में अतिप्रभावित क्षेत्र के रूप में उभरा है।
केजरीवाल ने कहा कि हम तबलीगी जमात के कार्यक्रम में शामिल होने वाले लोगों के फोन नंबर पुलिस को देंगे ताकि उनका पता लगाया जा सके कि उन्होंने आसपास के इलाकों में आवाजाही की थी या नहीं। उन्होंने कहा कि उन लोगों का प्रभावी तरीके से पता लगाएगी जो कोविड-19 संक्रमित व्यक्तियों के संपर्क में आए हैं और ऐसे 27,702 लोगों के फोन नंबर पुलिस को उनकी आवाजाही पर नजर रखने के लिए दिए गए हैं जिन्हें आइसोलेशन में जाने का निर्देश दिया गया है। केजरीवाल ने कहा कि सरकार ने 30 हजार मामलों से निपटने का बंदोबस्त कर लिया है।