दिल्ली दंगे : शॉर्ट फिल्म निर्माता राहुल रॉय और सबा दीवान से होगी पूछताछ, स्पेशल सेल ने भेजे समन
उत्तर-पूर्वी दिल्ली में हुए दंगों में शामिल व्यक्तियों की भूमिका की जांच कर रही दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने शॉर्ट फिल्म निर्माता राहुल रॉय और डॉक्यूमेंट्री फिल्म निर्माता सबा दीवान को दिल्ली...
उत्तर-पूर्वी दिल्ली में हुए दंगों में शामिल व्यक्तियों की भूमिका की जांच कर रही दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने शॉर्ट फिल्म निर्माता राहुल रॉय और डॉक्यूमेंट्री फिल्म निर्माता सबा दीवान को दिल्ली दंगों के संबंध में पूछताछ के लिए समन भेजा है।
जानकारी के अनुसार, दिल्ली पुलिस ने रविवार को कहा था कि वह फरवरी में उत्तर-पूर्वी दिल्ली में हुए दंगों में शामिल उन सभी व्यक्तियों की भूमिका की जांच कर रही है जो हिंसा फैलाने की साजिश के पीछे थे और समुदायों के बीच सांप्रदायिक उन्माद भरने का प्रयास कर रहे थे।
बता दें कि, राजधानी दिल्ली में फरवरी में हुए दंगों के मामले में दिल्ली पुलिस ने सप्लीमेंट्री चार्जशीट दायर की है। इसमें माकपा महासचिव सीताराम येचुरी, स्वराज अभियान के नेता योगेंद्र यादव, अर्थशास्त्री जयती घोष, दिल्ली विश्वविद्यालय के प्राध्यापक एवं कार्यकर्ता अपूर्वानंद और डॉक्यूमेंट्री फिल्मकार राहुल रॉय के नाम शामिल हैं।
Delhi Police Special Cell summons short film producer Rahul Roy and documentary filmmaker Saba Dewan for questioning in connection with North-East Delhi violence: Delhi Police
— ANI (@ANI) September 14, 2020
दिल्ली पुलिस ने कहा है कि जाफराबाद दंगों से संबंधित मामले की सप्लीमेंट्री चार्जशीट में शिक्षाविदों और राजनेताओं का नाम आना चिंतित करने वाला है। एंटी-सीएए विरोध प्रदर्शनों को आयोजित करने के मामले में एक आरोपी के डिस्कलोजर में ये नाम सामने आए हैं।
इस बयान को उसी तरह दर्ज किया गया है, जैसे आरोपी ने बताया है। किसी शख्स को किसी के सिर्फ डिस्क्लोजर स्टेटमेंट के आधार पर आरोपी नहीं बनाया जा सकता है। हालांकि, पर्याप्त सबूतों के आधार पर ही आगे की कानूनी कार्रवाई की जाती है। मामला अभी सब-जूडिस है।
दिल्ली पुलिस के चार्जशीट को लेकर माकपा महासचिव सीताराम येचुरी ने केंद्र सरकार पर सवाल खड़े किए हैं। सीताराम येचुरी ने ट्वीट किया, दिल्ली पुलिस बीजेपी की केंद्र सरकार और गृह मंत्रालय के नीचे काम करती है। उसकी ये अवैध और गैर-कानूनी हरकतें बीजेपी के शीर्ष राजनीतिक नेतृत्व के चरित्र को दर्शाती हैं। वो विपक्ष के सवालों और शांतिपूर्ण प्रदर्शन से डरते हैं, और सत्ता का दुरुपयोग कर हमें रोकना चाहते हैं।
जेएनयू का पूर्व छात्र नेता उमर खालिद गिरफ्तार
इस साल फरवरी में उत्तर पूर्वी दिल्ली में हुए दंगे में कथित भूमिका के आरोप में पुलिस ने रविवार देर रात जवाहर लाल नेहरू विश्वविद्यालय (जेएनयू) के पूर्व छात्र नेता उमर खालिद को गिरफ्तार कर लिया। दिल्ली दंगे के सिलसिले में दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच ने 02 सितंबर को कुछ घंटे तक उमर से पूछताछ की थी।
इससे पहले पुलिस ने दंगे से जुड़े एक अन्य मामले में उमर के खिलाफ गैर कानूनी गतिविधि (निषेध) कानून (यूएपीए) के तहत मामला दर्ज किया था। दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने भी दंगे के पीछे कथित साजिश के मामले में उमर से पूछताछ की थी। पुलिस ने उमर खालिद का मोबाइल फोन भी जब्त कर लिया था।
उल्लेखनीय है कि नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) के विरोधी और समर्थकों के बीच हिंसा के बाद 24 फरवरी को उत्तर-पूर्वी दिल्ली में सांप्रदायिक दंगे भड़क गए थे जिसमें कम से कम 53 लोगों की मौत हुई थी, जबकि 200 के करीब घायल हुए थे।