दिल्ली विधानसभा की कमेटी के सामने पेश होने में आनाकानी कर रहे फेसबुक के अधिकारी, 'अंतिम नोटिस' जारी
दिल्ली विधानसभा की शांति और सद्भाव समिति ने मंगवालर को फेसबुक पर लगे आरोपों की सुनवाई के दौरान उसका कोई प्रतिनिधि पेश नहीं होने पर उसे अंतिम नोटिस जारी किया। आम आदमी पार्टी (आप) के...
दिल्ली विधानसभा की शांति और सद्भाव समिति ने मंगवालर को फेसबुक पर लगे आरोपों की सुनवाई के दौरान उसका कोई प्रतिनिधि पेश नहीं होने पर उसे अंतिम नोटिस जारी किया।
आम आदमी पार्टी (आप) के विधायक और समिति के अध्यक्ष राघव चड्ढा ने मंगलवार को सुनवाई के दौरान कहा कि फेसबुक के किसी प्रतिनिधि का समिति के सामने पेश नहीं होना, न केवल विधानसभा की अवमानना है बल्कि दिल्ली के दो करोड़ लोगों का अपमान भी है।
समिति ने पिछले सप्ताह फेसबुक-भारत के उपाध्यक्ष तथा प्रबंध निदेशक अजीत मोहन को नोटिस भेजकर देश में कथित रूप से घृणास्पद सामग्री पर रोक लगाने के लिए जानबूझकर कोई कार्रवाई नहीं करने की शिकायतों के संबंध में पेश होने के लिए कहा था।
Facebook's letter is in disregard of committee's privilege. Facebook's refusal to appear before the committee is an attempt to conceal crucial facts in relation to its role in Delhi riots. Fresh summons will be issued to it in line with principles of natural justice:Raghav Chadha https://t.co/Cd1q0iXUSG
— ANI (@ANI) September 15, 2020
राघव चड्ढा ने कहा कि फेसबुक के वकील ने समिति के नोटिस के जवाब में कहा है कि मामला संसद के समक्ष विचाराधीन है। इसे स्वीकार नहीं किया जा सकता। उन्होंने कहा कि समिति के समक्ष पेश होने में फेसबुक की नाकामी दर्शाती है कि वह दिल्ली दंगों में अपनी भूमिका छिपाना चाहती है। चड्ढा ने समिति के सदस्यों के साथ विचार-विमर्श के बाद फेसबुक को अंतिम नोटिस जारी करने का फैसला किया। फेसबुक को ताजा समन प्राकृतिक न्याय के सिद्धांतों के अनुरूप जारी किया जाएगा।
विधानसभा समिति ने 'वॉल स्ट्रीट जनरल' की एक खबर के बाद यह कार्यवाही शुरू की है, जिसमें दावा किया गया था कि फेसबुक इंडिया के एक वरिष्ठ नीति निर्धारक ने कथित रूप से भड़काऊ पोस्ट साझा करने वाले तेलंगाना के भाजपा विधायक को स्थायी रूप से प्रतिबंधित करने में रुकावटें पैदा की थीं।