Delhi Police Vs Lawyers : समय रहते पुलिसकर्मियों का गुस्सा काबू नहीं कर सके आला अफसर
दिल्ली की तीस हजारी कोर्ट परिसर में पार्किंग को लेकर वकीलों और पुलिसकर्मियों के बीच हुई हिंसा के बाद बौखलाए हजारों पुलिसकर्मियों ने मंगलवार को आईटीओ स्थित पुलिस मुख्यालय पर विरोध प्रदर्शन करते हुए...
दिल्ली की तीस हजारी कोर्ट परिसर में पार्किंग को लेकर वकीलों और पुलिसकर्मियों के बीच हुई हिंसा के बाद बौखलाए हजारों पुलिसकर्मियों ने मंगलवार को आईटीओ स्थित पुलिस मुख्यालय पर विरोध प्रदर्शन करते हुए वकीलों पर कार्रवाई की मांग की। पुलिसकर्मियों ने कहा कि पुलिसकर्मियों की पिटाई होने के बावजूद उन पर ही कार्रवाई किया जाना शर्मनाक है।
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आईटीओ स्थित पुराना दिल्ली पुलिस मुख्यालय के बाहर मंगलवार को हुए पुलिसकर्मियों का प्रदर्शन वरिष्ठ अधिकारियों की बड़ी विफलता है। आला अफसर अपने ही अधीनस्थ स्टाफ का गुस्सा भांपने में विफल रहे। पुलिस का अपना खुफिया तंत्र भी इस मामले में पूरी तरह विफल रहा। पुलिसकर्मियों के ग्रुप पर प्रदर्शन का व्हट्सऐप मैसेज चलता रहा। इसके बाद भी कोई योजना नहीं बनाई गई। सुबह नौ बजे कुछ ही पुलिसकर्मी धरने पर पहुंचे थे। उनकी फोटो सोशल मीडिया के जरिए देखकर बड़ी संख्या में पुलिसवाले आईटीओ पहुंचे। बड़ी संख्या में पुलिसकर्मी पहुंचने के बाद करीब तीन घंटे बाद आला अफसरों ने धरना खत्म कराने का प्रयास किया।
व्हट्सऐप मैसेज रोकने में खुफिया तंत्र हुआ फेल
अपने लिए न्याय की मांग करते हुए पुलिसकर्मियों ने सोमवार शाम से सोशल मीडिया पर एक्टिव होना शुरू कर दिया। सैकड़ों की संख्या में मैसेज वायरल होने लगे। पुलिसकर्मियों के ग्रुप बनाए गए। संदेश में मंगलवार सुबह 9 बजे पुराने पुलिस मुख्यालय पहुंचने की अपील की गई, लेकिन दिल्ली पुलिस के खुफिया तंत्र ने इन संदेशों को अनदेखा किया। आला अफसरों ने धरना रोकने का कोई प्रयास नहीं किया। सुबह तक पुलिस ने कोई योजना नहीं बनाई। जिसका नतीजा रहा कि सुबह होते ही पुलिसकर्मियों ने धरने के लिए पहुंचना शुरू कर दिया। सुबह 10.50 तक करीब 15 सौ पुलिसकर्मी ही मुख्यालय पहुंचे। अंदर आला अफसर जुटने शुरू हो गए थे। धरने के करीब तीन घंटे बाद स्पेशल कमिश्नर (लॉ एंड ऑर्डर) आरएस कृष्णय्या पहली बार पुलिसकर्मियों के बीच पहुंचे। इस दौरान धरने के फोटो वायरल हो चुके थे। रिजर्व और थाने में तैनात पुलिसकर्मी तब तक निकल चुके थे। आक्रोश इतना ज्यादा था कि जनपदों में तैनात अफसरों ने भी उन्हें रोकने का प्रयास नहीं किया। इसके चलते धरना बढ़ता चला गया।
पुलिस की वायरल वीडियो ने आग में घी डाला
रविवार को हाईकोर्ट के फैसले के बाद वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों का कोर्ट से रोते हुए बाहर आना और सोमवार को साकेत कोर्ट के बाहर गश्त पर निकले पुलिस की पिटाई के वायरल वीडियो ने आग में घी डालने का काम किया। इस वीडियो के तेजी से वायरल होने के चलते पुलिसकर्मियों का गुस्सा फुट गया और वकीलों के खिलाफ कार्रवाई की मांग उठने लगी। सकेत कोर्ट की घटना में रिपोर्ट भी दर्ज नहीं हुई थी। इसके चलते पुलिसकर्मियों में गुस्सा बढ़ता चला गया।