2000 रुपये लेकर दिल्ली में लिखे खालिस्तानी नारे, यूएस में बैठे आका ने दिया था हुक्म
पुलिस ने बताया है कि यूएस में बैठे एसएफजे के एक सदस्य गगनदीप ने ही उसे दीवारों पर पेंट कर खालिस्तान समर्थित स्लोगन लिखने का निर्देश दिया था। विक्रमजीत और उसके सहयोगी ने 2000 रुपये के लिए यह काम किया।
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राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली के कुछ इलाकों में दीवारों पर खालिस्तान समर्थित स्लोगन लिखे जाने के मामले में दिल्ली पुलिस की तरफ से कई अहम जानकारी दी गई है। स्पेशल सेल के स्पेशल सीपी, एचजीएस धालीवाल ने बताया कि हिरासत में लिए गए आरोपियों में से एक विक्रमजीत होटल में चालक के तौर पर काम करता है। विक्रमजीत यूएस-आधारित एसएफजे के सदस्य गगनदीप के संपर्क में था। गगनदीप ने ही उसे दीवारों पर पेंट कर खालिस्तान समर्थित स्लोगन लिखने का निर्देश दिया था। विक्रमजीत और उसके सहयोगी ने 2000 रुपये के लिए यह काम किया।
वरिष्ठ पुलिस अधिकारी की तरफ से जानकारी दी गई है कि वो गगनदीप की कुंडली खंगाल रही है और यहां उस पर केस भी दर्ज किया जाएगा। दीवारों पर राष्ट्र विरोधी नारे और खालिस्तान समर्थित बातें लिखने के लिए इस्तेमाल की गई पेंट और अन्य सामानों के अलावा पुलिस ने सबूत के तौर पर एक मोटरसाइकिल को भी जब्त किया है।
आपको बता दें कि हाल ही में दिल्ली के विकासपुरी, जनकपुरी, पश्चिम विहार, प्रगति मैदान समेत कुछ अन्य इलाकों में खालिस्तान के समर्थन में नारे लिखे गये थे। पुलिस ने 12 जनवरी को दो लोगों को खालिस्तान समर्थित नारे लिखने के आरोप में हिरासत में लिया था। गणतंत्र विदस से पहले यह खालिस्तानी आतंकवादियों की बड़ी साजिश मानी जा रही थी। दिल्ली पुलिस की साइबर सेल ने इस संबंध में भारतीय दंड संहिता की धारा 153 बी औऱ 120 बी के तहत केस दर्ज किया था।
यहां दीवारों पर खालिस्तान जिंदाबाद और रेफरेंडम 2020 जैसे राष्ट्रविरोधी बातें लिखई गई थीं। इन आपत्तिजनक बातों को लिखे जाने के बाद से दिल्ली पुलिस काफी अळर्ट हो गई थी और इस मामले में गहरी तफ्तीश भी चल रही थी। पुलिस खालिस्तानी आतंकियों की हर साजिश को नाकाम करने में जुटी हुई है।