कार चोरी कर दक्षिण भारत में बेचने वाले गिरोह का भंडाफोड़, 100 से कारें चुराईं, मुरादाबाद तक छापे
दिल्ली पुलिस के एंटी-ऑटो थेफ्ट स्क्वॉड ने मुरादाबाद, मेरठ, बेंगलुरु और कर्नाटक में कई छापेमारी कर लक्जरी कारों के एक अंतरराज्यीय गिरोह का भंडाफोड़ किया है। पुलिस ने दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है।

दिल्ली में सौ से ज्यादा लग्जरी कार चोरी कर केरल, आंध्र प्रदेश और बेंगलुरु में बेचने वाले गिरोह के दो सदस्यों को दक्षिणी दिल्ली जिला पुलिस की एएटीएस टीम ने गिरफ्तार किया है। आरोपी फरहाद अली और जाकिर हुसैन के पास से पुलिस ने नौ लग्जरी कार, एक पिस्तौल और तीन कारतूस बरामद किए हैं। आरोपियों ने पुलिस को बताया कि वह अब तक 100 से ज्यादा लग्जरी कार चोरी कर चुके हैं। गिरोह का भंडाफोड़ करने के लिए दिल्ली पुलिस के एंटी-ऑटो चोरी दस्ते (एएटीएस) ने मुरादाबाद में कई छापे मारे थे।
आरोपियों के कब्जे से चोरी की नौ लग्जरी कारें और एसयूवी बरामद की गई हैं। उनके पास से एक देशी पिस्तौल और तीन जिंदा कारतूस बरामद किए गए हैं। पुलिस उपायुक्त चंदन चौधरी ने बताया कि गत दिनों लग्जरी कार चोरी होने के मामलों की जांच कर रही एएटीएस इंचार्ज उमेश यादव की टीम ने एक गैंग की जानकारी जुटाई जो दिल्ली से गाड़ी चोरी कर दक्षिण भारत में उनके नंबर व चेसिस नंबर बदलकर बेचता है।
पुलिस को सूचना मिली कि 21 जनवरी को गिरोह के सदस्य एक गाड़ी लेने के लिए आने वाले हैं। पुलिस ने एशियन मार्केट के पास ट्रैप लगाकर एक कार को रोका। पुलिस ने कार चालक से दस्तावेज मांगे, लेकिन वह नहीं दिखा सका। पुलिस ने दोनों को हिरासत में लेकर पूछताछ की। जांच में पुलिस को पता चला कि यह कार रानी बाग इलाके से चोरी की गई थी। पुलिस ने उनकी निशानदेही पर मुरादाबाद, मेरठ, बेंगलुरु और कर्नाटक में रेड मारकर नौ लग्जरी कार बरामद की।
आरोपियों ने बताया कि वह कार के इंजन और चेसिस नंबर बदलकर उन्हें अपने सहयोगियों के जरिए दक्षिण भारत के राज्यों में बेच देते थे। उन्हें लग्जरी कार के आर्डर उनका वहां रहने वाला एक सहयोगी देता था। साकेत पुलिस स्टेशन में आरोपियों के खिलाफ आर्म्स एक्ट की धारा 25/54/59 और भारतीय दंड संहिता (आईपीसी) की धारा 411 के तहत मामला दर्ज किया गया है। एएटीएस की टीम को दक्षिण जिला क्षेत्र में ऑटो चोरी पर अंकुश लगाने के लिए निवारक कार्रवाई करने के निर्देश दिए गए थे।
पुलिस का कहना है कि आरोपी फरहत अली उर्फ शानू अपने साथियों के साथ दिल्ली-एनसीआर से लग्जरी कारों और एक्सयूवी की चोरी करता था। इसके बाद ये गाड़ियां मुरादाबाद ले जाई जाती थीं जहां इंजन और चेसिस नंबरों को बदलने का काम होता था। फरहत अली इंजन और चेसिस नंबर बदलने के बाद चोरी की कारों को जाकिर हुसैन के जरिए दक्षिण भारत के अलग-अलग राज्यों में बेच देता था। पुलिस मामले की छानबीन करने में जुटी है।