दिल्ली : अनलॉक-3 में होटल और गेस्ट हाउस खोलने को मालिकों की सरकार से गुहार
अनलॉक-3 में दिल्ली के गेस्ट हाउस व होटल मालिकों ने सरकार से होटल और गेस्ट हाउस को खोले जाने की गुहार लगाई है। इस संबंध में अलग-अलग एसोसिएशन द्वारा सरकार को पत्र भी लिखा गया है। मार्च में लॉकडाउन की...
अनलॉक-3 में दिल्ली के गेस्ट हाउस व होटल मालिकों ने सरकार से होटल और गेस्ट हाउस को खोले जाने की गुहार लगाई है। इस संबंध में अलग-अलग एसोसिएशन द्वारा सरकार को पत्र भी लिखा गया है। मार्च में लॉकडाउन की घोषणा के बाद से होटल व गेस्ट हाउस पर ताला लटका है।
गेस्ट हाउस व होटल मालिकों के अनुसार बंदी की वजह से काम-धंधा ठप है। गेस्ट हाउस व होटल की सुरक्षा व परिसर की साफ-सफाई के लिए रखे कर्मचारियों के वेतन भुगतान नहीं हो पा रहा है। बिजली सहित पानी के बिलों के बोझ से देनदारियां बढ़ रही हैं। होटल व गेस्ट हाउस मालिकों ने मार्च 2021 तक के लिए सभी प्रकार की लाइसेंस फीस व अन्य दूसरों शुल्क में रियायत की मांग भी की है।
दो हजार से ज्यादा संख्या
दिल्ली के पहाड़गंज, करोलबाग, राजेंद्र नगर, पटेल नगर, आजादपुर, दक्षिणी दिल्ली, महिपालपुर सहित कई दूसरे इलाकों में छोटे-बड़े गेस्ट हाउस व होटल हैं। इनकी संख्या दो हजार से ज्यादा बताई जाती है। पहाड़गंज में 800 से अधिक गेस्ट हाउस व होटल, करोलबाग में 275, महिपालपुर में 150, दक्षिणी दिल्ली में 150 और बाकी दूसरे इलाकों में भी इतनी संख्या है।
...तो छह महीने लगेंगे उबरने में
दिल्ली होटल एंड रेस्टोरेंट ऑनर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष संदीप खंडेलवाल ने कहा कि हम सरकार से अनलॉक-3 में होटल व गेस्ट हाउस खोले जाने की मांग करते है। इस समय बिना काम के बहुत घाटा उठना पड़ रहा है। अगर सरकार अब खोलने की इजाजत देती है तो कम से कम छह महीने उबरने में लग जाएंगे। सरकार से मांग है कि वह एक कमेटी का गठन करे, जिससे होटल व गेस्ट हाउस मालिकों की समस्याओं का समाधान हो सके।
दूसरे राज्यों में खुले, दिल्ली में क्यों नहीं
दिल्ली होटल महासंघ के सचिव सौरभ छाबड़ा का कहना था कि दूसरे राज्यों में भी होटल व गेस्ट हाउस खुलने लगे हैं। तो दिल्ली में अभी तक खोलने की क्यों इजाजत नहीं दी जा रही है। सरकार से मांग है कि वह होटल व गेस्ट हाउस को खोलने की इजाजत दें। इस संबंध में एसोसिएशन द्वारा पत्र भी लिखा जा चुका है।
रूम मांगने वालों को लौटा देते हैं
उन्होंने कहा कि लॉकडाउन खुलने के बाद से दिल्ली में व्यवसायिक गतिविधियों के लिए दूसरे राज्यों से ट्रेन और फ्लाइट के माध्यम से लोग होटल व गेस्ट हाउस की खोज में पहाड़गंज आ जाते हैं। जो कुछ घंटे बिताने और एक दिन के लिए रूम की मांग करते है लेकिन इजाजत न होने की वजह से उन्हें वापस भेजना पड़ता है।
होटल बंद होने से आय का कोई साधन नहीं है, जबकि बिजली सहित कई दूसरे बिल पूरे आ रहे हैं। ऐसे में इनका भुगतान करने में असमर्थ हैं। बाजार से ज्यादा होटल का एक कमरा सुरक्षित है। सरकार से मांग है कि होटल व गेस्ट हाउस खोलने की इजाजत दें। - दिव्या गुप्ता, मालिक, होटल राजधानी पैलेस
लगभग चार माह से ज्यादा का समय होटल व गेस्ट हाउस को बंद हुए बीत चुका है। इस वजह से कई तरह की समस्याएं सामने खड़ी हो गई है। बिजली के बढ़े बिल आ रहे हैं। दोबारा से लाइसेंस के नवनीकरण में दिक्कत हो रही है। हमारी परेशानियों को जल्द दूर किया जाए। - हरीश अरोड़ा, मालिक, सत्यम होटल