ट्रेंडिंग न्यूज़

Hindi News NCRदिल्ली-एनसीआर में अप्रैल-जून में घरों की बिक्री 19 प्रतिशत घटी, नई सप्लाई में भी 56 फीसदी गिरावट

दिल्ली-एनसीआर में अप्रैल-जून में घरों की बिक्री 19 प्रतिशत घटी, नई सप्लाई में भी 56 फीसदी गिरावट

ग्रेटर नोएडा में घरों की बिक्री 3,450 इकाइयों से गिरकर 2,750 इकाई रह गई, जबकि नई पेशकश में बढ़ोतरी देखने को मिली। दिल्ली-एनसीआर के अन्य क्षेत्रों में भी घरों की बिक्री में गिरावट का रुख रहा। 

दिल्ली-एनसीआर में अप्रैल-जून में घरों की बिक्री 19 प्रतिशत घटी, नई सप्लाई में भी 56 फीसदी गिरावट
Praveen Sharmaनई दिल्ली | पीटीआईSun, 03 Jul 2022 02:27 PM
ऐप पर पढ़ें

दिल्ली-एनसीआर में घरों की बिक्री अप्रैल-जून, 2022 में तिमाही आधार पर 19 प्रतिशत घटकर 15,340 इकाई रह गई। संपत्ति सलाहकार एनारॉक  के मुताबिक, संपत्ति की कीमतों में वृद्धि के साथ ही आवास ऋण दरों के बढ़ने से मांग पर असर पड़ा है। दिल्ली-एनसीआर में जनवरी-मार्च, 2022 में आवासीय बिक्री 18,835 इकाई थी।

एनारॉक के आंकड़ों के अनुसार, समीक्षाधीन अवधि में दिल्ली-एनसीआर में नयी पेशकश या आपूर्ति 56 प्रतिशत घटकर 4,070 इकाई रह गई, जो इससे पिछली तिमाही में 9,300 इकाई थी। इस क्षेत्र में बिना बिके घरों की संख्या जून तिमाही के अंत में सात प्रतिशत घटकर 1,41,235 इकाई रह गई, जो 31 मार्च 2022 को 1,51,500 इकाई थी।

एनारॉक ने कहा कि गुरुग्राम में घरों की बिक्री 8,850 इकाइयों से घटकर 7,580 इकाई रह गई। यहां नई पेशकश 7,890 इकाइयों से घटकर 2,830 इकाई रह गई है।

नोएडा में आवास की बिक्री अप्रैल-जून, 2022 में घटकर 1,650 इकाई रह गई, जो इससे पिछली तिमाही में 2,045 इकाई थी। शहर में जून तिमाही में कोई भी नई पेशकश नहीं हुई।

ग्रेटर नोएडा में घरों की बिक्री 3,450 इकाइयों से गिरकर 2,750 इकाई रह गई, जबकि नई पेशकश में बढ़ोतरी देखने को मिली। दिल्ली-एनसीआर के अन्य क्षेत्रों में भी घरों की बिक्री में गिरावट का रुख रहा। 

गाजियाबाद में आवास की बिक्री पिछली तिमाही में 2,080 से घटकर अप्रैल-जून में 1,650 इकाई रह गई, लेकिन नए लॉन्च 220 इकाइयों से बढ़कर 740 इकाई हो गए।

फरीदाबाद, दिल्ली और भिवाड़ी में आवास की बिक्री अप्रैल-जून 2022 के दौरान घटकर 1,710 इकाई रह गई, जो पिछली तिमाही में 2,410 इकाई थी। नए लॉन्च भी 920 इकाइयों से घटकर 110 इकाई रह गए।

दिल्ली-एनसीआर में कुल बिना बिकी इन्वेंट्री में से, गुरुग्राम में वर्तमान में लगभग 59,120 इकाइयों का अधिकतम स्टॉक है, जो मार्च तिमाही से 7 प्रतिशत की गिरावट है। जून तिमाही के अंत में ग्रेटर नोएडा में अनसोल्ड हाउसिंग इन्वेंट्री 8 फीसदी गिरकर 28,875 यूनिट रह गई।

गाजियाबाद ने अपने बिना बिके स्टॉक को Q2 2022 में 5 प्रतिशत की गिरावट के साथ 17,990 यूनिट्स में देखा, जो Q1 2022 में 18,900 यूनिट था।

नोएडा में अनसोल्ड हाउसिंग स्टॉक जून तिमाही के अंत में 12 फीसदी गिरकर 12,150 यूनिट रह गया, जो 2022 की पिछली तिमाही में 13,800 यूनिट था। इस बीच, 30 जून, 2022 तक दिल्ली, फरीदाबाद और भिवाड़ी में कुल मिलाकर 23,100 से अधिक बिना बिकी यूनिट हैं। आंकड़ों से पता चलता है कि Q1 2022 के अंत में यह 24,700 यूनिट थीं।

दिल्ली-एनसीआर देश के सबसे बड़े रियल एस्टेट बाजारों में से एक है, लेकिन यह रुकी हुई और काफी विलंबित आवास परियोजनाओं के कारण बुरी तरह प्रभावित हुआ है। एनसीआर में फ्लैट बुक करने वाले होमबॉयर्स सबसे ज्यादा प्रभावित हुए हैं, क्योंकि उन्हें अपने फ्लैटों का कब्जा नहीं मिला है, लेकिन बिल्डरों को लगभग पूरी खरीद मूल्य का भुगतान कर दिया है। फ्लैट मालिक भी अपने होम लोन पर ईएमआई का भुगतान कर रहे हैं।

एनारॉक के आंकड़ों के अनुसार, 31 मई, 2020 तक इन सात शहरों में 4,48,129 करोड़ रुपये की 4,79,940 इकाइयां ठप हैं या भारी देरी से चल रही हैं। इसमें से अकेले दिल्ली-एनसीआर में 50 प्रतिशत की हिस्सेदारी है, जिसमें 1,81,410 करोड़ रुपये की 2,40,610 ठप या विलंबित इकाइयां हैं।

नोएडा और ग्रेटर नोएडा क्षेत्र में कुल अटकी/विलंबित इकाइयों का लगभग 70 प्रतिशत हिस्सा है, जबकि गुरुग्राम का हिस्सा केवल 13 प्रतिशत है। नोएडा और ग्रेटर नोएडा में 1,18,578 करोड़ रुपये की 1,65,348 इकाइयां ठप या विलंबित हैं।

गुरुग्राम में जहां 44,455 करोड़ रुपये की 30,733 इकाइयां अटकी / विलंबित हैं, वहीं गाजियाबाद के बाजार में 22,128 ऐसी इकाइयां हैं जिनकी कीमत 9,254 करोड़ रुपये है।

दिल्ली, फरीदाबाद, धारूहेड़ा और भिवाड़ी में कुल मिलाकर 9,124 करोड़ रुपये की 22,401 ठप/देरी इकाइयां हैं।

हिन्दुस्तान का वॉट्सऐप चैनल फॉलो करें