ट्रेंडिंग न्यूज़

Hindi News NCRMCD चुनावों में परिवारवादी नेताओं का बजा डंका, AAP ने भी नहीं किया था टिकट देने से परहेज

MCD चुनावों में परिवारवादी नेताओं का बजा डंका, AAP ने भी नहीं किया था टिकट देने से परहेज

एमसीडी चुनावों में परिवार की विरासत को कायम रखने उतरे नेताओं का डंका बजा है। खास बात यह कि परिवारवाद का विरोध करने वाली भाजपा और आम आदमी पार्टी ने भी इन नेताओं को टिकट देने से परहेज नहीं किया था।

MCD चुनावों में परिवारवादी नेताओं का बजा डंका, AAP ने भी नहीं किया था टिकट देने से परहेज
Krishna Singhहिंदुस्तान टाइम्स,नई दिल्लीWed, 07 Dec 2022 04:04 PM

इस खबर को सुनें

0:00
/
ऐप पर पढ़ें

Delhi MCD Election Result 2022: दिल्ली एमसीडी चुनावों में कई ऐसे नेता भी थे जो परिवार की सियासी विरासत को आगे बढ़ाने के लिए मैदान में उतरे थे। इन में से अधिकांश चुनाव जीतने में कामयाब रहे। आम आदमी पार्टी, भाजपा और कांग्रेस के रसूखदार राजनीतिक परिवारों ने अपने गढ़ों में अपने सियासी रुतबे को बनाए रखने के लिए अपने परिवार के सदस्यों को चुनाव मैदान में उतारा था। परिवार की विरासत को आगे बढ़ाने के इरादे से उतरे इन नेताओं में से अधिकांश ने उम्मीदों के अनुरूप प्रदर्शन किया और सीटें जीतीं।  

जनकपुरी पश्चिम से पूर्व मेयर नरेंद्र चावला की पत्नी उर्मिला चावला ने भाजपा के टिकट पर जीत दर्ज की है। वहीं जंगपुरा से तीन बार के विधायक तरविंदर पाल सिंह मारवाह के बेटे सरदार अर्जुन पाल सिंह मारवाह लाजपत नगर से विजयी हुए हैं। नजफगढ़ के पूर्व विधायक अजीत खरखरी के पुत्र अमित खरखरी नजफगढ़ से विजयी हुए हैं। वह भी भाजपा के टिकट पर चुनाव मैदान में थे। तरविंदर पाल सिंह मारवाह ने बेटे की जीत पर लोगों को धन्यवाद दिया। उन्होंने कहा कि यह जीत उस भरोसे का नतीजा है जिसे मेरे बेटे ने कोरोना महामारी के दौरान लोगों की सेवा करते हुए पैदा किया था। मारवाह कांग्रेस के विधायक थे, लेकिन हाल ही में उन्होंने भाजपा का दामन थाम लिया था।  

सरदार अर्जुन पाल सिंह मारवाह की शादी चुनाव प्रचार के दौरान संपन्न हुई थी। उन्होंने कहा कि मैं लोगों की सेवा करना चाहता हूं। लोगों की सेवा करने की इसी अभिलाषा ने मुझे चुनाव लड़ने के लिए प्रेरित किया। आम आदमी पार्टी ने भी राजनीतिक परिवारों से ताल्लुक रखने वाले कई उम्मीदवारों को टिकट दिया था। चांदनी चौक से मौजूदा विधायक प्रह्लाद साहनी के बेटे पूर्णदीप साहनी आम आदमी पार्टी के टिकट पर चुनाव मैदान में थे। उन्होंने चांदनी चौक वार्ड से बड़े अंतर से जीत दर्ज की है। प्रह्लाद साहनी और उनके पूरे परिवार ने पूर्णदीप को पार्षद चुने जाने के लिए व्यापक अभियान चलाया था। साहनी ने कहा- मेरा बेटा सामाजिक जीवन में बहुत सक्रिय रहा है। वह पार्षद नहीं होने के बावजूद लोगों की मदद करता रहा है।  

विधायक प्रकाश जारवाल की पत्नी आम आदमी पार्टी के टिकट पर तिगड़ी वार्ड से विजयी हुई हैं। मटिया महल से आप विधायक शोएब इकबाल के बेटे आले मुहम्मद इकबाल ने आम आदमी पार्टी के टिकट पर चांदनी महल वार्ड से 17,000 से अधिक मतों से जीत दर्ज की है। आले साल 2017 में भी पार्षद चुने गए थे। आम आदमी पार्टी के नेता एवं नॉर्थ एमसीडी में विपक्ष के पूर्व नेता राकेश कुमार की पत्नी किरण बाला भी विजयी हुई हैं। आम आदमी पार्टी के दिल्ली संयोजक गोपाल राय ने कहा कि आप के टिकटों की भारी मांग थी क्योंकि हर कोई जानता था कि AAP एमसीडी चुनाव जीतने जा रही है।

अक्सर आम आदमी पार्टी और भाजपा परिवारवाद का विरोध करते नजर आते हैं। भाजपा लगातार कांग्रेस पर परिवारवाद को बढ़ावा देने का आरोप लगाती रही है। लेकिन एमसीडी चुनावों में किसी भी दल ने सियासी रसूख रखने वाले वाले नेताओं को टिकट देने से परहेज नहीं किया। कांग्रेस ने भी ऐसे नेताओं को टिकट बांटे थे। सीलमपुर के पूर्व विधायक मतीन अहमद की बहू शगुफ्ता चौधरी चौहान बांगर वार्ड से चुनाव जीता तो दूसरी और ओखला के पूर्व विधायक आसिफ मोहम्मद खान की बेटी अरीबा खान ने मुस्लिम बहुल क्षेत्र अबू फजल एन्क्लेव वार्ड से बाजी मारी। यही नहीं नागलोई के पूर्व विधायक बिजेंद्र सिंह के बेटे मनदीप सिंह ने निहाल विहार से जीत दर्ज की। 

हिन्दुस्तान का वॉट्सऐप चैनल फॉलो करें