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दिल्ली में कोविड के नए वैरिएंट की दस्तक? कोरोना के बढ़ते मामलों के बीच LNJP अस्पताल ने किया अध्ययन

एलएनजेपी अस्पताल के प्रबंध निदेशक ने कोविड ​​​​संक्रमण में वृद्धि पर चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि लोग कोविड ​​​​प्रोटोकॉल का पालन नहीं कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि मामले बढ़ रहे हैं।

दिल्ली में कोविड के नए वैरिएंट की दस्तक? कोरोना के बढ़ते मामलों के बीच LNJP अस्पताल ने किया अध्ययन
Praveen Sharmaनई दिल्ली। एएनआईFri, 05 Aug 2022 03:16 PM

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राजधानी दिल्ली में एक बार फिर कोरोना के बढ़ते मामलों ने सरकार और डॉक्टरों की चिंता बढ़ा दी है। हालात को देखते हुए दिल्ली के लोक नायक जय प्रकाश नारायण (एलएनजेपी) अस्पताल ने वैरिएंट म्यूटेशन पर एक अध्ययन किया है, जिसकी रिपोर्ट आना अभी बाकी है।

एलएनजेपी अस्पताल के प्रबंध निदेशक डॉ. सुरेश कुमार ने कहा कि हमने यह जानने के लिए एक अध्ययन किया है कि क्या COVID केसों में वृद्धि के पीछे कोई नया वैरिएंट है। COVID केसों में वृद्धि पर अध्ययन रिपोर्ट अगले सप्ताह की शुरुआत में सामने आएगी।

कोविड ​​​​संक्रमण में वृद्धि पर चिंता व्यक्त करते हुए डॉ. सुरेश कुमार ने कहा कि लोग कोविड ​​​​प्रोटोकॉल का पालन नहीं कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि मामले बढ़ रहे हैं, लेकिन गंभीरता हल्की है। उन्होंने आगे जोर देकर कहा कि हम अस्पताल में भर्ती होने के मामलों की रिपोर्ट नहीं कर रहे हैं क्योंकि लोगों ने बूस्टर खुराक भी ले ली है। हालांकि, कई लोग अभी भी बूस्टर खुराक लेने में अधिक रुचि नहीं दिखा रहे हैं।

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दिल्ली के अपोलो अस्पताल के वरिष्ठ पल्मोनोलॉजिस्ट डॉ. निखिल मोदी ने कहा कि कोविड ​​​​के मामले निश्चित रूप से बढ़ रहे हैं, लेकिन लक्षण हल्के हैं। गंभीर बीमारियों वाले लोगों के लिए जोखिम के बारे में डॉ. मोदी ने कहा कि डायबिटीज और अन्य मुद्दों के साथ 80 से 90 वर्ष की आयु के मरीज हमारे पास आ रहे हैं, लेकिन उन सभी में हल्के लक्षण हैं।

दिल्ली के सर गंगा राम अस्पताल के एक सीनियर कंसल्टेंट डॉ. धीरेन गुप्ता ने कहा कि जो लोग समय पर अपना टेस्ट नहीं करवाते हैं और कोविड प्रोटोकॉल का पालन नहीं करते हैं, उन्हें अधिक परेशानी होती है। गुप्ता ने कहा कि कुछ लोग कोरोना नियमों का पालन नहीं करते हैं और तभी टेस्ट करवाते हैं जब वे मुसीबत में पड़ जाते हैं।

उन्होंने कहा कि कोविड मरीजों की संख्या बढ़ने का कारण लोगों का लापरवाह व्यवहार और मास्क नहीं पहनना है। मौसम में बदलाव भी एक कारण हो सकता है। डॉ. गुप्ता ने यह भी कहा कि ऐसी कुछ मौतें हुई हैं जिनमें से अधिकांश की मृत्यु कोविड ​​​​संक्रमण के बजाय अन्य गंभीर रोगों के कारण हुई है। उन्होंने आगे कहा कि कोविड ​​​​अभी तक समाप्त नहीं हुआ है, तीन महीने पहले संक्रमित होने वाले लोग फिर से कोविड पॉजिटिव आ रहे हैं।

इस बीच, स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय द्वारा शुक्रवार को साझा किए गए आंकड़ों के अनुसार, भारत ने पिछले 24 घंटों में 20,551 नए कोविड​-19 मामले दर्ज किए। भारत में कोरोना के एक्टिव केस वर्तमान में 1,35,364 हैं। 

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