दिल्ली में कोचिंग सेंटरों को लेकर एलजी ने बनाई कमेटी, यह क्या करेगी?
दिल्ली के एलजी वीके सक्सेना ने राष्ट्रीय राजधानी में कोचिंग सेंटरों को रेगुलेट करने और छात्रों की समस्याओं को संबोधित करने के लिए मुख्य सचिव की अध्यक्षता में एक समिति का गठन किया है। क्या करेगी यह?
दिल्ली के उपराज्यपाल वीके सक्सेना ने राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में कोचिंग सेंटरों को रेगुलेट करने और छात्रों के सामने आने वाली समस्याओं के निवारण के लिए दिशा-निर्देश तैयार करने के लिए मुख्य सचिव की अध्यक्षता में एक समिति का गठन किया है। राज निवास के अधिकारियों ने यह जानकारी दी। यह कदम ओल्ड राजेंद्र नगर के कोचिंग संस्थान के बेसमेंट में संचालित लाइब्रेरी में पानी भरने से प्रशासनिक सेवा परीक्षा की तैयारी कर रहे तीन स्टूडेंट की मौत के मद्देनजर उठाया गया है।
समिति में कोचिंग संस्थानों, छात्रों और संबंधित विभागों के अधिकारियों के पांच से छह प्रतिनिधि शामिल होंगे। राज निवास के अधिकारियों ने कहा कि समिति विनियमन, अत्यधिक किराये, अग्नि सुरक्षा मंजूरी, नालियों की सफाई और छात्रों की अन्य तत्काल जरूरतों से संबंधित सभी मुद्दों पर व्यापक रूप से विचार करेगी। समिति कोचिंग संस्थानों को विभिन्न स्थानों से धीरे-धीरे नरेला और रोहिणी में एक सुनियोजित क्षेत्र में स्थानांतरित करने के लिए दीर्घकालिक और अल्पकालिक कार्य योजना तैयार करेगी।
अधिकारियों ने बताया कि मुख्य सचिव, भारत सरकार द्वारा तैयार दिशा-निर्देशों के अनुरूप कोचिंग संस्थानों और ट्यूशन कक्षाओं के लिए नियामक ढांचा तैयार करने के मामले पर विचार करेंगे। उप राज्यपाल ने पुलिस आयुक्त को छात्रों से अत्यधिक किराया वसूलने वाले संपत्ति मालिकों पर कार्रवाई करने का भी निर्देश दिया है। उपराज्यपाल ने सभी कोचिंग संस्थानों और वहां पंजीकृत अभ्यार्थियों के लिए आधार-आधारित लॉग-इन क्रेडेंशियल के साथ एक पोर्टल बनाने के भी आदेश जारी किए।
इस बीच दिल्ली सरकार की मंत्री आतिशी ने कहा कि यदि कोचिंग सेंटरों के मालिकों से बातचीत हो रही है तो यह चिंता का विषय है। कानून व्यवस्था की जिम्मेदारी संभालने वालों को इन कोचिंग सेंटरों पर आपराधिक लापरवाही की कार्रवाई करनी चाहिए। कानून व्यवस्था संभालने वालों को इन कोचिंग सेंटरों को आपराधिक कठघरे में खड़ा कर कार्रवाई करनी चाहिए। आतिशी ने कहा कि कोचिंग सेंटरों के मालिक सरकार एवं मेयर के दरवाजे पर भी आ रहे हैं, लेकिन यह समय बातचीत का नहीं, कार्रवाई का है।