दिल्ली : 20 मेट्रो स्टेशन के बाहर जल्द खत्म हो जाएगी जाम की समस्या
मेट्रो स्टेशनों पर लगने वाला जाम जल्द ही बीते दिनों की बात हो जाएगी। यह दावा है दिल्ली मेट्रो का। मल्टी मॉडल इंटीग्रेशन सिस्टम के जरिए इसे अंजाम दिया जाएगा। इसमें ई-रिक्शा, ऑटो, टैक्सी आदि के लिए...
मेट्रो स्टेशनों पर लगने वाला जाम जल्द ही बीते दिनों की बात हो जाएगी। यह दावा है दिल्ली मेट्रो का। मल्टी मॉडल इंटीग्रेशन सिस्टम के जरिए इसे अंजाम दिया जाएगा। इसमें ई-रिक्शा, ऑटो, टैक्सी आदि के लिए पार्किंग की व्यवस्था होगी। पहले चरण में 61 स्टेशनों पर यह व्यवस्था लागू होनी है। शुरुआत 20 स्टेशनों से हो रही है। इसके लिए निविदा भी जारी कर दी गई है। सितंबर तक इसका आगाज होना है।
मेट्रो सूत्रों के अनुसार, मेट्रो फेज तीन के 20 मेट्रो स्टेशन पर मल्टी मॉडल इंटीग्रेशन (एमएमआई) पर सितंबर से काम शुरू हो जाएगा। इसके लिए निविदा जारी कर दी गई है। कार्य पूरा होने के बाद स्टेशनों पर जाम की समस्या से निजात मिलने के साथ सभी तरह के सार्वजनिक परिवहन वाहन के पार्किंग की व्यवस्था और विकलांगों व इंतजार कर रहे यात्रिओं के लिए अलग जगह होगी।
दरअसल, मेट्रो स्टेशनों के बाहर खड़े ई-रिक्शा, ऑटो, टैक्सी चालकों की वजह से लगने वाले जाम, यात्रियों को वहां होने वाली परेशानी और लास्ट माइल कनेक्टविटी को बेहतर बनाने के लिए मेट्रो स्टेशनों पर एमएमआई प्लान को लागू कराने की योजना बनाई गई थी। इस योजना से मेट्रो में सफर करने वाले लाखों यात्रियों को इससे सीधा फायदा मिलेगा। साथ ही लास्ट माइल कनेक्टिविटी को आगे बढ़ाने में मदद मिलेगी।
मेट्रो के सूत्रों के मुताबिक कुल 61 मेट्रो स्टेशनों को पहले चरण में एमएमआई प्लान के तहत विकसित करने की योजना बनाई गई थी। कई स्टेशनों के पास मौजूद जमीन अलग-अलग एजेंसियों की होने की वजह से इसमें देर हुई। बीते साल अक्तूबर में 61 में से 40 मेट्रो स्टेशनों के मॉडल को मंजूरी मिली। उसके बाद इसपर काम शुरू होना था। मगर, लॉकडाउन के चलते इसमें फिर देरी हो गई। अब 40 में से पहले 20 स्टेशनों पर सितंबर से काम शुरू करने की तैयारी है।
24 करोड़ की लागत आएगी
दिल्ली मेट्रो के मुताबिक 20 मेट्रो स्टेशनों पर मल्टी मॉडल इंटीग्रेशन का काम कंपनियों को देने के बाद इसे पूरा होने में कुल सात महीने का समय लगेगा। अगर, सिंतबर में यह काम शुरू होता है तो मार्च 2021 तक यह पूरा हो जाएगा। इसकी कुल लागत 24.06 करोड़ रुपये आएगी।
ये सुविधाएं मिलेंगी
- ई-रिक्शा, ऑटो, टैक्सी के लिए पार्किंग
- यात्रियों के लिए वेंटिग क्षेत्र
- विकलांगों के चढ़ने उतरने के लिए स्लोप
- निजी वाहन अगर किसी को छोड़ने या लेने आते हैं उनके लिए लेन
- बस और आरटीवी की लेन भी बनाई जाएगी
- भविष्य में ई-चार्जिंग स्टेशन भी बनाए जा सकते हैं
- स्टेशन के बाहर इन वाहनों के कारण लगने वाले जाम से निजात मिलेगी
ये हैं वो 20 स्टेशन
1. आजादपुर
2. समयपुर बादली
3. हैदरपुर बादली
4. पालम
5. शकूरपुर
6. वसंत विहार
7. शालीमार बाग
8. रोहिणी सेक्टर-18
9. राजौरी गार्डन
10. डाबड़ी मोड़
11. दिल्ली कैंट
12. धौला कुआं
13. मजलिस पार्क
14. ईएसआई अस्पताल
15. जनकपुरी पश्चिम
16. मायापुरी
17. मोती बाग
18. नारायणा विहार
19. नेताजी सुभाष प्लेस
20. पंजाबी बाग पश्चिम