दिल्ली के इंद्रलोक में जहां सड़क पर नमाज को लेकर हुआ बवाल, वहां इस जुमे कैसा हाल
दिल्ली के इंद्रलोक में पिछले शुक्रवार को सड़क पर नमाज की वजह से हुए बवाल को देखते हुए इस जुमे पर इलाके में सुरक्षा व्यवस्था बेहद कड़ी दिखी। भारी सुरक्षा व्यवस्था के बीच नमाज पढ़ी गई।
दिल्ली के इंद्रलोक में पिछले शुक्रवार को सड़क पर नमाज की वजह से हुए बवाल को देखते हुए इस जुमे पर इलाके में सुरक्षा व्यवस्था बेहद कड़ी दिखी। भारी सुरक्षा व्यवस्था के बीच रमजान के पहले जुमे की नमाज बड़ी मस्जिद में शांतिपूर्ण माहौल में पढ़ी गई। इस सप्ताह सड़क पर नमाज नहीं पढ़ी गई। सभी नमाजी मस्जिद परिसर के भीतर ही रहे।
इंद्रलोक में सुबह से ही सुरक्षा बढ़ा दी गई थी। पूरे इलाके में बड़ी संख्या में पुलिसकर्मी मुस्तैद रहे। ड्रोन से भी नजर रखी जा रही थी। सड़क पर मस्जिद के किनारे बैरिकेडिंग लगाकर यह सुनिश्चित किया गया कि लोग सड़क पर नमाज ना पढ़ें। मौके पर पुलिस के बड़े अफसर भी मोर्चा संभाले दिखे। हालांकि, इस जुमे पिछले सप्ताह के मुकाबले कुछ कम भीड़ दिखी।
पुलिस-प्रशासन ने मस्जिद के इमाम और इलाके में मुस्लिम समुदाय के प्रमुख लोगों को साथ और सक्रिय रखा। पुलिस के साथ मुस्लिम समुदाय के कुछ लोग भी व्यवस्था बनाने में जुटे रहे। सड़क पर नमाज नहीं पढ़े जाने की वजह से यातायात बिना किसी रुकावट के चलता रहा। बताया जा रहा है कि ड्रोन के अलावा खुफिया तंत्र को भी ऐक्टिव रखा गया था और पूरे इलाके में हर गतिवधि पर नजर रखी जा रही थी।
गौरतलब है कि पिछले सप्ताह यहां सड़क पर नमाज पढ़े जाने को लेकर बड़ा विवाद हो गया था। सड़क पर बहुत से नमाजियों के नमाज पढ़ने की वजह से यहां जाम लग गया था। शिकायत पाकर पहुंची पुलिस ने लोगों को हटाने की कोशिश की। इस दौरान चौकी प्रभारी मनोज तोमर ने कुछ नमाजियों को लात मार दी। इसका वीडियो वायरल होने पर इलाके में हंगामा खड़ा हो गया। बड़ी संख्या में लोगों ने थाने का घेराव किया और मेट्रो स्टेशन के नीचे भी प्रदर्शन करने लगे। बवाल बढ़ते देख आरोपी पुलिसकर्मी को सस्पेंड कर दिया गया।
कई दिनों तक सोशल मीडिया पर भी यह मुद्दा छाया रहा। कुछ लोग मनोज तोमर की करतूत की आलोचना कर रहे थे तो कुछ उनके समर्थन में ट्रेंड चलाने लगे। कुछ हिंदू संगठनों ने भी मंगलवार को सड़क पर हनुमान चालीसा पढ़ने का ऐलान कर दिया था। हालांकि, पुलिस ने उन्हें भी रोक दिया।